बड़े भूकम्पों के योग बन रहे हैं

राजेश शर्मा
राजेश शर्मा

वृषभ राशि में बनेगा.बड़े भूकम्पों के योग बन रहे हैं। राजनैतिक स्थितियां विवादास्पद रह सकती हैं।
5 मई से 12 मई को सूर्य, मंगल, बुध, केतु का मेष राशि में चतुर्ग्रही योग बनेगा.पंचग्रही योग –23 मई से 27 मई, सूर्य, मंगल, बुध, गुरू और शुक्र का पंचग्रही योग वृषभ राशि में बनेगा.बड़े भूकम्पों के योग बन रहे हैं। राजनैतिक स्थितियां विवादास्पद रह सकती हैं।

तीनग्रही योग – 14 मई से 29 मई तक सूर्य, गुरू, शुक्र का मेष राशि में तीनग्रही योग बनेगा. 28 अप्रैल से 4 मई तक सूर्य, बुध, शुक्र का मेष राशि में तीनग्रही योग बनेगा.
चतुर्ग्रही योग – 5 मई से 12 मई को सूर्य, मंगल, बुध, केतु का मेष राशि में चतुर्ग्रही योग बनेगा. 14 मई से 27 मई को सूर्य, बुध, गुरू, शुक्र का वृष राशि में चतुर्ग्रही योग बनेगा.
पंचग्रही योग – 23 मई से 27 मई तक सूर्य,मंगल, बुध, गुरू, शुक्र का वृष राशि में पंचग्रही योग रहेगा.
समसप्तक योग – 12 अप्रैल से 23 मई तक मंगल और शनि का समसप्तक योग रहेगा. 13 अप्रैल से 13 मई तक सूर्य और शनि का समसप्तक योग रहेगा.
षडाष्टक योग – 23 मई से 4 जुलाई तक शनि-मंगल का षडाष्टक योग रहेगा.
ज्योतिष के अनुसार इस समय ग्रह योगायोग में अनहोनी का संकेत भी नजर आ रहा है। राजनैतिक और सामाजिक वातावरण में उथल-पुथल होने की संभावना भी दिख रही है। विशेष रूप से उत्तर पूर्व का हिस्सा जम्मू कश्मीर, असाम, उत्तर प्रदेश, पश्चिमी बंगाल, बिहार, पश्चिमी राजस्थान, गुजरात, दिल्ली, हरियाणा महाराष्ट्र, कर्नाटका, आंध्र प्रदेश और तमिलनाडु के कुछ क्षेत्रों में विशेष सावधानी सरकारों को बरतनी होगी।
इन ग्रह योगायोगों पर बारह राशियों पर क्या प्रभाव रहेगा-
मेष राशि
–मेष राशि वालों के लिए यह योग आर्थिक और पारिवारिक दृष्टिकोण से शुभ और मंगलमय रहेगा। धन लाभ होगा कारोबार में विस्तार के मौके मिलेंगे। शत्रु परास्त होंगे।
वृषभ राशि
–वृषभ राशि वालों के लिए यह योग कारोबारी शुभ घटना का संकेत दे रहा है। परंतु सावधानी भी बरतनी होगी।
कारोबारी संबंधों में सुधार होगा। परंतु पूंजी निवेश से बचें। पारिवारिक सदस्यों का सहयोग प्राप्त होगा। स्वास्थ्य को लेकर परेशानी आएगी।
उपाय:-
शुक्रवार घी, दही, कपूर और अदरक का दान दें।
मिथुन राशि
–मिथुन राशि वालों के लिए यह योग अनुकूल व लाभदायक रहेगा। आर्थिक लाभ बढ़ेगा। कानूनी मसलों में सफलता मिलेगी।
जमीन-जायदाद के विवादित सौदों से दूर रहें। प्रत्येक बुधवार को इलायची, पालक, हरी चूडिय़ां, हरे वस्त्र श्रद्घानुसार किन्नर को दान दें।
कर्क राशि
–कर्क राशि वालों के लिए यह योग बहुत ही सावधानी का है। पारिवारिक कलह बढ़ेगा। आर्थिक दबाव रहेगा। मनोबल में कमी आएगी।
उपाय:- पानी में कच्चा दूध मिलाकर चंद्रमा मंत्र का जाप करते हुए पीपल में चढ़ाएं।
