चित्तौड़गढ़। राजस्थान के पूर्व खादी एंव डेयरी मंत्री बाबू लाल नागर के खिलाफ दुष्कर्म के आरोपों का मामला अभी ठंडा पड़ा नही था कि वहीं चित्तौड़गढ़ के निम्बाहेड़ा से कांग्रेस विधायक उदयलाल आंजना के खिलाफ एक महिला ने नागौर के मूंडवा थाने में शुक्रवार रात को दुराचार सहित आधा दर्जन अन्य धाराओं में मामला दर्ज हुआ है।
मामले में पीडिता कहना है कि विधायक आंजना ने उसे झांसा देकर पत्नी बनाकर रखा और जबरन गर्भपात भी कराया गया।
इससे पहले भी लग चुके कई आरोप –
पीड़िता ने विधायक आंजना पर दुष्कर्म, जबरन गर्भपात कराने, नवजात शिशु को मरने के लिए छोड़ने पर मजबूर करने, धोखाधड़ी पूर्वक पत्नी के रूप में रखने और धमकाने का आरोप लगाया है।
पीड़िता का आरोप, 1984 से यौन शोषण
पुलिस अधीक्षक ओमप्रकाश शर्मा के अनुसार पीडिता ने विधायक आंजना पर 1984 से लगातार उसका यौन शोषण करने का आरोप लगाया है। पीडिता मूलत: नागौर जिले की निवासी है।
चित्तौड़गढ़ में एक रिश्तेदार के पदस्थापन के दौरान वह आंजना के सम्ंपर्क में आई। आंजना ने उससे शादी करने का वादा किया, लेकिन उसे निभाया नहीं। पीड़िता ने इसे लेकर आंजना पर दबाव बनाया तो उन्होंने धमकाना शुरू कर दिया। पुलिस के अनुसार, आज इस मामले में जांच सीआईडी (सीबी) के सुपुर्द की जाएगी ।
विधायक आंजना की सफाई-
दुष्कर्म के आरोप झूठे हैं, इसके पीछे चित्तौड़गढ़ के कांग्रेस विधायक सुरेन्द्र सिंह जाड़ावत का हाथ है। महिला के आरोपों की 1998 से 2000 तक महिला आयोग से लेकर सीआईडी तथा राज्य सरकार की विभिन्न एजेंसियों से जांच हो चुकी है और एफआर लग चुकी है। -सतीश शर्मा