जीसीए केमेस्ट्री लैब की हालत खस्ता

अजमेर। राजकीय महाविद्यालय की केमेस्ट्री लेब का उपयोग करने वाले छात्र इन दिनों अपनी जान हथेली पर रख कर पढ़ाई करने को मजबूर हैं। कॉलेज प्रशासन की लापरवाही और लेब असिस्टेंट की कमी के चलते हालात हादसों को न्यौता देते नजर आ रहे हैं। छात्रसंघ पदाधिकारियों ने शनिवार को कॉलेज प्राचार्य का घेराव कर मांग की है कि लेब की व्यवस्थाओं में जल्द सुधार किया जाए। इस लैब में सफाई हुए लम्बा समय बीत चुका है। यहां लगे उपकरण भी अब इस हालत में पहुंच गए हैं कि लगता है इनकी उपयोगिता केवल अपने अस्तित्व को साबित करने मात्र की ही रह गई है। गैस पाइपों को फटे लम्बा समय बीत गया है। विद्यार्थियों को लगता है कि प्रयोग के समय यदि गैस का रिसाव हुआ तो हादसा निश्चित है। खतरनाक केमिकल खुली बोतलों में रखे जा रहे हैं। कहने को इन एग्जास्ट फेन भी लगाए गए हैं लेकिन उनकी अहमियत भी किसी शो पीस से ज्यादा नहीं। और तो और खुदा न खास्ता यहां कभी कोई अग्निकांड हो गया तो बचाव के लिए अग्निशमन यंत्र भी मौजूद नहीं है।
छात्रसंघ अध्यक्ष मोहित मल्होत्रा के अनुसार उत्तर भारत के इस सबसे प्रतिष्ठित कॉलेज में आठ लैब हैं और लेब असिस्टेंट की संख्या मात्र तीन। लैब से सम्बन्धित समस्याओं को कई बार कॉलेज प्राचार्य के सामने रखा गया लेकिन समाधान की दिशा में कोई सकारात्मक प्रयास अभी तक नहीं किये गए। नतीजतन शनिवार को छात्रसंघ अध्यक्ष मोहित मल्होत्रा के नेतृत्व में विज्ञान के छात्रों ने प्राचार्य ए आर जे आबर्ट का घेराव किया और चेतावनी दी की व्यवस्थाओं को शीघ्र नहीं सुधारा गया तो छात्रों को मजबूरन आन्दोलन की राह पकडऩी पड़ेगी।
error: Content is protected !!