परम ध्येय की पूर्ति कर्मयोग से संभव

विवेकानन्द केन्द्र कन्याकुमारी का योग प्रषिक्षण सत्र
अजमेर। जीवन के परम लक्ष्य की पूर्ति एकनिष्ठ भाव से किए गए कर्मयोग से ही संभव है। हमारे जीवन की यात्रा में बहुत सारे विघ्न होते हैं किंतु उन विघ्नों की चिंता किए बिना स्वयं को अमृतमय ईष्वर का पुत्र मानकर उसी के द्वारा निर्दिष्ट मार्ग का अनुसरण करने से किया गया प्रत्येक कार्य कर्मयोग हो जाता है। इस प्रकार कर्मयोग से हम अपने जीवन में सदाचार और आदर्षभूत विचार के द्वारा अपनी मनुष्य के रूप में उत्पत्ति की सार्थकता को सिद्ध कर सकते हैं। इसके लिए हमें निष्काम भाव से समाज में आर्त और विपन्न की सेवा के लिए प्रस्तुत होना होगा और यही हमारे जीवन में योग का परम लक्ष्य होना चाहिए। उक्त विचार योग षिक्षक डॉ0 स्वतन्त्र शर्मा ने अध्यात्म प्रेरित सेवा संगठन विवेकानन्द केन्द्र कन्याकुमारी एवं इलेवन स्टार क्लब आदर्ष नगर के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित किए जा रहे योग प्रषिक्षण सत्र में केन्द्र प्रार्थना पर चर्चा के दौरान व्यक्त किए।
इलेवन स्टार क्लब के अध्यक्ष्य सत्यनारायण विजयवर्गीय ने बताया कि आज के अभ्यास में षिथलीकरण एवं सूर्यनमस्कार के साथ ही क्रीड़ा योग में सामूहिक एक्षन गीत तथा हाथी घोड़ा पालकी खेल खिलाए गए। क्लब के सचिव संदीप अग्रवाल ने बताया कि आज योगाभ्यास के उपरांत साधकों को फलों का वितरण किया गया इस अवसर पर क्लब के श्याम यादव, गणपत लाल शर्मा, ललित शर्मा, षिव सिंहल, सुधीर गर्ग, रवि आचार्य तथा राजनारायण अग्रवाल उपस्थित थे।

(अखिल शर्मा)
सहनगरप्रमुख
9414008765

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