भाजपा सरकार जनता से माफी मांगे – कांग्रेस

congress logoअजमेर 2 जनवरी। नोटबंदी को लेकर कांग्रेस ने अपने सियासी प्रहार को जारी रखते हुए सरकार से 30 दिसंबर के बाद इस मुद्दे पर श्वेत-पत्र जारी करते हुऐ जनता को हुई परेशानियों के लिए देश से माफी मांगनी चाहिए। कांग्रेस के पूर्व केन्द्रीय मंत्री महादेव सिंह खंडेला ने कहा कि नोटबंदी के कारण जनता को हुई परेशानियों के लिए नरेन्द्र मोदी को देश से माफी मांगनी चाहिए।
नोटबंदी के बाद अखिल भरतीय कांग्रेस के राष्ट्रीय अभियान के तहत सोमवार को अजमेर आऐ खंडेला ने कांग्रेस के जिलाध्यक्षों, विधायक, पूर्व विधायको सहित वरिष्ठ कांगेसी नेताओं की मौजूदगी मे आयोजित संवाददाता सम्मेलन में सत्तारूड़ भाजपा सरकार पर आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री मोदी का नोटबंदी का कदम ‘देशबंदी’ बन गया है। विकास रुक गया है यह घोटाला है और गैरजरूरी कदम है। इससे देश में आर्थिक अस्थिरता आई है। देशभर में नकदी संकट की वजह से कई लोगों की जान चली गयी। यह देश के गरीबों पर सर्जिकल स्ट्राइक है और उन्हें बहुत परेशानी हुई है।
खंडेला ने दावा किया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हर साल दो करोड़ नये रोजगार सृजन का वादा किया था लेकिन ढाई साल में केवल डेढ़ लाख नौकरियां पैदा हुईं। पिछले महीने नोटबंदी के ऐलान के बाद कम से कम 10 करोड़ लोग बेरोजगार हो गये। मोदी पर निशाना साधते हुए कांग्रेसी नेता खंडेला ने कहा कि प्रधानमंत्री ऐसी घोषणाएं बहुत अच्छी तरह करते हैं जो वास्तविकता से दूर होती हैं। उन्होंने संवाददाता सम्मेलन में कहा नोटबंदी को 50 दिन होने के बाद भी सामान्य स्थिति बहाल नहीं हुई है। खंडेला ने सरकार से नोटबंदी पर श्वेत पत्र की लाने की मांग करते हुए पांच सवाल पूछे। उनका कहना था कि सारा पैसा लोगों ने बैंक में जमा कर दिया है तो फिर सरकार बताए कि इसमें कितना कालाधन आया। नोटबंदी से देश को आर्थिक नुकसान और रोजगार गंवाने वालों की संख्या की जानकारी भी दे। सरकार को यह भी बताना चाहिए कि नोटबंदी के चलते कितने लोगों ने जान गंवाई और उन्हें मुआवजा दिया गया या नहीं।
आरएसएस और भाजपा पर आरोप लगाते हुऐ खंडेला ने कहा कि नोटबंदी से ठीक पहले भाजपा और आरएसएस ने पूरे देष में सैकड़ों करोड़ रु. की संपत्तियां खरीदीं। कांग्रेस ने बिहार में 3.41 करोड़ रु. मूल्य की 8 संपत्तियों तथा ओडिषा में 18 संपत्तियों की सूची जारी की है। इन संपत्तियों का वास्तविक बाजार मूल्य इससे भी कहीं ज्यादा है। इस सबके बावजूद श्री नरेंद्र मोदी और श्री अमित शाह पिछले एक साल में भाजपा/आरएसएस द्वारा खरीदी गई संपत्तियों का विवरण जनता के सामने नहीं रख रहे हैं। क्या इससे यह साबित नहीं होता है कि भाजपा को नोटबंदी की जानकारी पहले से थी और इसीलिए उन्होंने नोटबंदी से ठीक पहले अपने कालेधन को संपत्ति खरीदकर सफेद बनाने की साजिष रची जा रही थी ?
