शौचालय बनाने की अलख जगाने में सरपंच अपनी अहम भूमिका अदा करें

गांव के हर परिवार में बने शौचालय इसके लिये आत्म सम्मान व बहु बेटी की इज्जत का भाव जगाए प्रत्येक परिवार में – जिला कलक्टर
जीवन में शौचालय की अनिवार्य आवश्यकता महसूस कराएं हर ग्रामीण में – जिला प्रमुख

jaisalmer newsगोपालसिंह जोधा / जैसलमेर,जैसलमेर विधायक छोटूसिंह भाटी ने कहा कि माननीय प्रधानमंत्री महोदय एवं प्रदेश की मुख्यमंत्री महेादया ने स्वच्छता के क्षेत्र में जो पहल की है एवं प्रदेश को वर्ष 2018 तक खुले में शौच से मुक्ति दिलाने का संकल्प लिया है, उस संकल्प को हम सब केा मिलकर पूरा करना है। उन्होंने कहा कि जैसाण जिले केा खुले में शौच से मुक्ति दिलाने में सरपंचो की महत्ती भूमिका है इसलिये वे आज से ही संकल्प लेकर गांव एवं पंचायत में हर व्यक्ति को अपने घर में शौचालय बनाने के लिये प्रेरित ही नहीं करना बल्कि शौचालय का निर्माण करवाकर उसके उपयोग की आदत डालनी है।

जैसलमेर विधायक श्री भाटी ने शुक्रवार को पंचायत समिति सम के सभागार में स्वच्छ भारत मिशन के तहत जिला स्वच्छता समिति के तत्वाधान में आयोजित पंचायत समिति सदस्यों, सरपंचों, ग्राम सेवकों की एक दिवसीय कार्यशाला में संभागियों केा संबोधित करते हुए यह उद्गार व्यक्त किये। कार्यशाला में जिला प्रमुख श्रीमती अंजना मेगवाल, जिला कलक्टर विश्वमोहन शर्मा, मुख्य कार्यकारी अधिकारी नारायणसिंह चारण, उप प्रधान निहालखाॅ के साथ ही समिति क्षेत्र के सदस्य , सरपंचगण एवं ग्राम सेवक के साथ, एडोप्टर भी उपस्थित थे।

जैसलमेर विधायक भाटी ने कहा कि हमें जन-जन में यह भावना पैदा करनी है कि कोई भी व्यक्ति खुले में शौच के लिये बाहर नहीं जावें एवं अपने घर में शौचालय बनाकर उसका उपयोग करें। उन्होंने सरपंचों एवं ग्राम सेवकों केा इस क्षेत्र में मिशन के रूप में कार्य कर आने वाले दो-तीन माह में पूरी पंचायत समिति को खुले में शौच से मुक्त बनानी है तभी हम स्वच्छता के इस मिशन मे सफलता पा सकेंगें। उन्होंने इसके साथ ही गांवों में भी शहरों की तरह स्वच्छता एवं सफाई व्यवस्था पर विशेष कार्य करने की आवश्यकता जताई। उन्होंने कहा कि इसके लिये सामुहिक प्रयास करें एवं इस उपलब्धि केा हासिल करावें।

जिला कलक्टर विश्वमोहन शर्मा ने कहा कि जिले में स्वच्छता के क्षेत्र में 03 सितम्बर,2015 केा ऊंजलों जैसाणों कार्यक्रम का संचालन किया था जिसमें 20 पंचायतों के सरपंचों ने संकल्प लिया कि वे अपनी पंचायत को ओडीएफ कर देंगें उसमें से 12 सरपंचों ने प्रयास करके अपनी पंचायत को ओडीएफ बना दी है। उन्होंने उन सभी सरपंचों से सीख लेकर अन्य सभी सरपंचों केा आज यह प्रण लेना है कि वे आने वाले दो-तीन माह में अपनी पंचायत में सभी घरों में शौचालय का निर्माण कर समिति को ओडीएफ बनानी है। उन्होंने सरपंचों से कहा कि वे गांव के हर नागरिक को उनके जीवन की अनिवार्यता एवं बहु बेटी की इज्जत व मान सम्मान के लिये अपने घर में शौचालय बनावें यह भाव पैदा करना है।

