आरएएस परीक्षा की तारीख बढ़ाये सरकार-वसुन्धरा

vasundhara 1गुलाबपुरा /भीलवाड़ा। भाजपा प्रदेशाध्यक्ष श्रीमती वसुन्धरा राजे ने कहा है कि राजस्थान की कांग्रेस सरकार न तो बेरोजगार युवाओं का दर्द समझ पा रही और न ही कर्मचारियों की तकलीफ। उन्होंने कहा कि आईएएस की प्रारम्भिक परीक्षा के 4 दिन बाद ही आरएएस की मुख्य परीक्षा को शुरू करना राजस्थान की शैक्षिक परम्पराओं के खिलाफ है। यह राजस्थान के करीब 24 हजार प्रतियोगियों के साथ भी नाइंसाफी है। इससे आईएएस प्रारम्भिक परीक्षा में प्रतियोगियों की सफलता के अवसर भी कम हो जाएंगे और आरएएस मुख्य परीक्षा में इन प्रतियोगियों का प्रदर्शन भी प्रभावित होगा। श्रीमती राजे भीलवाड़ा जिले के गुलाबपुरा कस्बे में सुराज संकल्प यात्रा के दौरान आयोजित एक विशाल जनसभा में बोल रही थी। इसके अलावा भी श्रीमती राजे ने करीब 30 स्वागत कार्यक्रमो को सम्बोधित किया। शाहपुरा भीलवाड़ा के बीच अरणियां घोड़ा, गणेशपुर चौराहा, नया सरसुन्दा, रजियास, पनोतिया, अखड़, इटडियां, कोठियां, भदुवों की कोटडी, हुरडा, गुलाबपुरा, अगुंचा, डाबला, बल्दरखा, उपरेड़ा, बनेडा, माण्डल में लोगो ने राजे का पुष्प वर्षा कर स्वागत किया।
श्रीमती राजे ने कहा कि उत्तर प्रदेश में भी उत्तर प्रदेश प्रशासनिक सेवा की मुख्य परीक्षा 9 जून 2013 से शुरू होनी थी, लेकिन आईएएस प्रारम्भिक परीक्षा के मध्यनजर इसे अनिश्चित काल के लिए स्थगित कर दिया। इसलिए राजस्थान में भी सरकार को आरएएस परीक्षा की तिथि बढानी चाहिए। उन्होंने कहा कि सरकार ने सभी कर्मचारियों को सरकारी अभियान में लगा रखा है। इससे 30 मई से शुरू होने वाली आरएएस की मुख्य परीक्षा में भाग लेने वाले करीब 10 हजार कर्मचारी भी प्रभावित हांेगे। जो सरकार के इन कार्यक्रमों के चलते तैयारी नहीं कर पाये।
तीन लाख में नहीं आंके महिलाओं की इज्जत की कीमत
वसुन्धरा राजे ने कहा है कि मूक बधिर बालिकाओं के साथ हुए दुराचार को सरकार ने दबाने का प्रयास किया। दस महीने तक मानवता को झकझोर देने वाली ऐसी दरिंदगी पूर्ण घटना को दबाए रखना और उस पर कार्यवाही नहीं करना सरकार के महिला सशक्तिकरण के दावों की पोल खोलने के लिए पर्याप्त है। सरकार ने पीड़ित बालिकाओ को 3-3 लाख रूपए देने की घोषणा की है। मैं कहना चाहती हूं इस सरकार को कि महिलाओं की इज्जत 3 लाख रूपए में नही आंके। महिलाओं को पैसा नहीं सम्मान चाहिए जो इस सरकार के पास नहीं है।
राजस्थान के उद्योग जा रहे है गुजरात
वसुन्धरा राजे ने कहा है कि जो ओद्यौगिक वातावरण राजस्थान में भाजपा सरकार के समय था, वह अब नहीं है इसलिए कई ओद्यौगिक इकाईयां गुजरात जा रही है। मैनचेस्टर कहलाने वाले भीलवाड़ा का भी हाल यही है जहां टैक्सटाईल उद्योग के पहिए सरकार की उदासीनता के चलते थम से गए है।
गुजरात जैसा विकास चाहते हो तो सरकार बदलं
वसुन्धरा राजे ने कहा कि राजस्थान में गुजरात जैसा विकास चाहिए तो सरकार बदलने की आवश्यकता है। यह काम कोई अकेला नहीं कर सकता। प्रदेश की जनता को विकास पसन्द है तो एक विकसित सरकार लानी होगी। भाजपा की सोच विकास की सोच है। इसलिए राजस्थान में भाजपा की सरकार बनानी होगी।
मुझ पर बस नहीं चला तो गुलाब जी को फंसा दिया
वसुन्धरा राजे ने कहा कि सरकार मुझे फसाना चाहती थी। पूरे साढे चार साल सरकार का यही षड़यंत्र चलता रहा। जब मेरा कुछ नहीं बिगाड़ सकी तो गुलाब जी को फसा दिया। ऐसे व्यक्ति को जिसकी छवि एकदम साफ-सुथरी है। कांग्रेस भाजपा नेताओं को डराना चाहती है। लेकिन भाजपा डरने वाली नहीं है। क्योंकि भाजपा एकजुट है। हम सब कटारिया जी के साथ खडे़ हैं।
वसुन्धरा ने भरा पनघट से पानी
वसुन्धरा राजे ने भीलवाड़ा जिले के बराठिया गांव में सार्वजनिक कुएं पर पहुंचकर महिलाओं से गांव में पानी के हालचाल जाने। महिलाओं ने कहा कुआं बहुत गहरा है। जल स्तर नीचे चला गया है। रस्सी से पानी खींचने में हाथ दुखने लगते हैं। वसुन्धरा ने एक महिला की रस्सी-बाल्टी हाथ में ली और कुएं में से पानी भरा।
बिजली, पानी, सड़क जैसी मूलभूत सुविधाओ से वंचित है राजस्थान
वसुन्धरा राजे ने कहा कि प्रदेश का अधिकांश इलाका बिजली, पानी, सड़क जैसी मूलभूत सुविधाओ से वंचित है। जो घरेलू बिजली हमारे समय में 22 से 24 घण्टे मिलती थी आज गांवो में 5 से 7 घण्टे भी नही मिलती। पूरे प्रदेश में सड़कों की हालत खराब है। स्कूलों में शिक्षक नही है। साढे चार साल में ये सरकार राजस्थान की मूलभूत सुविधाएं भी दुरूस्त नहीं कर सकी। श्रीमती राजे के साथ भाजपा के राष्ट्रीय सचिव भूपेन्द्र यादव, पूर्व केन्दीय मंत्री कैलाश मेघवाल, सांसद वीपी सिंह, पूर्व सांसद मानवेन्द्र सिंह, प्रदेश महामंत्री सतीश पूनियां, विधायकगण रामलाल गुर्जर, विट्ठल शंकर अवस्थी, शिवजी राम मीणा, रणवीर पहलवान, बहादुर सिंह कोली तथा भाजपा जिलाध्यक्ष सुभाष बहडिया सहित कई नेता मौजूद थे।

error: Content is protected !!