प्राइमरी हैल्थ केयर में बदलाव के एजेन्ट बनने का आवहान

DSC_3008DSC_3017जयपुर / स्वास्थ्य एवं फार्मास्यिूटिकल प्रबन्धन में स्नाकोत्तर डिप्लोमा कोर्स के लिए पूरे देष से आई.आई.एच.एम.आर. में आये छात्र-छात्राओं को प्राइमरी हैल्थ केयर में बदलाव के एजेन्ट बनकर मानवीय संवेदनाओं के साथ समाज में कार्य करने आवहान के साथ दो वर्षीय पाठ्यक्रम के लिए आहूत किया गया।
आई.आई.एच.एम.आर. के ट्रस्टी पूर्व मुख्य सचिव एम.एल. मेहता ने कहा कि पूरे देष में सन् 1984 में स्थापित संस्थान गत 10 वर्षों से प्राथमिक स्वास्थ्य केयर के क्षेत्र में नम्बर एक पायदान पर स्थान बनाया है। मेहता ने कहा कि वालेन्ट्री सेक्टर में स्थापित स्व वित्त पोषित संस्था द्वारा इस तरह अनुसंधान आधारित पाठ्यक्रम के कारण इसके प्रति लगातार आकर्षण बढ़ रहा है।
प्रारम्भ में संस्थान के निदेषक डा. एस.डी. गुप्ता ने कहा कि लगातार बाजार एवं समाज की जरूरत के अनुसार बदलते हुए पाठ्यक्रम, उच्च गुणवत्ता वाली फेकल्टी के कारण उक्त कोर्स को राष्ट्र एवं अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर पहचान मिल रही है। उक्त कोर्स का संचालन विष्व स्वास्थ्य संगठन के जिला प्राइमरी स्वास्थ्य केयर सेन्टर के सहयोगी के रूप में किया जा रहा है।
DSC_3013स्वास्थ्य प्रबंधन संकाय के डीन डा. अषोक कौषिक ने बताया कि संस्थान द्वारा संचालित दो वर्षीय पोस्ट ग्रेजयुट स्वास्थ्य एवं फार्मा प्रबंधन कोर्से पूरा करने के पूर्व की प्लेसमेंट मिलने के साथ निजी, सरकारी व फोटापोटेर सेक्टर में उनके काम की प्रषंसा होने से संस्थान को गर्व है। अब तक स्वास्थ्य एवं प्रबन्धन में 1500 से अधिक छात्र-छात्राओं में उक्त कोर्स कर चुके है।
इस अवसर पर संस्थान के आकदमिक सलाहकार ब्रिगेडियर एस.के. पुरी, प्रोफेसर ट्रेनिंग (डीन) प्रो. पी.आर. सोढ़ानी, फोर्टिफिकेषन परियोजना के निदेषक डा. एम.एल. जैन, पूर्व उच्चाधिकारी आई.ए.एस. राजेन्द्र भानावत सहित भारी संख्या में छात्र-छात्राओं के साथ उनके परिवार सदस्य उपस्थित थे।
-कल्याण सिंह कोठारी
मीडिया सलाहकार
9414047744

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