बाल्यकाल में दिये गये संस्कार सदैव स्मरण रहेगें- तीर्थाणी

चतुर्थ सिन्धी बाल संस्कार शिविर का हुआ शुभारंभ अजयनगर में
अजमेर 21 मईं। ‘‘बच्चों को बाल्यकाल से ही मातृ भाषा का ज्ञान करवाना व संस्कार देने से जीवनभर स्मरण रहेगा, उन्हंे खेलकूद करवाने के साथ योग की भी शिक्षा आवश्यक देनी है जिससे वह स्वस्थ नागरिक बन सके’’ उक्त विचार भारतीय सिन्धु सभा की ओर से आयोजित अजयनगर स्थित ईश्वर मनोहर उदासीन आश्रम में चतुर्थ सिन्धी बाल संस्कार शिविर के शुभारंभ अवसर पर प्रदेश महामंत्री महेन्द्र कुमार तीर्थाणी ने प्रकट किये।
कार्यक्रम का शुभारम भारत माता, सिन्ध ईष्टदेव झूलेलाल की मूर्ति पर दीप प्रज्जवलन और माल्यार्पण मुस्कान कोटवाणी, सृष्टि कलवाणी के साथ राष्ट्रीय उपाध्यक्ष नवलराय बच्चाणी, आश्रम के शंकर सबनाणी, इच्छापूर्ण झूलेलाल मन्दिर के खेमचन्द नारवाणी, प्रदेश मंत्री (युवा) मनीष ग्वालाणी, रमेश लख्याणी ने किया। आश्रम में आरती व भजन के साथ सिन्धी अबाणी ब्ोली और रख त मुहिजे लाल से पाणे पूरी कन्दो…. सहित कई सिन्धी गीतों की प्रस्तुति विद्यार्थियों ने दी। स्वागत भाषण भगवान पुरसवाणी ने एवं आभार रमेश वलीरामाणी ने किया। मंच संचालन महेश टेकचंदाणी ने किया। संगठन मंत्री मोहन कोटवाणी ने शिविर की जानकारी देते हुए बताया कि शिविर में 130 विद्यार्थियों को शिक्षण और गीत संगीत के साथ खेलकूद करवाये।
इस अवसर पर महेश पिंजलाणी, राजेश वाधवाणी, गुल छताणी, नरेश टिलवाणी ने खेलकूद और लक्षमण कोटवाणी के साथ भावना, श्रीमति कोशिल्या कोटवाणी ने प्रशिक्षण दिया।
5वां बाल संस्कार शिविर प्रारम्भ
महानगर मंत्री महेश टेकचंदाणी ने बताया कि 5वां सिन्धी बाल संस्कार शिविर कल 22 मई मंगलवार को सुबह 8 बजे से पार्वती उद्यान अजयनगर में प्रारम्भ किया जायेगा।

(रमेश वलीरामाणी)
प्रचार मंत्री,
मो. 9413691477

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