नामांकन बढ़ाने और शैक्षिक गुणवत्ता पर ध्यान दें शिक्षक

प्रधानाध्यापक प्रारम्भिक शिक्षा की सत्रांत वाकपीठ संगोष्ठी का समापन 
लापरवाही बरतने वालों के खिलाफ होगी कार्यवाही
वासुदेव देवनानी
वासुदेव देवनानी

अजमेर, 28 फरवरी।  शिक्षा मंत्राी श्री वासुदेव देवनानी ने सरकारी विद्यालयों में घटते नामांकन पर चिन्ता जाहिर करते हुए शिक्षकों से आग्रह किया कि वे विद्यालयों में नामांकन बढ़ाने और शैक्षिक गुणवत्ता को सर्वोच्च प्राथमिकता दें। उन्होंने कहा कि सरकार विद्यालयों तथा विद्यार्थियों के लिए लगातार सुविधाओं का विस्तार कर रही है। नामांकन एवं गुणवत्ता के कार्य में लापरवाही बर्दाश्त नही होगी ऐसे शिक्षकों  के खिलाफ कार्यवाही होगी।

शिक्षा मंत्राी श्री देवनानी शनिवार को राजकीय उच्च प्राथमिक विद्यालय गांधी भवन तोपदड़ा में आयोजित प्रधानाध्यापक प्रारम्भिक शिक्षा सत्रांत वाकपीठ संगोष्ठी के समापन समारोह को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि प्रदेश में गरीब व पिछड़े वर्गो सहित शहरी व ग्रामीण क्षेत्रों के विद्यालयों में पढ़ने आने वाले विद्यार्थियों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा देना हम सभी का दायित्व है। हमें इस दायित्व को पूरे मनोयोग से निर्वहन करना है।
श्री देवनानी ने कहा कि कई स्थानों पर सरकारी विद्यालयों में नामांकन कम हो रहा है। यह चिन्ताजनक है। उन्होंने शिक्षकों का आह्वान किया कि राजकीय विद्यालयों में गुणवत्तापूर्ण शिक्षण कार्य में पूरे मनोयोग से सहयोग करें। आगामी शिक्षण सत्रा में विद्यालयों में नामांकन बढ़ाने के लिए हमे अभी से प्रयास शुरू करने होंगे। प्रधानाध्यापक अपनी टीम के साथ इस लक्ष्य को प्राप्त करने में जुट जाएं।
उन्होंने कहा कि शिक्षा विभाग के पास शिक्षा जगत के योग्य एवं अनुभवी शिक्षकों की टीम मौजूद है। हम स्कूलों में गुणवत्तापूर्ण शिक्षा दें तो निश्चित रूप से नामांकन में बढ़ोतरी होगी। स्कूल की टीम अपने आसपास के क्षेत्रा में अभिभावकों को प्रेरित करे कि उनके बच्चे को विद्यालय में बेहतर शिक्षा मिलेगी। साथ ही स्कूल छोड़ने वाले विद्यार्थियों का भी ध्यान रखें और उन्हें पुनः विद्यालय से जोड़े।
शिक्षा मंत्राी ने कहा कि प्रदेश में शिक्षा के उन्नयन के प्रति सरकार पूरी तरह गम्भीर है और इसके लिए सभी सुविधाएं जुटाई जा रही है। शिक्षक भी स्कूल और विद्यार्थियों को अपना समझकर कार्य करें। उन्होंने कहा कि नामांकन और शिक्षण की गुणवत्ता के प्रति किसी तरह की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। लापरवाही बरतने वाले शिक्षकों के खिलाफ कार्यवाही की जाएगी।
उन्होंने शिक्षकों का आह्वान किया कि सरकारी विद्यालय के प्रति लोगों की धारणा को बदलने के लिए शिक्षण गुणवत्ता सुधारे तथा इस कार्य का प्रचार-प्रसार भी करंे तो निश्चित रूप से नामांकन बढेगा।
शिक्षक के रूप में आया हूं
शिक्षा मंत्राी श्री वासुदेव देवनानी शनिवार को शिक्षक के रूप में भी नजर आए। उन्होंने सत्रांत वाकपीठ संगोष्ठी में उपस्थित प्रधानाध्यापकों से कहा कि मैं यहां एक शिक्षक के रूप में आपसे मन की बात करने आया हूं। आप अपनी समस्याएं मुझे बताएं। उन्होंने ध्यानपूर्वक शिक्षकों की समस्याएं सुनी और उनके समाधान का भरोसा दिलाया। श्री देवनानी ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि स्कूलों में शिक्षकों की कमी, समय पर तनख्वाह, संसाधनों की कमी सहित अन्य समस्याओं का समयबद्ध निस्तारण करें।
शिक्षकों का होगा मूल्यांकन
शिक्षा मंत्राी श्री देवनानी ने कहा कि आगामी दिनों में आयोजित होने वाली परीक्षाओं के परिणाम तथा शिक्षा संबलन अभियान की ग्रेडिंग के आधार पर शिक्षकों का भी मूल्यांकन होगा। खराब परिणाम वाले शिक्षकों के खिलाफ कार्यवाही की जाएगी। उन्होंने कहा कि आगामी महीनों में शुरू होने वाले नए शैक्षणिक सत्रा में नामांकन बढ़ाना भी मूल्यांकन का आधार होगा।
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