दरगाह नाजिम को हटाने की मांग

उलेमा मशायख बोर्ड ने लिखा पत्र
Dargaahअजमेर : (नवाब हिदायत उल्ला ) ऑल इंडिया उलेमा व मशायख बोर्ड ने दरगाह नाजिम ले.कर्नल मंसूर अली को तत्काल पद से हटाने की मांग की है। इसके लिए दिल्ली में केन्द्रीय अल्पसंख्यक मामलात मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी को पत्र भी लिखा गया है।
मशायख बोर्ड के संस्थापक व राष्ट्रीय अध्यक्ष मौलाना सैयद अशरफ किछोछवी व राष्ट्रीय कार्यसमिति के सदस्य पीर अमार अहमद अहमदी नय्यर मियां ने बताया कि जिस तरह दरगाह शरीफ में नाजिम मंसूर अली ने रात्रि को जियारत व इबादत करने पर रोक लगाए जाने के लिए आदेश जारी किए वह खुली हुई दहशतगर्दी है। उन्होंने कहा कि दरगाह इबादत स्थल है और यहां किसी को भी आने-जाने से नहीं रोका जा सकता। दरगाह नाजिम द्वारा ख्वाजा साहब के मेहमानों के साथ इस तरह का व्यवहार खुला आतंकवाद है जिसे कोई भी अकीदतमंद व सूफी शिक्षा का पालन करने वाला नहीं कर सकता।
उन्होंने आरोप लगाया कि सूफियों की दरगाह पर शिद्दतपंसद लोग काबिज हो रहे है और ये लोग सूफियों की तालिमात के खिलाफ काम कर रहे है। ऐसे लोगों को तत्काल उनके पद से हटाया जाना चाहिए। मंसूर अली को नाजिम पद से तुरंत हटाया जाए इसके लिए भारत सरकार से मांग की गई है और साथ ही ऐसी और अन्य दरगाहों पर इस सोच के लोग काबिज है उन्हें बाहर कर दिया जाए ताकि वह अपनी नफरत फैलाने वाली सोच को फैला नहीं सके। उन्होंने कहा कि दरगाह में जिस प्रकार से माहौल बनाया गया और रात के समय जायरीन को निकालने का प्रयास किया गया वह सूफीवाद का अपमान है। उन्होंने कहा कि नाजिम ने दूसरे दिन अपने आदेशों को पलट दिया लेकिन जिस प्रकार से दरगाह में माहौल बनाया गया उससे ख्वाजा साहब से आस्था रखने वाले सभी लोगों को गहरी ठेस पहुंची है। सरकार को चाहिए कि ऐसे लोगों को धार्मिक स्थलों पर नियुक्त करने से पहले उनके अकीदों की जांच-पड़ताल करें।

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