सिंह राशि
–सिंह राशि वालों के लिए यह समय मिलाजुला रहेगा। जहां एक ओर व्यवसाय में सफलता मिलेगी।
उपाय:- 43 दिन बहते पानी में गुड़ व तांबे के सिक्के बहते पानी बहाना शुभ रहेगा।
कन्या राशि
–कन्या राशि के लिए यह ग्रह योगायोग बहुत ही अनुकूल है।
उपाय:-कांसे का गोल टुकड़ा हरे रंग के कपड़े में लपेटकर जेब में रखें।
बुधवार के दिन साबुत मूंग के 7 दानें, हरा हकीक हरे कपड़ें में लपेट कर अपने उपर से 7 बार उसार कर बहते पानी में प्रवाह करें।
तुला राशि
–तुला राशि वालों के लिए यह योग अनुकूल व सफलता प्रदान कराने वाला होगा। धन लाभ के अवसर प्राप्त होंगे।
उपाय:- शुक्रवार का व्रत करें। व्रत का समापन चावल और दूध की खीर खाकर करें। नमक का सेवन न करें।
वृश्चिक राशि
–वृश्चिक राशि वालों के लिए यह समय अनुकूल व लाभदायक रहेगा। शादी-विवाह समस्याओं का निवारण होगा।
उपाय:- मसूर, गुड़, लाल वस्त्र का दान गरीब व जरूरतमंद व्यक्ति को करें।
धनु राशि
–धनु राशि वालों के लिए यह समय विशेष सावधानी का है। आर्थिक दृष्टिकोण से लाभ तो होगा परंतु संघर्ष करना होगा।
उपाय:-चांदी की कटोरी में केसर व हल्दी घोलकर नियमित तिलक करें। चमेली के 9 पुष्प लेकर अपने ऊपर से नौ बार उसार कर बहते पानी में प्रवाह करें।
मकर राशि
–मकर राशि वालों के लिए शुभ व मंगलमय योग बन रहा है। कारोबार में सफलता मिलेगी।
उपाय:- मिट्टी के कुल्हड़ में देसी खांड भर के किसी मंदिर में या वीरानें स्थान में रखकर आ जाएं। मछलियों को भोजन देना अच्छा रहेगा।
कुंभ राशि
— कुंभ राशि वालों के लिए कारोबार की दृष्टि से समय अनुकूल, ग्रहयोगायोग सफलता का संकेत दे रहें हैं। बिगड़े कामों में सुधार होगा।
उपाय:-1. कुंभ राशि वाले चीटिंयों को त्रिचोली डालें। मां भगवती दुर्गा के आगे अखंड ज्योत जलाएं।
मीन राशि
–मीन राशि वालों के लिए समय प्रतिकूलता का संकेत दे रहे हैं। बनते हुए कार्य में अनावश्यक रुकावटें आएंगी।
उपाय:-किसी सौभाग्यवती स्त्री को पीले वस्त्रों का दान दें। प्रत्येक बृहस्पतिवार को बेसन के लड्डू गाय को अपने हाथ से खिलाएं।
इन ग्रहीय परिवर्तनो के प्रभाव या दुष्प्रभाव से धर्म और आस्था भी अछूते नहीं रह सकेंगे। श्रद्धालुओं के धर्म के विश्वास में अस्थिरता, धार्मिक स्थलों के आसपास दुर्घटनाओं या हिंसक घटनाओं के दैवीय प्रकोप से हानि सम्भव है। धर्म, और धर्माचार्यों, पुजारी, धर्म संस्थानों के कर्मचारी भी प्रभावित हो सकते हैं राजनैतिक स्थितियां विवादास्पद रह सकती हैं। उपायों की तो प्राकृतिक आपदाओं से बचने के लिए तो सभी को मिलकर पूजा अर्चना एवं हवन आदि करना चाहिए और व्यक्ति विशेष के लिए सम्बंधित ग्रह की शांति के उपाय अपनाने चाहिए।
-राजेश शर्मा
भृगु ज्योतिष अनुसन्धान केन्द्र
मेरठ, उत्तर प्रदेश, भारत

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