आसाराम का जोधपुर आश्रम सील, 14 समर्थक गिरफ्तार

asharamजयपुर। कथावाचक आसाराम बापू के जोधपुर आश्रम में पहुंचे उनके समर्थक शनिवार पूर्वाह्न उग्र हो गए। उन्होंने वहां पहुंची एक न्यूज चैनल की टीम के तीन सदस्यों पर हमला करके उन्हें घायल कर दिया और कैमरे तोड़ दिए। पुलिस ने कार्रवाई करते हुए आश्रम को खाली कराके उसे सील कर दिया है और समर्थकों के शहर में आने पर रोक लगा दी है। पड़ोसी जिलों के प्रशासन से आसाराम समर्थकों के जोधपुर आने से रोकने के लिए सहयोग मांगा है। पुलिस ने मीडियाकर्मियों पर हमले के सिलसिले में आश्रम के केयरटेकर समेत 14 लोगों को गिरफ्तार किया है।

यौन उत्पीड़न के आरोप से घिरे आसाराम पर कस रहे कानून के शिकंजे को देखते हुए उनके समर्थक भी सक्रिय हो उठे हैं। देश के कई हिस्सों से आसाराम समर्थकों के जोधपुर आश्रम पहुंचने का सिलसिला शुक्रवार से ही शुरू हो गया था। शनिवार को जारी इस सिलसिले पर न्यूज आइटम तैयार करने पहुंचे एक चैनल के संवाददाता और दो कैमरामैन पर आसाराम समर्थकों ने लाठी-डंडों से हमला कर दिया। उन्हें बुरी तरह जख्मी करके उनका कैमरा भी तोड़ दिया। इस दौरान एक कैमरामैन का सिर फट गया और उसे अस्पताल में भर्ती करना पड़ा। आसपास के गांव वालों ने आकर इन मीडियाकर्मियों को आसाराम समर्थकों से बचाया। राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने मीडियाकर्मियों पर हमले की निंदा की है और दोषियों के खिलाफ कार्रवाई के निर्देश दिए। केंद्रीय सूचना और प्रसारण मंत्री मनीष तिवारी ने भी मीडियाकर्मियों पर हमले की निंदा की।

इसके बाद सक्रिय हुई पुलिस ने आश्रम पर छापा मारकर वहां मौजूद सभी बाहरी लोगों को वहां से निकाला और उन्हें अपने मूल निवास के लिए रवाना कर दिया। साथ ही शहर की सीमाएं भी सील कर दीं। जोधपुर के पुलिस उपायुक्त अजय लांबा के अनुसार बाहरी व्यक्ति के आश्रम में प्रवेश पर रोक लगा दी गई है।

आसाराम समर्थकों के जोधपुर पहुंचने से रोकने के लिए पड़ोसी जिलों के प्रशासन से अनुरोध किया गया है। विदित हो कि जोधपुर के इसी आश्रम में आसाराम के नाबालिग छात्रा से यौन शोषण का आरोप है। इसी के चलते जोधपुर पुलिस ने उनके खिलाफ मुकदमा दर्ज किया था।

हमारे पास ठोस सबूत : पुलिस

उपायुक्त लांबा ने बताया कि शुक्रवार को उनके पास आसाराम की ओर से पेशी में छूट देने का अनुरोध फैक्स के माध्यम से आया था। इस संदेश में खराब स्वास्थ्य और रिश्तेदार की मौत का हवाला दिया गया था। लेकिन हमने आसाराम को कोई राहत न देने का फैसला किया है। पुलिस उपायुक्त ने बताया कि उनके पास आसाराम के खिलाफ ठोस सबूत हैं, फिर भी हम उन्हें खुद को निर्दोष साबित करने का एक मौका दे रहे हैं। अगर वह अपने बचाव में ठोस साक्ष्य प्रस्तुत नहीं कर पाए तो उन्हें गिरफ्तार किया जाएगा।

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