( भारतीय राष्ट्रीय चिकित्सक दिवस डॉक्टर्स डे -एक जुलाई) 1-7-21 j k gargनिस्संदेह हमारी माँ हमारे जीवन की सबसे पहली डॉक्टर है जो जीवन भर निस्वार्थ भाव हमारी देखभाल करती है | यह भी सच्चाई है ईश्वर तो सबके जीवन की रक्षा स्वयं प्रत्यक्ष रूप से नही कर पाते हैं इसलिए इस धरती पर उन्होंने अपने दूत के रूप में डॉक्टर को भेज दिया। बीमारी से लड़ने की ताकत एक डॉक्टर ही हमे देता है।कोराना महामारी के समय में खुद की जान को जोखिम में डाल कर हजारों इंसानों के प्राण बचानेवाला धरती पर भगवान का दूत डाक्टर ही है | कोरना महामारी के दोरान अपने मरीजों का इलाज करते हुए भारत और विदेशों में और विदेशों में सैंकड़ो डाक्टरों ने अपने प्राणों की आहति देकर लाखों स्त्री पुरुष , बालक बालिकाओं को जीवन दान दिया है | दुर्भाग्यवश आज कुछ स्वार्थी लोग उनकी नेकनीयती और काबलियत पर सवाल करते हैं ऐसे इन्सान क्षमादान के काबिल भी नहीं हैं | वो इन्सान डॉक्टर ही होता है जो रोते हुए आये मरीज को हँसाते हुए भेजता है। जीवन जीना एक कला है जिन्हें जीने के लिए माँ बाप के बाद एक डॉक्टर की ही सलाह की जरूरत पड़ती है। निस्संदेह डॉक्टर इस संसार के वास्तविक हीरो होते है जो हमारे जीवन की रक्षा करते है | देवदूत डाक्टरों को शत शत नमन .