आईये इंदिरा जी की 32वीं पुण्यतिथि तिथी पर उन्हें याद करें

डा. जे.के.गर्ग
डा. जे.के.गर्ग
इंदिरा गांधी को एशिया की आयरन लेडी के रूप में जाना जाता है|बेंकों के राष्ट्रीयकरण, प्रिवरसों को समाप्त करने के साहसिक निर्णय लेने वाली तथा 80 ह्जार से ज्यादा पाकिस्तान के सेनिकों का आत्मसमर्पण करवाकर पाकिस्तान का विभाजन करवाके नये राष्ट्र बंगलादेश के निर्माण करवाने वाली भारत की बेटी इंदिराजी को नमन | आतंकवाद से लड़ते हुए अपनी जान की बली देने वाली इंदिराजी को उनके 32 वें बलिदान दिवस जन-जन की श्रदाजंली | आईये इंदिरा जी के कुछ अनमोल उद्धरण को देखें | 1.एक देश की ताकत अंततः इस बात में निहित है कि वो खुद क्या कर सकता है, इसमें नहीं कि वो औरों से क्या उधार ले सकता है|
2.यदि मैं इस देश की सेवा करते हुए मर भी जाऊं, मुझे इसका गर्व होगा| मेरे खून की हरएक बूँद …..इस देश की तरक्की में औरइसे मजबूत और गतिशील बनाने में योगदानदेगी|
3.क्षमा वीरों का गुण है|
4.अगर मैं एक हिंसक मौत मरती हूँ, जैसा की कुछ लोग डर रहे हैं और कुछ षड्यंत्र कररहे हैं, मुझे पता है कि हिंसा हत्यारों के विचार और कर्म में होगी, मेरे मरने में नहीं|
5. शहादत कुछ ख़त्म नहीं करती , वो महज़ शुरआत है|
6.लोग अपने कर्तव्यों को भूल जाते हैं पर अधिकारों को यादरखते हैं|
7. प्रश्न करने का अधिकार मानव प्रगति का आधार है |
8. आपको गतिविधि के समय स्थिर रहना और विश्रामके समय क्रियाशील रहना सीख लेना चाहिए|
सकंलन कर्ता—डा.जे.के.गर्ग

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