आसाराम को गिरफ्तार करने पुलिस टीम भोपाल रवाना

asaramजयपुर। अपने गुरुकुल की नाबालिग छात्रा से दुष्कर्म मामले में फंसे आसाराम बापू गुरुवार को पूछताछ के लिए जोधपुर पुलिस के समक्ष नहीं पेश हुए। उनके पुत्र नारायण साई के मुताबिक गुरुवार रात से उनकी तबीयत खराब है, जिसके चलते वह कहीं जाने की अवस्था में नहीं हैं। वहीं समयसीमा समाप्त होने के बाद जोधपुर पुलिस की एक टीम आसाराम को गिरफ्तार करने के लिए भोपाल रवाना हो गई। हालांकि डीसीपी अजय लांबा का कहना है कि बापू से पूछताछ में संतुष्टि नहीं मिलने पर ही गिरफ्तारी की जाएगी।

मामले में तीन अन्य आरोपियों को भी पुलिस के समक्ष पेश होना था पर वे भी नहीं आए। जोधपुर के पुलिस कमिश्नर बीजू जार्ज जोसेफ ने इनकी भी गिरफ्तारी के आदेश दिए हैं। आसाराम को 30 अगस्त तक पुलिस के समक्ष उपस्थित होना था। वह गुरुवार को भोपाल में अपने एक रिश्तेदार के यहां आए थे। देर रात उनकी तबीयत बिगड़ आई। उनके बेटे नारायण साई ने पत्रकारों को बताया कि ‘बापू की तबीयत कुछ नरम गरम है। वह अंग्रेजी दवा के बजाय देशी दवाओं पर विश्वास करते हैं। इसके लिए जल्द ही पूना से विशेष वैद्य आएंगे। जब तक उनकी तबीयत नहीं सही होगी, वह जोधपुर नहीं जा पाएंगे।’ इस बीच राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि आसाराम अपनी साख खो चुके हैं। उन्होंने संत होते हुए जो कार्य किया है, वह बिल्कुल ठीक नहीं है।

दूसरी तरफ जोधपुर के डीसीपी अजय लांबा ने आसाराम को और मोहलत देने से इन्कार करते हुए कहा कि हमारे पास उनके खिलाफ पुख्ता सुबूत हैं। जांच में पता चला है कि दुष्कर्म का आरोप लगाने वाली छात्रा को कोई बीमारी नहीं थी। पूरी साजिश उसका आसाराम के समक्ष समर्पण कराने की थी। गुरुकुल वार्डन ने बीमारी के बहाने ही परिजनों को बुलाया था, मगर बाद में भूत-प्रेत का साया बताकर आसाराम से अनुष्ठान कराने का दबाव बनाया था।

फ्लाइट छूटी, पत्रकारों से मारपीट

भोपाल। आसाराम बापू ने शुक्रवार सुबह दिल्ली जाने वाली फ्लाइट छोड़ दी। इसके बाद शाम को देर से एयरपोर्ट पहुंचने के कारण वह जहाज नहीं पकड़ सके। इस बीच जब मीडिया ने उनके पास पहुंचने की कोशिश की तो समर्थकों ने मारपीट शुरू कर दी। करीब आधे घंटे तक पत्रकारों से हाथापाई और फोटोग्राफरों के कैमरों की छीना-झपटी चलती रही। घटना के बाद आसाराम किसी अज्ञात स्थल पर चले गए।

अहमदाबाद। आसाराम को गुजरात हाई कोर्ट ने भी राहत देने से इन्कार कर दिया। बापू के वकील ने अंतरिम जमानत के लिए अर्जी दाखिल की लेकिन अदालत के रुख को देखते हुए अर्जी को वापस ले लिया। न्यायाधीश ए जे देसाई ने वरिष्ठ अधिवक्ता सुधीर नानावटी से कहा कि वह इस मामले में कोई राहत नहीं दे सकते।

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