केकड़ी में चुनावी दंगल के लिए मालिश कर रहे हैं दावेदार

तिलक माथुर

-तिलक माथुर- केकड़ी। यह 2013 विधानसभा चुनाव का चुनावी सत्र है और इसी के दृष्टिगत चुनाव लडऩे के इच्छुक दोनो मुख्य दलों भाजपा व कांग्रेस के दावेदारों ने जनसम्पर्क तेज कर दिया है। जहां सत्ता से जुड़े जनप्रतिनिधि चुनाव की आहट करीब पाकर अब फूंक-फूंककर कदम रखने लगे हैं, वहीं विपक्ष के आधा दर्जन दावेदारों ने क्षेत्र में सक्रियता के साथ गतिविधियां बढ़ा दी है।
भाजपा में पिछले विधानसभा चुनाव से दावेदारों की टिकट पाने की प्रतिस्पद्र्धा ने भाजपा को कई धड़ों में बांट दिया है, जिसके चलते यह वर्चस्व की लड़ाई क्षेत्र के इन आधा दर्जन भाजपा नेताओं को एकजुट नहीं होने दे रही है, वहीं अलग-अलग धड़ों में बंटना कार्यकर्ताओं की मजबूरी बन गई है। विधानसभा का चुनाव लडऩे का सपना संजोए बैठे क्षेत्र के भाजपा नेता भूपेन्द्र सिंह शक्तावत, रिंकू कंवर राठौड़, रामेश्वर बम्बोरिया, राधेश्याम पोरवाल, शत्रुघन गौतम व राजेन्द्र विनायका अभी से जन सम्पर्क में जुट गए हैं, वहीं क्षेत्र के कार्यकर्ताओं व मतदाताओं को अपने पक्ष में करने की जुगत कर रहे है। बुद्धिजनों का मानना है कि भाजपा पार्टी में ऊपर से नीचे तक बिखराव की स्थिति के चलते आगामी विधानसभा चुनाव लडऩा भाजपा के लिए चुनौतियों से भरा होगा। अंदरूनी कलह के चलते भाजपा की राह आसान नहीं है।
क्षेत्र में भाजपाई एक कैसे हों, इसके लिए कई तरह के प्रयास पहले भी किए जा चुके है लेकिन इसके बावजूद दावेदारों की टिकट पाने की होड़ के चलते अलग-अलग धड़ों में बिखरी भाजपा अंदुरूनी कलह से नहीं उबर पा रही है। हालांकि धड़ेबाजी को लेकर भाजपा के टिकटार्थी भी अंदर ही अंदर परेशान हंै। वे भी यह जानते हैं कि अगर वे टिकट लाने में सफल हो भी गए तो क्षेत्र में बिखराव की स्थिति के चलते इतने कम समय में धड़ेबाजी पर कैसे काबू पा सकेंगे, लेकिन एकजुट होने की पहल कोई भी नेता नहीं कर पा रहा है।
उल्लेखनीय है कि आगामी विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के कद्दावर नेता सरकारी मुख्य सचेतक व क्षेत्र के विधायक डा. रघु शर्मा के सामने इन हालातों में चुनाव लडऩा भाजपा उम्मीदवार के लिए आसान नहीं होगा, कांग्रेस के लोग इस बार कांग्रेस के उम्मीदवार के फिर से जीतने का दावा करते हुए क्षेत्र में ये कहते फिर रहे हैं कि विधानसभा क्षेत्र में कांग्रेस सरकार द्वारा कराए गए रिकॉर्ड तोड़ विकास कार्यों के बलबूते तथा विधायक डा. शर्मा की बेहतरीन छवि के चलते भाजपा के इन सभी आधा दर्जन नेताओं को तो मतदान के दिन दोपहर 12 बजे पहले ही घर बैठा देंगे। ये अलग बात है कि क्षेत्र के अधिकांश परम्परागत कार्यकर्ता डा. शर्मा के रूखेपन से नाराज हैं, वहीं पूर्व विधायक बाबूलाल सिंगारिया की इस बार फिर से केकड़ी विधानसभा से चुनाव लडऩे की घोषणा डा. शर्मा गुट को अंदर ही अंदर परेशान कर रही है। हालांकि डा. शर्मा को आगामी विधानसभा चुनाव में घेरने के लिए भाजपा ऐडी से चोटी तक जोर लगाएगी।
भाजपा सूत्रों के मुताबिक क्षेत्र में पार्टी के यूं बिखराव के चलते प्रदेश नेतृत्व खासतौर पर वसुंधरा राजे सिंधिया कांग्रेस नेता डा. रघु शर्मा को विधानसभा नहीं पहुंचने देने के लिए किसी दिग्गज, दमदार नेता को भी केकड़ी से चुनाव मैदान में उतार सकती है। इसके लिए भाजपा जिले के कद्दावर नेता प्रो. सांवरलाल जाट, भंवरसिंह पलाड़ा, डा. नाथूसिंह गुर्जर तथा पूर्व मुख्यमंत्री वसुधंरा राजे की पुत्रवधु निहारिका सिंह में से किसी एक को यहां से चुनाव लड़ाने का मानस बना सकती है। भाजपा में चल रही अंदरूनी कलह के चलते आगामी विधानसभा चुनाव लडऩे के सवाल पर जब भाजपा के दावेदारों से बात की गई तो इन नेताओं ने यूं खोली अपनी जुबान-
इनका कहना है:-
हम सब एक हैं,। आपस में मतभेद हो सकते हैं, मगर मनभेद नहीं हैं। इस बार कार्यकर्ता अंदरूनी रूप से भरा हुआ है, जो चुनाव के दौरान विस्फोटक बन सकता है। सत्ता के सिपाहियों को खुली चुनौती है कि इस बार वे चुनाव के मुकाबले मेंं टिक कर बताएं, जनता उन्हें उखाडऩे को आतुर है, कार्यकर्ता एकजुट होकर हर चुनौती के लिए तैयार रहें।
-भूपेन्द्र सिंह शक्तावत, पूर्व प्रधान

