लौह पुरुष सरदार पटेल के मजबूत इरादों और नेहरूजी की सज्जनता दूरदर्शिता की प्रतीक आयरन लेडी इंदिरा गांधी Part 3

j k garg
गुरुदेव रवीन्द्रनाथ टैगौर ने इंदिराजी को एक नया नाम “प्रियदर्शिनी” दिया था, बापू भी उन्हें इसी नाम से पुकारते थे। इंदिरा की सक्रियता 5 साल की उम्र में ही प्रारम्भ हो गई थी जब उन्होंने आजादी के संघर्ष के वक्त स्वदेशी आंदोलन से प्रभावित होकर इंग्लैंड से मंगाई गई अपनी सबसे पसंदीदा एवं महंगी गुड़िया जला दी थी। उन्होंने 25 वर्ष की आयु में परिवार की ईच्छा के विरुद्ध निडर बनते हुये फिरोज गांधी से शादी कर ली।इंदिरा के पिता नेहरूजी का अधिकांश समय जेल और स्वाधीनता के आंदोलनों में ही बीतता था | अपने परिवार के संस्कारों से प्रभावित होकर बचपन में ही इंदिरा ने क्रांतिकारियों और आंदोलनकारियों की सहायता करने के उद्देश्य से अपने हम उम्र बच्चों और मित्रों के सहयोग से 12 साल के उम्र में ही ‘वानर सेना’ का गठन किया | वानर सेना स्वतंत्रता आंदोलन के लिए झंडा बनाने का काम करती थी। भारत छोड़ो आन्दोलन के समय सितम्बर 1942 में 22 वर्षीय इंदिरा जी को गिरफ्तार कर लिया गया | 1965 के भारत पाकिस्तान के युद्ध के समय इन्दिराजी सेन्य अधिकारियों की चेतावनी के बावजूद घायलों की देखभाल करने एवं सैनिकों के उत्साहवर्धन हेतु युद्ध क्षेत्र में पहुंच गई | अपने राजनैतिक कार्यकाल में उन्होंने कई बड़े फेसले किये | इंदिराजी ने देश के महत्त्वपूर्ण 14 बैंकों का राष्ट्रीयकरण कर दिया ताकि बैंक सरकार की आर्थिक नीति के अनुसार आचरण कर सकें, राष्ट्रीयकरण के बाद सामाजिक प्रगति के काम प्रारम्भ होने लगे। मध्यम वर्ग तथा अल्प मध्यम वर्ग के लोगों को रोज़गार परक ऋण मिलने का मार्ग साफ़ हो गया। इंदिरा गांधी ने अगस्त 1970 में भूतपूर्व राजा-महाराजाओं को जो बड़ी राशि प्रीविपर्स के रूप में मिलती आ रही थी, उसकी समाप्ति की घोषणा कर दी। इंदिराजी ने भूमि हदबंदी योजना को पूरी शक्ति के साथ लागू किया गया। इससे ग़रीब किसानों को अच्छा लाभ मिला। इंदिरा गाँधी ने ‘गरीबी हटाओ’ के नारे के साथ समाजवादी सिद्धांतों के अनुरूप चुनावी घोषणा पत्र तैयार कराया ‘गरीबी हटाओ’ का नारा लोकप्रिय साबित हुआ। उनके पूर्ववर्ती लोकहित कार्यों की पृष्ठभूमि ने भी चमत्कारी भूमिका निभाई। इन क़दमों के कारण जनता के मध्य इंदिरा गांधी की एक सुधारवादी प्रधानमंत्री की छवि कायम हुई और उनकी लोकप्रियता का ग्राफ शिखर पर पहुंच गया |

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