उन्होंने कहा कि जब पंचायत सत्यापन के बाद खुले में शौच से मुक्त हो जावेगी तो उस पंचायत के सरपंच को माननीय राष्ट्रीय महोदय द्वारा 5.00 लाख रूपये पुरस्कार से सम्मानित किया जावेगा जो उस सरपंच के लिये यादगार होगा इसलिये सरपंचगण इस अवसर केा अपने हाथों से नहीं जाने दे एवं अपने कंधों पर बीडा उठाकर पूरी पंचायत में सभी घरों में शौचालय बनाने का प्रयास करें एवं जल्द से जल्द पंचायत केा ओडीएफ बनावें। उन्होने आशा जताई कि सरपंच एवं ग्राम सेवक मिलकर इसमें कार्य करेंगें तो इसमें सफलता अवश्य मिलेगी। उन्होंने यह भी कहा कि कम से कम समय में जो पंचायत ओडीएफ होगी उनके सरपंच व ग्राम सेवक केा स्वाधीनता दिवस 15 अगस्त पर जिला स्तर पर सम्मानित भी किया जावेगा।

जिला प्रमुख श्रीमती अंजना मेगवाल ने सम समिति की सोनू, कनोई, सांगड, फतेहगढ जो पंचायतें ओडीएफ हुई है, उन सरपंचों केा हार्दिक बधाई दी एवं अन्य सरपंचों केा भी उनकी प्रेरणा लेने की आवश्यकता जताई। उन्होंने कहा कि शौचालय निर्माण को हम पैसे से नहीं जोडकर आत्म सम्मान एवं जीवन की आवश्यकता महसूस करते हुए अपने घर में शौचालय बनावें यह सन्देश जन-जन तक पहुंचाना है। उन्होंने कहा कि विशेष रूप से महिलाओं के साथ ही बुजुर्गो केा खुले में शौच लाने में परेशानी होती है एवं यहां तक कि महिलाएं तो समय पर संकोच में दिन में शौच न करके रात्रि में शोैच पर जाती है एवं समय पर जब शौच नहीं होता है तो उनमें अनेक तरह की बीमारियां भी फैलती है इसलिये इस भाव केा भी प्रत्येक परिवार के सदस्य केा बतानी है।

मुख्य कार्यकारी अधिकारी नारायणसिंह चारण ने जिले केा 31 मार्च, 2017 तक खुले में शौच से मुक्ति दिलाने के लिये सरपंचों को आगे आने का आव्हान किया एवं कहा कि यदि वे अपने मन में यह दृढ संकल्प ले लेंगें तो यह जिला समय पर ओडीएफ हो जावेगा। उन्होंने बताया कि स्वच्छता मिशन द्वारा इसके लिये प्रयास किये जा रहे है एवं जिला संदर्भ समूह के सदस्य जब उनकी पंचायतों में स्वच्छता एवं शौचालय बनाने के संबंध में अलख जगाने आवे तो उसमें वह पूरा सहयोग करें। उन्होने बताया कि शौचालय निर्माण के लिये प्रोत्साहन राशि का समय पर भुगतान करवाया जावेगा यह विश्वास सरपंचों केा दिलाया।

कार्यशाला में राज्य स्तर से आये स्वच्छता के कंसलटेंट ओमप्रकाश एवं अन्य सदस्यों ने सरपंचों केा खुले में शौच से होने वाले दुष्परिणामों, फैलने वाली बीमारियों के बारे में अवगत कराया एवं फिल्म दिखाकर उनके मन में यह भाव जगाया कि शौचालय बनाना समुदाय के लिये कितना जरूरी है।

कार्यशाला में सरपंचों ने विस्तार से प्रशिक्षण प्राप्त किया एवं जिला प्रशासन को विश्वास दिलाया कि वे अपनी ग्राम पंचायतों में दो-तीन माह में सभी घरों में शौचालय का निर्माण करवायेंगें। उन्होने यह भी कहा कि प्रत्येक व्यक्ति को इसके लिये प्रेरित भी करेंगें। विकास अधिकारी लादूराम विश्नोई ने सरपंचों को इसमें पूरा सहयोग देने की बात कही एवं सभी का आभार भी जताया। कार्यशाला में जिला स्वच्छता समन्वयक किशोर बिस्सा ने संचालन किया एवं गणपत जोशी ने सहयोग दिया।

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