
पणिहारी मटका रेस एवं देशी-विदेशी सेलानियों की रस्साकस्सी रही आकर्षण का केन्द्र
विदेषी मेहमानों को राजस्थानी संस्कृति से कराया रुबरु
उत्साह से इस लोक संस्कृति में घूल मिल गए विदेषी सैलानी
जैसलमेर। मरु महोत्सव -2014 के कार्यक्रमों की कड़ी में दूसरे दिन गुरुवार को स्वर्ण नगरी जैसलमेर के पास स्थित देदानसर मैदान में रेगिस्तानी जहाज के विभिन्न कार्यक्रम बहुत ही रोचक रहे। इस समारोह में राष्ट्रीय मानवाधिकार केे विषेष रेपोटर अजय कुमार , जिला कलक्टर एन.एल.मीना ,महानिदेषक आईटीबी सुभाष गोस्वामी , उप महानिरीक्षक बीएसएफ अमित लोढ़ा , बलवेन्द्रसिंह बाजवा, गोपालसिंह शेखावत , अतिरिक्त जिला कलक्टर मानाराम पटेल ,अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक के.सी.यादव ,उपखण्ड अधिकारी गजेन्द्रसिंह चारण ,सहायक निदेषक विनोद पंडया के साथ ही आर्मी व बीएसएफ के अधिकारी, मेला व्यवस्थाओं से जुड़े अधिकारीगण एवं भारी संख्या में देशी-विदेशी सैलानी उपस्थित थे।
पणिहारी मटका रेस ने सभी दर्शकों को किया मोहित, अंग्रेजी मेम ने पाया पहला स्थान
मरु महोत्सव के दूसरे दिन पणिहारी मटका रेस प्रतियोगिता से देशी-विदेशी महिलाएंॅ यहां की पणिहारी पेयजल संॅस्कृति से रूबरू हुई। पणिहारी मटका रेस में महिलाओं ने दस मीटर पर रखी ईढ़ाणी को अपने सिर पर रख कर पानी से भरी हुई मटकी को उठाया एवं आगे के लिये दौड़ लगाई। शहरी संस्कृति की महिलाओं के साथ ही विदेशी महिलाएॅ भी इसमें शामिल हुई। जिन विदेषी महिलाओं ने कभी सिर पर मटका रखा ही नहीं उन्होंने भी सिर पर मटका रख कर दौड़ लगा कर दर्षकों को अचम्भित सा कर दिया।
पणिहारी मटका रेस में 22 देषी व विदेषी महिलाओं ने भाग लिया। जिसमें इग्लैण्ड की मिस समथा सबसे पहले सिर पर पानी से भरा हुआ मटका लेकर पहुंची। उसे देख कर हर दर्षक हँसी से खिल उठा। वास्तव में सबसे रौचक इस प्रतियोगिता विदेषी मेम ने कमाल कर दिखाया। इस दौड़ में दूसरे नम्बर पर नागौर की लील राजपुरोहित , तीसरे नम्बर पर बैग्लोर की प्रतिभा विजेता रही।
मटका रेस में दौड़ती हुई महिलाएॅं जहां पानी से भीग गई वहीं कई महिलाएॅ मटका नहीं उठा सकीं। वहीं कई महिलाओं के मटके उठाने से पहले ही फूट गए। इस पणिहारी रेस को देख कर दर्शकगण अपनी हॅंसी नहीं रोक सके।
विदेशी मेहमानों ने सात वर्षो से लगातार रस्साकसी में जमाया दबदबा
देदानसर मैदान में आयोजित भारतीय एवं विदेशी पुरुषों तथा महिलाओं की रस्सा-कसी भी बहुत ही रोचक एवं आकर्षण का केन्द्र रही। इस बार दोनों वर्ग की प्रतियोगिताओं में विदेशी मेहमानों ने बाजी मारी।
