उन्होंने कहा कि राजकीय विद्यालयों के विद्यार्थियों को नवीनतम तकनीकी से गुणवत्तापूर्ण शिक्षा उपलब्ध करवाने के लिए स्मार्ट क्लास के माध्यम से अध्ययन करवाया जाएगा। इसके प्रथम चरण में लगभग 50 विद्यालयों का चयन किया जाएगा। स्मार्ट क्लास की शुरूआत किशनगढ़ से की जाएगी जहां 5 विद्यालयों को इसके लिए चुना गया है। बैठक में किशनगढ़ विधायक श्री भागीरथ चैधरी ने स्थानीय क्षेत्रा विकास निधि से प्रत्येक विद्यालय को दो-दो लाख की राशि स्मार्ट क्लास आरम्भ करने के लिए दी जाएगी। इस राशि से स्मार्ट क्लास कक्षा कक्ष में प्रोजेक्टर बोर्ड, कम्प्यूटर सैट, असेसरिज, फर्नीचर एवं अन्य उपयोगी सामग्रिया उपलब्ध करवायी जाएगी।
श्री गोयल ने कहा कि जिले में प्रति ब्लाॅक कम से कम 5 विद्यालयों को इस नवाचार से जोड़ा जाएगा। विद्यार्थियों को पाठ्य सामग्री जिला प्रशासन द्वारा गैर सरकारी संगठनों के सहयोग से उपलब्ध करवायी जाएगी। एनजीओ द्वारा संबंधित विद्यालयों के शिक्षकों, विद्यार्थियों के अभिभावकों एवं स्थानीय जनप्रनिधियों को स्मार्ट क्लासेस के प्रति जागरूक एवं प्रशिक्षित किया जाएगा। स्मार्ट क्लास को व्यवस्थित आरम्भ करने के लिए जिला शिक्षा अधिकारी माध्यमिक प्रथम को नोडल अधिकारी बनाया गया।
शारीरिक शिक्षक विकसित करवाएंगे खेल सुविधाएं
गोयल ने कहा कि जिले में पदस्थापित शारीरिक शिक्षक अपनी विशेषज्ञता वाले खेल से जुड़ी खेल सुविधाएं विकसित करवाएंगे। शारीरिक शिक्षक का जिन खेलों पर कमांड है उनसे जुड़ी खेल सुविधाएं राष्ट्रीय माध्यमिक शिक्षा अभियान, सर्व शिक्षा अभियान, एमएलए एमपी फण्ड, कम्यूनिटी सोशयल रेस्पोंसिबिलिटी तथा भामाशाहों के सहयोग से तीन माह के भीतर विकसित करेंगे। इसके लिए प्रस्ताव बनाने तथा सुविधाएं निर्मित होने तक सम्पूर्ण फोलोअप शारीरिक शिक्षक द्वारा स्थानीय संस्था प्रधान के सहयोग से किया जाएगा। किशनगढ़ विधायक भागीरथ चैधरी ने अपने विधानसभा क्षेत्रा के विद्यालयों के लिए आवश्यक खेल सामग्री विधायक कोष से प्रदान किए जाने की अभिशंषा की।
