हमारे संविधान की जो तीसरी महत्वपूर्ण विशेषता है वह है धर्म निरपेक्षता। हमारे संविधान की एक और विशेषता है और वह है समाजवाद। समाजवाद में संपत्ति और बड़े उद्योगों के सहकारी या सरकारी स्वामित्व को बढ़ावा दिया जाता है और निजी भागीदारी को कम। अंतिम विशेषता है सम्प्रभुता जहाँ हमारा संविधान हमारे राष्ट्र को एक स्वतन्त्र और असीमित शक्तियों वाला राष्ट्र घोषित करता धन्य हैं हमारे संविधान निर्माता जिन्होंने ऐसे व्यापक और सर्वश्रेष्ठ संविधान को अपनाया । गणतन्त्र दिवस यही तथ्य समझने और समझाने का है कि हमारे देश में संविधान सर्वोपरि है न कि कोई व्यक्ति, वंश, समाज या समुदाय। हमें कानून का राज्य चाहिए नेताओं का नहीं। नेताओं की जय करने से पहले स्वयं की और संविधान की जय करना सीखना होगा। नेता हमारे निर्वाचित प्रतिनिधि हैं, शासक नहीं। नेताओं का भविष्य जनता के हाथ में है, जनता का भविष्य नेताओं के हाथ में नहीं।
पाकिस्तान भी अपने आपको गणतंत्र कहता है किन्तु वह इस्लामिक गणतंत्र है। उसी तरह ईरान भी इस्लामिक गणतंत्र हैं। ब्रिटेन, आस्ट्रेलिया, जापान आदि देश केवल लोकतान्त्रिक हैं किन्तु वहां गणतंत्र नहीं हैं वहीं दूसरी तरफ भारत, अमेरिका आदि देश लोकतान्त्रिक भी हैं और गणतंत्र भी। इंग्लैंड की उच्चतम व्यवस्था राजशाही है, जहाँ राजा प्रमुख है इसलिए लोकतांत्रिक होते हुए भी वह एक गणतांत्रिक देश नहीं है क्योंकि राजा किसी गण या समूह से नही चुना जाता । प्रस्तुतिकरण
डा. जे. के.गर्ग