पुरुष व महिला रस्सा-कस्सी प्रतियोगिता में विदेशी पुरुषों एवं महिलाओं ने अपने दमखम का जोर लगा कर लगातार दोनों राऊण्ड में भारतीय मेजबानों को अपनी और खींच कर विजयश्री हासिल की। विदेशी महिलाएॅं इस जीत की खुशी से झूम उठी। पवेलियन में रस्साकस्सी से जाने से पहले भी वे रोमांच कर पहुंची एवं उनके उत्साह ने उन्हें विजयश्री का वरण पहनाया। पुरुषों की विदेषी टीम ने लगातार सात वर्ष एवं महिलाओं की विदेषी टीम ने लगातार चार वर्ष से बाजी मार रही हैं। इन रस्साकस्सी में 11-11 भारतीय एवं विदेषी पुरुष एवं महिलाओं ने शारीरिक दमखम का प्रदर्षन किया।
श्रृंगार से रूबरू हुए दर्शक
मरु महोत्सव में गुरुवार को ऊॅंट श्रृंगार प्रतियोगिता भी बहुत ही आकर्षण का केन्द्र रही एवं दर्शक ऊँट के श्रृंगार से रूबरू हुए। इस प्रतियोगिता में 7 प्रतिभागियों ने हिस्सा लिया। ऊंॅंटों को मोरी, गोरबन्ध, कन्ठमाल, लूम, परची, पिलाण, तंग, मोड़, पायल, घूघरा, पूॅंछ बंधनी इत्यादि श्रृंगारों से ऊंॅटों को सजाया और उन पर सजे-धजे सवार थे।
ऊंॅंट श्रृंगार प्रतियोगिता के निर्णायकों ने श्रृंगारित ऊंॅंट को बारीकी से जांॅच परख कर सीमा सुरक्षा बल के प्रेमसिंह भाटी का श्रृंगारित ऊँट को प्रथम विजेता रखा। वहीं सुरक्षा बल के ही आरबखां का ऊंट द्वितीय और होटल पैराडाईज के मीरेखां पतंग ऊंॅट तृतीय विजेता रहा ।
ऊंट की मंथर चाल से दर्शक हुए अभिभूत
शान-ए-मरूधरा प्रतियोगिता भी रेगिस्तानी जहाज के नाम रही। इसमें 5 प्रतिभागियों ने भाग लिया। इसमें प्रति प्रतियोगी को मात्र कच्छी-बनियान धारण किए हुए उन्हें निर्धारित 100 मीटर की दूरी तय करनी थी। ऊॅंट सवार ने निर्धारित दूरी पर रखे जूते पहने अपना टेवटा बांधा तथा कुर्ता पहना एवं उसके बाद साफा बांध कर ऊंट पर गद्दी एवं पिलाणा जमा कर उसे तंग से बांध कर मंथर चाल से पहुॅंचा। यह नजारा इतना मनोहारी और हास्यप्रद रहा जिसे देख कर दर्शक हंस-हंस कर लोट-पोट हो गए। इसमें भी सीमा सुरक्षा बल के शरीफखां का ऊंट सबसे पहले पहुंच कर पहला स्थान प्राप्त किया। वहीं सीमा सुरक्षा बल के चंदनसिंह का ऊँट द्वितीय एवं जीवराज का ऊँट तृतीय रहा। इस प्रकार यह प्रतियोगिता पूरी सीमा सुरक्षा बल के खाते में गयी।
कैमल पोलो मैच में ऊंटों ने निभाया पूरा साथ, सीमा सुरक्षा बल ने 1-0 से जीता मैच
