सांसद यादव को दी देवनानी प्रकरण की जानकारी

प्रो. वासुदेव देवनानी
प्रो. वासुदेव देवनानी
आज दिनांक 20 मई को सांसद एवं राष्ट्रीय महामंत्री श्री भूपेन्द्र यादव के अजमेर दौरे पर ब्राह्मण संघर्ष समिति के प्रतिनिधी मण्डल ने पण्डित सुदामा शर्मा, श्री राजीव शर्मा के नेतृत्व में एक ज्ञापन सौंपा।
विगत 1 माह से जारी ब्राह्मण समाज द्वारा जारी आंदोलन जो कि शिक्षा राज्यमंत्री देवनानी द्वारा ब्राह्मण समाज पर की गयी अपमानजनक टिप्पणी के कारण प्रारम्भ हुआ था। ब्राह्मण समाज के प्रतिनिधि मण्डल ने समस्त घटनाक्रम के बारे में श्री भूपेन्द्र यादव को विस्तार से अवगत कराया। श्री भूपेन्द्र ने प्रतिनिधि मण्डल की बात पर गौर किया एवं चिंतित हो गये। उन्होने इस पर उचित जगह चर्चा करने का आश्वासन दिया। प्रतिनिधी मण्डल ने यह भी बताया किस तरह मंत्री देवनानी प्रोफेसर उपाधी का आज भी दूरपयोग कर रहे है। जबकि माननीय उच्च न्यायालय द्वारा इस विषय पर प्रसंग ज्ञान लेकर उनको नोटिस जारी हो चुका है। चुकी मामला न्यायालय में विचारधीन है। अतः ब्राह्मण समाज इस विषय पर बहुत अधिक कहना उचित नहीं मानता। हमें माननीय न्यायालय पर पूर्ण विश्वास है।
ज्ञापन में जानकारी देते हुए बताया कि गत 8 अप्रैल को जयपुर में शिक्षा राज्य मंत्री देवनानी द्वारा ब्राह्मण समाज के बारे में अपमानजनक टिप्पणी की। श्री वासुदेव देवनानी के द्वारा स्वंय को प्रोफेसर कहलाने के विरूद्ध एक व्यक्ति (लोकेश शर्मा) ने माननीय उच्च न्यायालय में एक रिट दायर की। दिनांक 07 अप्रैल को माननीय न्यायालय ने पत्रवली देकर श्री देवनानी एवं मुख्य सचिव राजस्थान सरकार को नोटिस जारी किया एवं 4 सप्ताह में जवाब पेश करने का आदेश जारी किया। चूंकि शिक्षा राज्य मंत्री प्रोफेसर होने की पात्रता नहीं रखते और वर्षो से लोगों की आखों में शिाक्षाविद होने का भ्रम स्थापित किये हुए थे। माननीय न्यायालय में रिट पेश होने एवं नोटिस जारी होने से वे बोखला गये है। उक्त 8 अप्रैल जयपुर कार्यक्रम में पत्रकारों द्वारा उनके प्रोफेसर होने पर सवाल किये तो उन्होने पूरे ब्राह्मण समाज पर बहुत अपमानजनक टिप्पणी की व समाज की खिल्ली उडाई। सिर्फ इसलिये की न्यायालय में रिट पेश करने वाला व्यक्ति ब्राह्मण समाज से है जिसकी खबर 9 अप्रैल 2017 को पंजाब केसरी के जयपुर संस्करण में छपी थी।
इस टिप्पणी से आहत होकर ब्राह्मण समाज ने श्री देवनानी से गलती स्वीकारने की अपील की, परन्तु ऐसा नहीं कर उन्होने अपने दो चार लोगों से स्वयं के पक्ष में बयान दिलवाये इससे ब्राह्मण समाज ओर अधिक आहत हुआ और मुख्यमंत्री, प्रधानमंत्री के नाम ज्ञापन जिलाधीश को दिये।
