निरकुंश राज्य शक्ति पर सच्चाई और भक्ति की जीतका पर्व होली पार्ट4

dr. j k garg
आईये जाने होली का मतलब होली यानि जो बीत गया सो बीत गया, कबीर ने सही कहा था “ बीती ताई बिसार दे और आगे की सुध लें “अर्थात जो बीत गया उसकी चिंता न करें तथा आगे के लिए जो भी काम करें वो सही करें, घ्रणा की जगह प्रेम करें, दूसरों का सम्मान करें और उनकी बात सुनें | इंग्लिश के शब्द Holy का हिन्दी में मतलब होता है “‘पवित्र” यानि हमारे सारे काम स्वार्थ की जगह समाज, परिवार और देश हित हो। सही मायनें में होली अन्याय पर न्याय की, कटुता पर मधुरता की,नकारात्मकता पर सकारात्मकता, झूठ-फरेब पर सच्चाई,स्नेह, सोहार्द एवं सदभावना की जीत का पर्व है। इस होली पर हम सकंल्प लें कि हम हमारे परिवार,समाज और देश में सभी तरह के भेदभाव और बुराइयों को जला देगें। होली या रगं महोत्सव को स्नेह-प्यार-मोहब्बत का त्यौहार” बनाएंगे। अब तय आपको ही करना है कि इस होली पर भी आप विगत वर्षों की होली के भाति सिर्फ घासफूस जलाने ही जा रहे हैं या फिर अपनी बुराइयों ? को सच्चे दिल से जलाने और भस्म करने का मजबूत संकल्प ले रहे हैं

होली के जलते हुए कोयलों पर गेहूँ की बालियों को भुन कर नई फसल के लिये परमात्मा को धन्यवाद देते हुये पापड़ खीचें भी भुन कर खाते हैं | नई फसल के आजाने से किसानों सहित जनमानस के चहेरे पर खुशी और उल्लास लाती है

डा. जे. के. गर्ग

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