कैमल पोलो संघ इण्डिया के अध्यक्ष जितेन्द्रसिंह राठौड़ के सत्त प्रयासों से मरु महोत्सव में आयोजित किया जा रहा कैमल पोलो मैंच अपनी अमिट छाप छोड़ चुका है। कैमल पोलो एसोषियेसन ऑफ इण्डिया एवं सीमा सुरक्षा बल की टीमों के मध्य खेले गए कैमल पोलो मैच में अनबोल पशु ऊॅंट ने पोलो खिलाड़ियों का पूरा साथ दिया। इस पोलो मैच में सीमा सुरक्षा बल की टीम ने 1 गोल दाग कर विजयश्री हासिल की एवं कैमल पोलो एसोसियेशन की टीम को पराजित किया। ऊॅंट पर सवार पोलो खिलाड़ियों ने बड़ी स्टीक के सहारे अच्छा प्रदर्शन किया। बी.एस.एफ. की टीम के कप्तान चंदनसिंह ,कैमल पोलो संघ के कप्तान चैनाराम के नेतृत्व में यह मैंच अच्छा रहा। महानिदेषक आईटीबीपी सुभाष गोस्वामी ,जिला कलक्टर एन.एल.मीना एवं डी.आई.जी बीएसएफ अमित लोढ़ा ने खिलाड़ियों का परिचय प्राप्त किया एवं विधिवत् खेलने की इजाजत दी।
कैमल रेस ने सभी दर्षकों को गुदगुदाया
देदानसर मैदान में आयोजित हुई कैमल रेस भी काफी आकर्षक रही। इसमें कई ऊँट बीच में ही विपरीत दिषा में चले गए तो कई ऊँट सवार से भी नहीं संम्भल पाए। बिना ब्रेक के इस रेगिस्तानी जहाज की दौड़ ने दर्षकों की हंसी रोक नहीं सकी। पूरा पवेलियन इस दौड़ के मनोहारी दृष्य को देख कर प्रफ्फूलित हो उठे।
यह कैमल रेस दो हीट में आयोजित की गई जिसमें पहले हीट में 6 ऊँटों की एवं दूसरे हीट में 5 ऊँटों की 150 मीटर की दौड़ हुई जिसमें तीन स्थानों पर दौड़ के विजेताओं की अंतिम हीट आयोजित की गई। जिसमें रॉयल सफारी के अमीनखां का ऊँट प्रथम , बीएसएफ के चंदनसिंह का ऊंट द्वितीय व उस्मानखां का ऊंट तृतीय विजेता रहा।
प्रतियोगिताओं के विजेताओं को किया पुरस्कृत



मरु महोत्सव के दूसरे दिवस गुरुवार को देदानसर मैदान में आयोजित हुई विविध प्रतियोगिताओं के विजेताओं को पुरस्कार प्रदान कर सम्मानित किया गया।
महानिदेषक आईटीबीपी सुभाष गोस्वामी , जिला कलक्टर एन.एल.मीना , डी.आई.जी. बीएसएफ अमित लोढ़ा, समाजसेवी कवंराजसिंह चौहान , ऊॅंट श्रृंगार ,षान-ए-मरुधरा प्रतियोगिता के प्रथम ,द्वितीय एवं तृतीय विजेताओं को क्रमषः 5000 , 3000 एवं 2000 रुपए के नकद पुरस्कार व प्रमाण-पत्र प्रदान कर पुरस्कृत किया। इसी प्रकार रस्साकस्सी प्रतियोगिता के विजेता विदेषी पुरुष एवं महिला टीम को महानिदेषक आईटीबीपी सुभाष गोस्वामी ,डीआईजी बीएसएफ गोपालसिंह शेखावत , बलवेन्द्रसिंह बाजवा ने 3 -3 हजार रुपए का नकद पुरस्कार एवं प्रमाण-पत्र दिए।
इसी प्रकार पणिहारी मटका रेस में प्रथम ,द्वितीय एवं तृतीय विजेता को श्रीेमती गोस्वामी , श्रीमती सुनीलदत एवं श्रीमती अमित लोढ़ा ने क्रमषः 3000 , 2000 एवं 1000 रुपए का नकद पुरस्कार एवं प्रमाण-पत्र प्रदान किये।
