जल की बूंद -बूंद का खासा महत्व – प्रभारी मंत्राी भडाणा

जिले के प्रभारी मंत्राी व खाद्य, नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता मामलात मंत्राी श्री हेमसिंह भडाणा, मुख्यमंत्राी जल स्वावलम्बन अभियान के तहत ग्राम पंचायत देलवाडा में शेरा की बावड़ी के जीर्णाेंद्धार कार्य का अवलोकन करते हुए।
जिले के प्रभारी मंत्राी व खाद्य, नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता मामलात मंत्राी श्री हेमसिंह भडाणा, मुख्यमंत्राी जल स्वावलम्बन अभियान के तहत ग्राम पंचायत देलवाडा में शेरा की बावड़ी के जीर्णाेंद्धार कार्य का अवलोकन करते हुए।
ब्यावर, 10 मई। जिले के प्रभारी मंत्राी व खाद्य, नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता मामलात मंत्राी श्री हेमसिंह भडाणा ने कहा कि प्रदेश में मुख्यमंत्राी जल स्वावलम्बन अभियान के माध्यम से आमजन ने जल की बूंद-बूंद का महत्व समझते हुए उसके संरक्षण व संग्रहण में महत्वपूर्ण जन सहभागिता निभाई है, जिसके फलस्वरूप कई गांव जल स्वावलम्बी बनेंगे।
श्री भडाणा ने आज उपखण्ड ब्यावर की ग्राम पंचायत देलवाड़ा में शेरा की बावड़ी के जीर्णाेद्धार व रिचार्ज कार्य का अवलोकन करते हुए उक्त बात कही। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्राी श्रीमती वसुन्धरा राजे के नेतृत्व में प्रदेश विकास के पथ पर अग्रसर है लेकिन विकास के लिए प्रदेश को जल स्वावलम्बी बनाना भी आवश्यक है, जिसमें मुख्यमंत्राी जल स्वावलम्बन अभियान एक अहम कड़ी साबित हो रहा है।
सहायक अभियन्ता जल ग्रहण श्री शलभ टण्डन ने बताया कि प्रभारी मंत्राी श्री भडाणा ने ग्राम पंचायत देलवाड़ा में शेरा की बावड़ी के जीर्णाेद्धार व रिचार्ज कार्य में जन सहभागिता की जानकारी लेते हुए अधीक्षण अभियन्ता जलग्रहण श्री शरद गेमावत को निर्देश दिए कि वे बावड़ी के जीर्णाेद्धार कार्य के संबंध में जन सहभागिता कार्य के तहत श्रीसीमेन्ट की सहमति प्राप्त कर वित्तीय स्वीकृति लेकर 30 जून से पूर्व उक्त कार्य को पूर्ण कराना सुनिश्चित करें।
इस मौके पर प्रभारी मंत्राी श्री भडाणा ने देलवाड़ा में पूर्व सरपंच पप्पू काठात द्वारा 30 हजार रूपये की लागत से करवाए गए मिनी परकोलेशन के कार्य का भी अवलोकन करते हुए उक्त कार्याें की उपयोगिता आदि के बारे में विस्तृत जानकारी ली। जिला कलक्टर श्री गौरव गोयल ने प्रभारी मंत्राी श्री भडाणा को प्राचीन शेरा की बावड़ी की जानकारी देते हुए बताया कि जल के पारम्परिक स्त्रोत का जीर्णोद्धार व संरक्षण कर कई गांवों में जल संबंधी समस्या को दूर उन्हें जलस्वावलम्बी बनाया जा सकता है, इसी क्रम में अजमेर जिले में भी पारम्परिक जल स्त्रोतों का जीर्णाेंद्धार कर उन्हें रिचार्ज करने संबंधी कार्य करवाये जा रहे है।
इस अवसर पर सहायक अभियन्ता मसूदा श्री प्रदीप गुप्ता, स्थानीय जनप्रतिनिधि, जलग्रहण विकास दल के सदस्य आदि मौजूद थे। 00–00

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