मैं एक व्यक्ति के अलावा सभी के साथ एकजुट होने को तैयार हंू, लेकिन जिस व्यक्ति ने मेरी राह में कांटे बिछाए थे, उसे मैं कभी माफ नहीं कर सकती और शायद इस जीवन में तो नहीं। क्षेत्र की जनता व कार्यकर्ताओं की बदोलत इस बार चुनाव हम जीत कर बताएंगे। क्षेत्र की जनता व कार्यकर्ता सत्ता बदलने को आतुर है।
-रिंकू कंवर राठौड़, जिला उपाध्यक्ष

संगठन में ही शक्ति है, यह बात सभी जानते हैं, मगर मानते नहीं हैं। मैंने तो एक होने के पहले भी प्रयास किए थे, आज भी तैयार हूं। इस बार चुनौती आसान नहीं। अगर हम एक हो जाएं तो फिर कोई भी सामने हो, परवाह नहीं। पार्टी में हो रहा बिखराव चिंता का विषय है। सभी को मिलकर एक सूत्र में बंधने का प्रयास किया जाना चाहिए।
-रामेश्वर बम्बोरिया, पूर्व प्रदेश कार्यकारणी सदस्य

हम सब एक हैं, नीचे से ऊपर तक। यह तो आने वाला समय ही बताएगा की हमारी ताकत के सामने कौन कितनी देर टिक पाएगा। इस बार कार्यकर्ता पूरे उत्साह के साथ चुनाव मैदान में होंगे और विरोधियों को नाकों चने चबवाएंगे। बड़ी पार्टियों में छोटी-मोटी तकरार चलती रहती है, लेकिन हमारे कार्यकर्ताओं में एक खूबी है कि वे वक्त आने पर सब एक हो जाते हैं।
-राधेश्याम पोरवाल, जिला महामंत्री

इस बार जो भी हो सरकार हमारी बनेगी। कांग्रेसी चाहे जो बोलें, क्षेत्र में क्या हो रहा है, जनता सब जानती है। भाजपा का हर छोटा कार्यकर्ता भी इस बार किसी भी मुकाबले के लिए कमर कस कर तैयार है। पार्टी नेताओं में मनमुटाव तो चलता रहता है। यह नई बात नहीं है, मगर इससे सक्रियता तो नजर आती है। समय आने पर सब ठीक हो जाएगा
-शत्रुघन गौतम, पूर्व सरपंच

टिकट पाने की होड़ में दावेदार अपने स्तर पर प्रयास कर रहे हैं। क्षेत्र का कार्यकर्ता फिलहाल खामोश है, लेकिन समय आने पर सब एक हो जाएंगे। दावेदारों को भी प्रतिस्पद्र्धा व वर्चस्व की लड़ाई को नजरअंदाज कर एकता दिखानी पड़ेगी, तभी कार्यकर्ताओं का उत्साहवद्र्धन होगा। क्षेत्र का मतदाता सत्ता परिवर्तन को लालायित है।
-राजेन्द्र विनायका, जिला मंत्री, किसान मोर्चा

केकड़ी विधानसभा क्षेत्र में कांग्रेस सरकार द्वारा कराए गए विकास कार्यांे की बदौलत इस बार विकास के नाम पर जनता के बीच जाएंगे। क्षेत्र में कराए गए विकास कार्यों ने पिछले सभी रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं। क्षेत्र के पिछड़ेपन को दूर करने के लिए क्षेत्र में व्याप्त सभी समस्याओं को ध्यान में रखते हुए प्राथमिकता से हर समस्या को हल कराने का भरपूर प्रयत्न किया है और आगे भी पूरी निष्ठा के साथ लोगों को अधिक से अधिक राहत देने व क्षेत्र के विकास पर ही ध्यान दे रहा हूं।
-डा. रघु शर्मा
केकड़ी विधायक व सरकारी मुख्य सचेतक

केकड़ी विधानसभा क्षेत्र मेरी कर्म भूमि है। इस क्षेत्र के मतदाताओं का मैं सेवक हूं। यहां के लोगों की सेवा करना ही मेरा लक्ष्य है।
मैं उन्हें कभी निराश नहीं करूंगा और अगला विधान सभा चुनाव केकड़ी से ही लडऩे का दृढ़ निश्चय है।
-बाबूलाल सिंगारिया, पूर्व विधायक

{तिलक माथुर जाने-माने वरिष्ठ पत्रकार हैं }

1 thought on “केकड़ी में चुनावी दंगल के लिए मालिश कर रहे हैं दावेदार”

  1. vasundhra ji or gulab ji dwara kafi gambhirta se party ki ek jutata ka sandes dene ke bad bhi kekri ke neta sansay se ubar nahi pa rahe h in sabhi ko party ki ek jutata ke liye tyag ki bhawana ka parichay dena chahiye ,kekri bjp ka gadh raha h or vapas yaha bjp hi jitegi chahe pratyasi koi bhi ho bus aalakman ka ek sakht sandes sab thik kar dega ghar me bartan jyada hote h ve bajte hi h or ye bjp ke prati janta ke viswas v loktantra ka dhyotak h abhi congrase me kaha h ye sab “JAN JAN KI H YE AAWAJ RAJASTHAN ME HO VASUNDHRA RAJ”

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