कैमल पोलो मैंच की विजेता टीम सीमा सुरक्षा बल के कप्तान चंदनसिंह को षिल्ड एवं 8000 रुपए नकद व उप विजेता टीम के कप्तान चेतनराम को रनरअप षिल्ड व 5000 रुपए का नकद पुरस्कार महानिदेषक आईटीबीपी सुभाष गोस्वामी , डी.आई.जी. बीएसएफ अमित लोढ़ा ,समाजसेवी दषरथ केला व कैमल पोलो संघ के अध्यक्ष जितेन्द्रसिंह राठौड़ ने प्रदान किए। इसी प्रकार कैमल रेस के पुरस्कार राष्ट्रीय मानवाधिकार के विषेष रेपोटर अजय कुमार , सेवा निवृत आई.ए.एस. अजय कुमार सिंह व जिला कलक्टर मीना ने प्रथम विजेता रॉयल सफारी के अमीनखां को 8000 रुपए , द्वितीय विजेता बी.एस.ए्फ के चंदनसिंह को 5000 रुपए एवं उस्मानखां को 2000 रुपए नकद एवं प्रमाण-पत्र प्रदान किए।
निर्णायकों ने निभाई महत्ती भूमिका
मरु महोत्सव के दूसरे दिन गुरुवार को देदानसर मैदान में आयोजित हुई विभिन्न प्रतियोगिताओं में निर्णायकों ने अपनी महत्ती भूमिका निभाई एवं उन्होंने अच्छा निर्णय देकर पूरे कार्यक्रम में पारदर्षिता को बरकरार रखा।
ऊंट श्रृंगार प्रतियोगिता में कैमल पोलो संघ के अध्यक्ष जितेन्द्र सिंह राठौड़ ,उप अधीक्षक पुलिस सोहनराम विष्नोई ,कर्नल अहलुवालिया , श्रमजीवी पत्रकार संघ के अध्यक्ष उपेन्द्रसिंह राठौड़ ने , शान-ए-मरुधरा प्रतियोगिता में बीएसएफ के कमाडेंट रतन बगड़िया , कर्नल गंगोपाध्याय , तहसीलदार पीताम्बर राठी , गोल्डन हवेली के गाजी खां ,आई लव जैसलमेर के मनीष गज्जा ने निर्णायक की भूमिका निभाई।
आई लव जैसलमेर एवं ट्रायो एवं रॉयल डेजर्ट सफारी रहे प्रायोजक
देदानसर मैदान में आयोजित हुई विविध प्रतियोगिताओं में आई लव जैसलमेर , ट्रायो रेस्टोरेंट एवं रॉयल डेजर्ट सफारी ने प्रायोजक की भूमिका निभाई। इसमें जितेन्द्र सिंह राठौड़ का सराहनीय सहयोग रहा।
खेल अधिकारी की टीम ने निभाई अच्छी भूमिका
देदानसर मैदान में आयोजित हुई विविध प्रतियोगिताओं मे खेल अधिकारी लक्ष्मणसिंह तंवर के साथ ही शारीरिक षिक्षकों की टीम ने अपनी महत्ती भूमिका निभाई एवं पूरा सहयोग प्रदान किया।
जिला कलक्टर ने राठौड़ की लिखी पुस्तकों का किया विमोचन

जैसलमेर / श्रमजीवी पत्रकार संघ के अध्यक्ष उपेन्द्रसिंह राठौड़ द्वारा लिखित पुस्तक ’’ आओ चले जैसलमेर ’’ एवं अंग्रेजी में लिखी पुस्तक ’’ जैसलमेर कॉल ’’ का जिला कलक्टर एन.एल.मीना ने समारोह के दौरान इसका विमोचन किया।
उपेन्द्रसिंह द्वारा लिखित इन हिन्दी एवं अंग्रेजी पुस्तकों में जैसलमेर की संस्कृति से संबंधित आलेख प्रकाषित किये गए हैं। जिला कलक्टर ने पुस्तक लेखन पर राठौड़ को बधाई दी एवं कहा कि यह पुस्तक जैसलमेर आने वाले सैलानियों के लिए सन्दर्भ का काम करेगी।
अतिथियों को विजय बल्लाणी ने उनके द्वारा रचित कलैण्डर भेंट किए
