कांग्रेस अल्पसंख्यको के नाम पर और बीजेपी बहुसंख्यको के धार्मिक मुद्दों जनता को गुमराह कर रही है।
देश के संविधान की मूल भावना गायब सी हो गई है । मोदी मीडिया देश और दिल्ली का मुख आम आदमी के मुद्दों से मोड़कर धार्मिक मुद्दों की और मोड़कर फिर से मोदी को जिताना चाहता है ।
आम आदमी और अरविन्द के समर्थको को इन धार्मिक बयानों पर ध्यान नही देना चाहिए बस ।
दिल्ली dialouge पर विशवास करना चाहिए । क्यूंकि मोदी ने चुनावों में हिन्दुओ के धार्मिक प्रतिको का इसतेमाल कर वोट बटोरे है और अब दिल्ली में भी उनकी यही कोशिश रहेगी ।
भले ही गोमाता की बात करने वाले सत्ता में आने के बाद आधुनिक कत्लखाने खोल रहे हो फिर भी लोगो को परवाह नही ।
देश का राजस्व 9 माह में बजट अनुमानों का आधा रह गया हो देश के सभी विकास कार्यो के बजट कम कर दिए हो रोजगार एक भी उपलब्ध नही कराया गया है और चीन और पाकिस्थान की घुसपेठ बदस्तूर जारी है जवान रोज शहीद हो रहे हो ।
राजस्थान में जनता कुराज से दुखी है खाद तक थानों में बाटी जा रही है 15 लाख रोजगार का वादा करने वालो ने विकास को रोक कर 15 लाख पुराने रोजगार छीन लिए हो फिर दिल्ली वासियों अगर आपको लगता है की घरवापसी 4 बच्चे पैदा करने से ही देश का विकास है तो
चलो फिर मोदी के साथ और 5 साल से आपके मुद्दों के लिए सडक से लेकर संसद तक लड़ने वाले अरविन्दकेजरीवाल अगर अराजक है नक्सली है आतंकवादी है उग्रवादी है ।
तो इनकी जमानत जब्त करवादो ये भी दिल्ली की बात करना छोडकर अपनी घर गृहस्थी में ध्यान दे और आपको भी विकास की बात करने वाले जनलोकपाल और स्वराज की बात करने वाले भ्रष्टाचार के खात्मे के लिए संगर्ष करने वाले महिला सुरक्षा , अच्छे स्वस्थ्य , स्वस्थ समाज , रोजगार शिक्षा की बात करने वाले इस सामाजिक आंदोलनों से पैदा हुए उग्रवादी नक्सली आतंकी अरविन्द केजरीवाल से मुक्ति मिले और देश में जननायको को ऐसा सबक मिले की अन्याय के खिलाफ और व्यवस्था परिवर्तन के लिए आवाज तक कभी निकालने की हिम्मत न कर सके ।
और देश में कांग्रेस और बीजेपी अपने धार्मिक साम्राज्यवाद से बारी बारी से आपको लुटती रहे ।
-गोपाल विजय