शहर कांग्रेस अध्यक्ष विजय जैन ने संवाददाता सम्मेलन मे कहा कि नोटबंदी के ऐलान के बाद पिछले 50 दिन में 115 लोगों की मौत हो गयी। रिजर्व बैंक ने अपने नियमों को 126 बार बदला है और बंद कर दी गयी मुद्रा की छपाई में आठ महीने लग जाएंगे। उन्होंने कहा कि सरकार को उन सभी लोगों व संस्थाओं के नाम भी बताने चाहिए जिन्होंने नोटबंदी के एलान से दो महीने पहले तक अपने खातों में 25 लाख रुपए से अधिक की नगदी जमा कराई है। उन्होने कहा कि अमित शाह अहमदाबाद में अहमदाबाद जिला को-आॅपरेटिव बैंक के डायरेक्टर हैं। नोटबंदी के 3 दिनो मे इस बैंक में 500 करोड़ रु. जमा किए गए। फिर भी अमित शाह की जांच क्यों नहीं की गई।
जैन ने आरोप लगाऐ कि अहमदाबाद, गुजरात के महेष शाह ने वाॅल्युनटीयरी इंकम डिस्क्लोज़र योजना में 13,860 करोड़ रु. के कालाधन की घोषणा की। उसके बाद वो पीछे हट गए। जब वो एक टीवी इंटरव्यू के दौरान उन राजनीतिज्ञों और अफसरों के नाम बताने वाले थे, जो इस कालाधन के असली मालिक हैं, तो आयकर अधिकारी उन्हे टेलीविज़न स्टूडियो से ही उठा ले गए। गुजरात के भूतपूर्व मुख्यमंत्री, श्री सुरेषभाई मेहता ने श्री नरेंद्र मोदी और श्री अमित शाह के साथ महेष शाह के संबंधो का खुलासा किया है। ऐसे में मोदी और अमित शाह की जांच क्यों नहीं की गई।
देहात अध्यक्ष भूपेन्द्र सिंह ने कहा कि किसान, गरीब और मजदूर सबसे ज्यादा प्रभावित हुए हैं। इसलिए खाद्य सुरक्षा कानून के तहत मिलने वाले राशन की कीमत एक साल के लिए 50 फीसद कम की जानी चाहिए तो एमएसपी में 20 फीसद का इजाफा किसानों की जरूरत है। इसलिए तरह मजूदरों के लिए मनरेगा की दिहाड़ी और दिन दोनों को दोगुना बढ़ाना चाहिए। उन्होने कहा कि नोटबंदी’ भारत के गरीब, किसानों, मज़दूरों, दुकानदारों, मध्यम वर्ग तथा छोटे कारोबारियों पर एक सर्जिकल स्ट्राईक है। 8 नवंबर, 2016 को देष की 86 फीसदी करेंसी को बंद करके नरेंद्र मोदी ने 1 प्रतिषत कालाधन धारकों को पकड़ने के लिए 99 प्रतिषत ईमानदार, मेहनतकष भारतीयों पर मुसीबतों का पहाड़ तोड़ दिया। भारत में ‘तरक्की का पहिया’ जाम हो गया है और पूरे देष में ‘आर्थिक अराजकता’ छा गई है।
संवाददाता सम्मेलन में खंडेला के अलावा शहर कांग्रेस अध्यक्ष विजय जैन, देहात अध्यक्ष भूपेन्द्र सिंह राठौड़ प्रदेष सचिव अजमेर के प्रभारी सुरेष मिश्रा, सुनिल पारवानी, सुरज्ञान सिंह गोसल्या, गंगा देवी, विधायक राम नारायण गुर्जर, पूर्व मंत्री ललित भाटी, नसीम अख्तर इंसाफ, पूर्व विधायक डा. राजकुमार जयपाल, नाथुराम सिनोदिया, ब्रह्मदेव कुमावत, डा. गोपाल बाहेती, कमल बाकोलिया, कुलदीप कपूर, प्रमिला कौषीक, फकरे मोईन, आरिफ हुसैन, विजय नागौरा, शैलेन्द्र अग्रवाल, सबा खान, इमरान सिद्दीकी, लोकेष शर्मा, सहित कांग्रेसजन मौजूद थे।

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