समारोह में मरुश्री-2013 एवं जैसलमेर के रंगकर्मी विजय बल्लाणी द्वारा तैयार किए गए रंगीन कैलेण्डर -2014 को उन्होंने महानिदेषक आईटीबीपी सुभाष गोस्वामी , जिला कलक्टर एन.एल.मीना , डी.आई.जी. बीएसएफ अमित लोढ़ा, राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग के स्पेषल रेपोटर अजय कुमार को भेंट किए। इस कलैण्डर में पर्यटन विभाग के आयोजित होने वाले मेलों की पूरी जानकारी प्रदान की गई है।
तीन दिवसीय मरु महोत्सव का समापन शुक्रवार को
जैसलमेर /विश्वविख्यात मरु महोत्सव के तीसरे दिन देशी-विदेशी सैलानियों के लिए कुलधरा और सम आकर्षण का केन्द्र होंगे। जैसलमेर आए पर्यटक शुक्रवार -14 फरवरी को दिन में जहां सत्रह किलोमीटर दूर कुलधरा में ग्राम्य संस्कृति के पुरातन बिम्बों से साक्षात्कार करेंगे वहीं माघ पूनम की सांझ जैसलमेर से 45 किलोमीटर दूर सम के लहरदार रेतीले मखमली धोरों के नाम होगी जहां देश-विदेश में मशहूर लोक कलाकार अपनी प्रसिद्ध कलाओं का प्रदर्शन करेंगे। सम के धौरों पर अपरान्ह 3 बजे से 6 बजे तक पतंगबाजों द्वारा रंगबिरंगी पतंगों की उड़ान कर सकेगें। साँस्कृतिक संध्या के बाद शानदार आतिशबाजी के साथ ही तीन दिवसीय मरु महोत्सव सम्पन्न हो जाएगा।
कुलधरा में ग्राम्य लोक सँस्कृति से होगा साक्षात
तीन दिवसीय मरु महोत्सव के अंतिम दिन 14 फरवरी, शुक्रवार को प्रातः 10 बजे से दोपहर 2ः30 बजे तक देशी-विदेशी मेहमान कुलधरा में ग्रामीण लोक संस्कृति के विविध बिम्बों का दिग्दर्शन कर सकेंगे।
सम के मखमली धोरों पर उमड़ेगा लोक संस्कृति का ज्वार
तीन दिवसीय मरु महोत्सव तीसरे व अन्तिम दिन 14फरवरी, शुक्रवार को जैसलमेर जिला मुख्यालय से 45 किलोमीटर दूर सम में मखमली रेतीले धोरों पर मरु महोत्सव का आनंद पाने आए देशी-विदेशी सैलानी सूर्यास्त के मनोहारी बिम्बों को देखने का लुत्फ उठा सकेंगे।
मरु महोत्सव में इन्होंने दिया सहयोग
जैसलमेर / देदानसर मैदान में गुरुवार को दूसरे दिवस आयोजित मरु महोत्सव के कार्यक्रमों को सफल बनाने में अधिकारियों के साथ ही आई लव जैसलमेर के कार्यकर्ताओं ने भरपूर सहयोग दिया।
इन कार्यक्रमों में खेल अधिकारी लक्ष्मणसिंह तंवर , सहायक निदेषक पर्यटक स्वागत केन्द्र विकास पंडया , सहायक पर्यटन अधिकारी खेमेन्द्रसिंह जाम , पुलिस उप अधीक्षक सोहनराम विष्नोई , कोतवाल वेद प्रकाष शर्मा , यातायात पुलिस कर्मियों ने पूरा सहयोग दिया।
आयोजित समारोह में उपखण्ड अधिकारी गजेन्द्र सिंह चारण ,, तहसीलदार पीताम्बर राठी , आयुक्त नगरपरिषद ताराचंद गौंसाई , आई लव जैसलमेर के देवेन्द्रसिंह , सहायक पर्यटन अधिकारी चीमाराम प्रजापत ,मरुश्री -2013 विजय बल्लाणी , ने भी सराहनीय सहयोग देकर इस मेले को सफल बनाने में अपनी अहम् भूमिका अदा की।
chandan bhati