सिंह संक्रांति आज, गाय का घी खाएं और करें दान

आज यानी 17 अगस्त को सिंह संक्रांति है। इस दिन सूर्यदेव कर्क राशि से सिंह राशि में प्रवेश करेंगे। हिंदू कैलेंडर का छठा महीना भाद्रपद यानी भादों शुरू हो चुका है। इस महीने में भी कई तीज और त्योहार मनाए जाते हैं जिसमें पहले आता है सूर्य संक्राति या सिंह संक्रांति। हर महीने जब सूर्य एक राशि से दूसरी राशि में प्रवेश करता है तब वह स्थिति संक्रांति कहलाती है और एक साल में कुल 12 संक्रांति आती है। सिंह संक्रांति भी इन्हीं में से एक है। इसे सिंह संक्रमण भी कहा जाता है। इस दिन भगवान विष्णु, सूर्यदेव और भगवान नरसिंह का पूजन किया जाता है। इस दिन भक्त पवित्र स्नान करते हैं। उसके बाद गंगाजल, नारियल पानी और दूध से देवताओं का अभिषेक किया जाता है।

भादों मास क्यों है महत्वपूर्ण?
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भादो महीने में ही सिंह संक्राति पड़ती है जिसे हिंदू धर्म में बहुत अधिक महत्वपूर्ण माना जाता है। वास्तव में भादो मास में कई राशियों एवं ग्रहों में परिवर्तन होता है जिसके कारण वे अपनी चाल बदलते हैं।
सिंह संक्रांति के दिन लोग विशेष तरीके से पूजा पाठ करते हैं। इसके साथ ही कुछ लोग अलग तरीके का भोजन करते हैं जबकि कुछ लोग टोटके करते हैं। माना जाता है कि सूर्य संक्रांति के दिन घी खाना बहुत फायदेमंद होता है। आइये जानते हैं इसके पीछे क्या है मान्यता।

क्या होती है सिंह संक्रांति?
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जब राहु कर्क में और केतु मकर राशि में प्रवेश कर जाता है तो उस दिन को सूर्य संक्रांति मनाया जाता है। इस दिन सूर्य देवता भी राशि परिवर्तन कर लेते हैं और कर्क राशि से सिंह राशि में प्रवेश कर जाते हैं। भादो माह में सूर्य जब अपनी राशि परिवर्तित करता है तो उस संक्रांति को सिंह संक्रांति के नाम से जाना जाता है। इस वर्ष सूर्य संक्रांति 17 अगस्त को पड़ रही है।

सिंह संक्रांति पर घी खाने का महत्व
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चरक संहिता में गाय के घी को शुद्ध एवं पवित्र माना गया है। कहा जाता है कि सूर्य संक्रांति के दिन घी का सेवन करने से यादाश्त, बुद्धि, बलवीर्य, ऊर्जा और ओज बढ़ता है। इसके अलावा गाय का घी खाने से वात, कफ और पित्त दोष दूर रहते हैं और शरीर से विषैले पदार्थ बाहर निकल जाते हैं। बुखार में भी गाय का घी रामबाण की तरह काम करता है।
पौराणिक मान्यताओं के अनुसार सूर्य संक्रांति के दिन घी नहीं खाने से अगले जन्म में व्यक्ति घोंघे के रूप में जन्म लेता है। यही कारण है कि सूर्य संक्रांति के दिन घी खाने का विशेष महत्व है। इस दिन घी का सेवन करने का एक अन्य फायदा यह होता है कि राहु और केतु का व्यक्ति के जीवन पर नकारात्मक प्रभाव नहीं पड़ता है।

राजेन्द्र गुप्ता,
ज्योतिषी और हस्तरेखाविद
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