इस पर कोई कार्यवाही नहीं होने पर 17 अप्रैल को बजरंगगढ़ चौराहे पर ब्राह्मण समाज के प्रबुद्ध लोगों ने अपने खुन से लगभग 70 पत्र प्रधानमंत्री, सरसंघ चालक मोहन भागवत, पार्टी अध्यक्ष अमित शाह एवं मुख्यमंत्री को प्रेषित किये। परन्तु कोई कार्यवाही अभी तक नहीं हुई है। सद्बुद्धि यज्ञ किया गया, फरसे का पुजन, प्रदेश अध्यक्ष राजस्थान ब्राह्मण समाज के अध्यक्ष को भी ज्ञापन दिया गया।
विवाद बढ़ता देख सलेमाबाद स्थित अखिल भारतीय निम्बार्काचार्य पीठ के गुरूदेव ने दोनों पक्षों को वार्ता हेतु दिनांक 22 अप्रैल को अपने यहां आमंत्रित किया। ब्राह्मण समाज स्वंय भी इस विवाद को शीघ्र खत्म करना चाहता है। इस हेतु उन्होने निवेदन किया कि श्री देवनानी लिखित माफी मांगकर अपनी गलती स्वीकार करें एवं समाचार पत्रों में इस हेतु विज्ञप्ति दें। चूंकि यह आन्दोलन अनेक शहरों में फैल चुका है। अतः समाचार पत्रों में जानकारी देना आवश्यक है। परन्तु श्री देवनानी सहमत नहीं है। अतः इस विवाद को समाप्त करने उनकी कोई दिलचस्पी नहीं लगती। राजस्थान में ब्राह्मण समाज प्रत्येक गांव, ढाणी, शहर, कस्बे में व्याप्त है। आज के वैज्ञानिक युग में सोशल मीडिया के महत्व को कौन अस्वीकार कर सकता है। विगत 8 अप्रैल से लेकर अब तक पुरा सोशल मीडिया इस विवाद से आक्रोशित है। अतः आपसे निवेदन है कि शिक्षा मंत्री के दायित्व को निर्वाह करने वाले मात्र स्नातक शिक्षिक जो वर्षो से स्वंय के नाम आगे प्रोफेसर लिखते आये है। यहां तक कि अपने निवास, शुभकामनायें संदेश, शिलान्यास शिलालेखों पर ही नहीं वरन् अपने लेटर पेड जिस पर भारत सरकार का चिन्ह (अशोक स्तम्भ) अंकित होता है। उसमें भी अपनी हस्ताक्षर भी प्रोफेसर के नाम से करते है।
ज्ञापन में भूपेन्द्र यादव जी के नाम पत्र में लिखा गया है कि आप भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय महामंत्री होने के साथ साथ एक सांसद भी है और अजमेर का प्रतिनिधीत्व भी करते है। अतः आपसे ब्राह्मण समाज विशेष अपेक्षा करता है। आपको पूरी तरह से जानकारी है कि अजमेर के दोनेां विधानसभा क्षेत्रों में लगभग 40 हजार ब्राह्मण मतदाता है। इसके अतिरिक्त अजमेर जिले में भी लगभग 1.50 लाख ब्राह्मण समाज के बन्धु निवास करते है। एक व्यक्ति की हटधर्मिता भारतीय जनता पार्टी के इस परम्परागत समर्थक को पार्टी से दूर कर रहा है। यह अत्यन्त ही गम्भीर व चिन्ताजनक विषय है। समय रहते इसका समाधान न किया गया तो इसका नुकसान पार्टी को भुगतना होगा। अतः आपसे निवेदन है ऐसे व्यक्ति को तुरंत मंत्री पद से बर्खास्त करवाने अपने स्तर पर कार्यवाही करने का श्रम करावें का निवेदन किया। उन्हें साथ में सभी दस्तावेज भी उपलब्ध कराये गये है।
इस अवसर पर पण्डित सुदामा शर्मा, पण्डित हरिओम शास्त्री, राजीव शर्मा, राजेश शर्मा, चन्द्र शर्मा, पण्डित रामदयाल शर्मा, आशिष शर्मा, दिनेश शर्मा आदि ब्राह्मण समाज बंधु उपस्थित थे।

पण्डित सुदामा शर्मा
अध्यक्ष
राजस्थान ब्राह्मण महासभा
मो. 9828279376

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