बेरोजगार एकीकृत महासंघ के नेताओं को कांग्रेस ने समर्थन का आश्वासन

Untitledअजमेर 15 दिसंबर। नियुक्तियों की मांग को लेकर सरकार के खिलाफ आंदोलन कर आमरण अनशन पर बैठे राजस्थान बेरोजगार एकीकृत महासंघ के नेताओं को कांग्रेस ने समर्थन का आश्वासन दिया है। कांग्रेस के नेताओं ने गुरुवार को अनशनकारी नेताओं से अस्पताल में मुलाकात की और इस आश्वासन के साथ जूस पिलाकर उनका आमरण अनशन खत्म करवाया की कांग्रेस उनके आंदोलन में पूरा सहयोग करेगी।
कांग्रेस प्रवक्ता मुजफ्फर भारती ने बताया कि गुरूवार कांगे्रस के प्रदेषाध्यक्ष सचिने पायलट के निर्देष पर शहर कांग्रेस अध्यक्ष विजय जैन के नेतृत्व में कांग्रेस के पूर्व विधायकों महेन्द्र सिंह गुर्जर, ब्रहम्देव कुमावत और प्रदेष कांग्रेस सचिव महेन्द्र रलावता सहित कांग्रस के महासचिव श्याम प्रजापति, सुकेष कांकरिया एवं मुजफ्फर भारती का एक षिष्टमंडल नई भर्तियां निकालने और लंबित भर्तियों को पूरा करने की मांग को लेकर आमरण अनषन के बाद अस्पताल के आईसीयू मे भर्ती राजस्थान बेरोजगार एकीकृत महासंघ के नेताओं से मिलने जेएलएन अस्पताल पहुचे और समझाईष करते हुऐ उनके आंदोलन मेसहयोग करने का अष्वासन दिया और इलाज नही करवा रहे नेताओं का शहर कांग्रेस अध्यक्ष ने जूस पिलाकर अनषन समाप्त करवाया। इससे पूर्व सभी कांग्रेसी नेताओं ने अस्पताल अधीक्षक से मामले पर पूरी जानकारी ली और अस्पताल में भर्ती अनशनकारी नेताओं के स्वास्थ्य के बारे में चर्चा की कांग्रेसी नेताओं जेएलएन अस्पताल पहुंचने के बाद अस्पताल अधीक्षक अनिल जैन उनके साथ रहे और अनशनकारी नेताओं को दिए जा रहे हैं चिकित्सीय
कांग्रेस अध्यक्ष ने बाद मे पत्रकारों से बात करते हुऐ सरकार पर आरोप लगाया कि राजस्थान में चुनाव से पहले मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने 15 लाख लोगों को नौकरी देने की घोषणा की थी ये वादा तब बिलकुल झूठा साबित हो गया जब राजस्थान लोक सेवा आयोग में राज्य सरकार की निष्क्रियता के चलते आयोग के अध्यक्ष एवं सदस्यों के पद विगत 3 वर्षों से रिक्त चल रहे हैं तथा भाजपा सरकार की आंतरिक कलह के परिणाम स्वरुप मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे इन पदों पर नियुक्ति नहीं कर पा रही हैं जिसके परिणाम स्वरुप लोक सेवा आयोग में अनेक परिणाम फुल कमीशन के अभाव में लंबित पड़े हुए हैं तथा भर्ती परीक्षाओं का कार्य शिथिल हो चुका है निष्क्रियता का आलम तो यह है कि एक ही भर्ती परीक्षा का परिणाम आयोग के द्वारा माननीय उच्च न्यायालय की बार-बार 4 बार संशोधित किया जाना पड़ रहा है जिस के नतीजे में नौकरी के आशार्थियों के सब्र का बांध टूटता जा रहा है।
उन्होने कहा कि वहीं दूसरी और राज्य सरकार के द्वारा रिक्त पड़े पदों को समाप्त किया जा रहा है जिसके कारण नई भर्तियां प्रभावित हो रही है शिक्षा विभाग पुलिस कारागार विभाग राजस्व विभाग में सैकड़ों की तादाद में रिक्त पद चल रहे हैं किंतु राज्य सरकार उनकी भर्ती प्रक्रिया शुरू करने को तैयार नहीं है जिसके कारण शिक्षित बेरोजगारों की संख्या दिन प्रतिदिन बढ़ती जा रही है। ने कहा कि एलडीसी भर्ती, पटवारी, ग्राम सेवक, तृतीय श्रेणी शिक्षक भर्ती-2016, 2013 और 2012 से अटकी हुई है।
कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि इन सब परिस्थितियों में भी सरकार की ओर से राजस्थान बेरोजगार एकीकृत महासंघ से किसी भी प्रकार का संवाद कायम नहीं करना सरकार की संवेदनहीनता को साफ दर्शा रहा है। उन्होंने भारतीय जनता पार्टी के स्थानीय मंत्रियों पर आरोप लगाते हुए कहा कि शिक्षित बेरोजगारों के धरने प्रदर्शन और आमरण अनशन के बाद भी मंत्रियों द्वारा उनसे बात नहीं करना लोकतंत्र के साथ मजाक बन चुका है जैन ने आरोप लगाया कि आमरण अनशन कर रहे हैं शिक्षित बेरोजगारों के नेताओं की हालत खराब हो जाने के बावजूद भी सरकार के दबाव में उन्हें अस्पताल में भर्ती नहीं किया जा रहा था कांग्रेस ने प्रयास किए तब जाकर अनशनकारी नेताओं को अस्पताल में भर्ती कराया गया।
प्रदेष सचिव महेन्द्र रलावता ने आरोप लगाया कि राज्य सरकार द्वारा भर्ती के लिए आयु सीमा को बढ़ाकर 40 वर्ष कर दिया गया है जो केवल एक छलावा मात्र है क्योंकि जब तक व्यापक स्तर पर भर्ती प्रक्रिया प्रारंभ नहीं की जाएगी तब तक आयु सीमा बढ़ाने से शिक्षित बेरोजगारों को किसी भी प्रकार की कोई राहत नहीं मिलने वाली है आयु सीमा बढ़ाने से यह सोते सिद्ध हो चुका है कि भाजपा शासन काल में 40 वर्ष की उम्र तक भी शिक्षित लोगों को रोजगार मुहैया नहीं हो पा रहा है इसी सबकी परिणीति वर्तमान में शिक्षित बेरोजगारों के आमरण अनशन के रूप में उभरकर सामने आई है शिक्षित बेरोजगारों के आक्रोश का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि वह अब पीड़ित हो कर मृत्यु को भी गले लगाने को तैयार हो गए हैं।
ब्रहम्देव कुमावत औ महेन्द्र गुर्जर ने आरोप लगाया है कि भाजपा ने आयोग के माध्यम से अपने चहेतों को उपकृत करने की मंशा के चलते ही आयोग अध्यक्ष की नियुक्ति को अटका रखा है, जिसकी मार बेरोजगार युवाओं पर पड़ रही हरीट शिक्षक भर्ती 2016 लेवल 2 के 7500 पद खाली हैं. आरक्षण मसले के कारण बिना वजह 3 बार आवेदन की डेट बढ़ाई जा चुकी है. अब आवेदन की डेट एक बार फिर 30 नवम्बर से 15 दिसम्बर कर दी गई है. गौरतलब है कि हाल ही में हाईकोर्ट ने 4 महीने में भर्ती पूरा करने का आदेश दिया था. इसके बावजूद 6 महीने में इस पर कोई कार्यवाही नहीं हुई।

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