आधुनिक भारत के शिल्पकार नेहरू part 4

dr. j k garg
देश में योजनाबद्ध विकास हेतु योजना आयोग की स्थापना की गई। योजना आयोग ने देश के चहुंमुखी विकास के लिये पंचवर्षीय योजनाएं बनाईं। उस समय पंचवर्षीय योजनाएं सोवियत संघ सहित अन्य समाजवादी देशों में लागू थीं परंतु पंचवर्षीय योजना का ढांचा एक ऐसे देश में लागू करना नेहरूजी के ही बूते का था जो पूरी तरह से समाजवादी नहीं था। दूसरे महायुद्ध के बाद विश्व दो गुटों में विभाजित हो गया था। जहाँ एक गुट का नेतृत्व अमेरिका कर रहा था वहीं दूसरे गुट का सोवियत संघ। भारत ने यह फैसला किया कि वह दोनों में से किसी गुट में शामिल नहीं होगा। हमारी गुटनिरपेक्षता की नीति के कारण सारी दुनिया में भारत की प्रतिष्ठा बढ़ी और जवाहरलाल नेहरू गुटनिरपेक्ष देशों के सर्वाधिक शक्तिशाली नेता बन गये। जवाहरलाल नेहरू ने भारत को तत्कालीन विश्व की दो महान शक्तियों का पिछलग्गू न बनाकर तटस्थता की नीति का पालन किया। नेहरूजी ने निर्गुट एवं पंचशील जैसे सिद्धांतों का पालन कर विश्व बंधुत्व एवं विश्व शांति को प्रोत्साहन दिया। नेहरुजी ने अनेकों किताबे लिखी जिनमें डिस्कवरी ऑफ़ इंडिया,एन ओटोबायोग्राफी ग्लिम्प्सेस ऑफ़ वर्ल्डहिस्ट्री,पुत्री के नाम पिता के पत्र प्रमुख है | नेहरूजी ने

नेहरूजी का जन्मदिन को बाल दिवस देश के रूप में मनाया जाने लगा क्योंकि हमारे पहले प्रधानमंत्री पंडित जवाहर लाल नेहरू को बच्चों से काफी लगाव था, इसलिए उनके जन्मदिन को बच्चों के प्रति समर्पित कर दिया गया। नेहेरू जी का जन्म दिन 14 नवम्बर को बाल दिवस के रूप में मनाया जाता है बाल दिवस युवाओं को भविष्य में प्रगति विकास का नया रास्ता देने का है। नौनिहालों में छुपी हुई प्रतिभा को तराश कर कल के बेहतर भारत की नींव डालने का है। पंडित जवाहर लाल नेहरू को बच्चे प्यार से चाचा नेहरू कहकर पुकारते थे। उनका कहना था कि आज के बच्चे कल के भारत का निर्माण करेंगे। हम उनका किस तरह पालन पोषण करते हैं यह देश के भविष्य के बारे में बताता है।

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