विश्व एड्स दिवस पर निकाली रैली

3-dsc_7789अजमेर, 01 दिसम्बर। विश्व एड्स दिवस के अवसर पर एक दिसम्बर को प्रातः 9ः00 बजे स्वास्थ्य संकुल भवन से लगभग 800 छात्रा-छात्राओं ने रैली निकाली गई। रैली को जिला प्रमुख सुश्री वन्दना नोगिया व मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डाॅ. के.के सोनी, उप मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डाॅ. लाल थदानी, जिला प्रजनन एवं शिशु स्वास्थ्य अधिकारी डाॅ.रामलाल चैधरी द्वारा रैली को हरी झण्डी दिखाकर रवाना किया। रैली स्वास्थ्य संकुल भवन से रवाना होकर बजरंग गढ़ चैराहा होती हुई मेलोड़ी हाॅल मेडिकल काॅलेज पहुंची। रैली बजरंग चैराहें पर एक मानव श्रृखला के रूप में बदल गईं। इस दौरान विभिन्न प्रकार के जागृति नारों के द्वारा एड्स के प्रति जन चेतना जाग्रत की।
रैली में जे.एल.एन बीएसी नर्सिंग काॅलेज, आर.आर काॅलेज आॅफ नर्सिंग, मित्तल काॅलेज आॅफ नर्सिंग, जाजू स्कूल आॅफ नर्सिग, संस्कार स्कूल आॅफ नर्सिग, सेन्ट फ्रासिंस काॅलेज आॅफ नर्सिग, टी.टी काॅलेज तथा परामर्शदाता जवाहर लाल नेहरू चिकित्सालय, जनाना अस्पताल, गैर सरकारी संगठनों, अपना थियेटर संस्थान एवं सीआरपीएफ के जवानों ने भाग लिया। कार्यक्रम में उत्कृष्ट कार्य करनें वालों को पुरस्कृत किया गया। सीआरपीएफ गु्रप 1 पर आयोजित संगोष्ठी में भी एड्स के प्रति जागरूकता पैदा की गई।
मेडिकल काॅलेज के मेेलोड़ी हाॅल में एक आमुखीकरण कार्यशाला के माध्यम से डाॅ के.के. सोनी एवं डाॅ. लाल थदानी द्वारा युवाओं एवं छात्रा -छात्राओं कों चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग द्वारा जनसाधारण को उपलब्ध करवाई जा रही एच.आई.वी.-एड्स से सम्बन्धित योजनाओं, कार्यक्रमों एवं सेवाओं के बारे में विस्तार से जानकारी दी गई। मेडिकल काॅलेज के छात्रों एवं चिकित्सकों को एचआईवी पीड़ितों के लिए समन्वित व संगठित प्रयास करने के लिए शपथ दिलाई गई। कार्यक्रम में नुक्कड नाटक के द्वारा एड्स से बचने का संदेश प्रदान किया गया। जिसमें एचआईवी एड्स के कारणों बचाव एवं उपचार के बारें में जानकारी दी गई, तथा इस वर्ष की एचआईवी शून्य नवीन एचआईवी संक्रमण की स्थिति की प्राप्ति, एड्स सम्बन्धित बिमारियों से शून्य मृत्यु की स्थिति तथा शून्य सहनशीलता की जानकारी दी गई।
इस अवसर पर जिला परियोजना प्रबंधक एस के. सिंह, जिला कार्यक्रम अधिकारी डाॅ. मनीष जोशी, जिला सुपरवाईजर निधि शर्मा, रविन्द्र प्रजापति भी उपस्थित थे।

विश्व एड्स दिवस पर सेमिनार आयोजित
अजमेर, 01 दिसम्बर। विश्व एड्स दिवस एक दिसम्बर के अवसर पर गुरूवार को जवाहर लाल नेहरू मेडिकल काॅलेज में सेमिनार का आयोजन किया गया।
मेडिकल काॅलेज के सामूदायिक औषध विभाग के प्रमुख डाॅ. रेनू ने बताया कि विभाग द्वारा आयोति सेमिनार में एड्स की रोकथाम के संबंध में विशेषज्ञों द्वारा अपने विचार व्यक्त किए गए। विश्व तथा भारत में एड्स के संक्रमण से जुड़े हुए आंकड़ों के बारे में विचार विमर्श किया गया। एड्स (इम्यून डेफिसिएंसी सिंड्रोम या एक्वायर्ड इम्यूनों डेफिसिएंसी सिंड्रोम) एचआईवी (हयूमन इम्यूनो वायरस) की वजह से होता है, जो मानव शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली पर हमला करता है। इस रोग को पहली बार 1981 में मान्यता मिली। ये एड्स के नाम से पहली बार 27 जुलाई 1982 को जाना गया। एचआईवी संक्रमण आसानी से एक व्यक्ति से दूसरे में प्रेषित हो जाता है। यदि उन्होंने शारीरिक द्रव या रक्त श्लेष्मा झिल्ली के माध्यम से कभी सीधे संपर्क किया है। अनुमान के मुताबिक विश्व में लगभग 367 लाख लोग एचआईवी से संक्रमित हैं और 11 लाख लोगों का हर साल इसकी वजह से निधन हो जाता है। भारत में इस समय लगभग 21 लाख व्यक्ति एड्स के साथ जीवन जी रहे है। इनमे से प्रतिवर्ष लगभग 68 हजार व्यक्ति एड्स के कारण अपना जीवन खो दे देते है।
मेडिकल काॅलेज के प्रधानाचार्य डाॅ. के.सी.अग्रवाल ने एड्स की रोकथाम के लिए विश्व स्तर पर अधिक धनराशि उपलब्घ करवाने की वकालात की। उप मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डाॅ. लाल थदानी ने एड्स रोगियों के लिए चलाए जा रहे कार्यक्रमों के बारे में विस्तार पूर्वक बताया सेमिनार में डाॅ. राजकुमार, डाॅ. राजीव शर्मा, डाॅ. विकास सक्सेना ने अपने विचार व्यक्त किए।

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