सूफी संत ख्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती की दरगाह में भारत स्थित अमरीका के राजदूत केनथ जस्टर व उनकी पत्नी ने सूफी परंपरा के अनुरूप जियारत की और ख्वाजा साहब की मजार पर मखमली चादर और फूल भी पेश किए
जियारत के बाद जस्टर ने दरगाह परिसर में कव्वाली का आनंद भी लिया। जस्टर का कहना रहा कि मुझे यहां शांति और सुकून का अहसास हुआ है। दरगाह के प्रमुख खादिम यासिर गुर्देजी, जकरिया गुर्देजी और अली अब्बास ने जस्टर को जियारत करवाई ओर तबर्रुक दिया
दरगाह की सूफी परंपरा से जस्टर बेहद प्रभावित हुए जस्टर ने दरगाह की परंपरा के बारे में भी विस्तार से जानकारी ली। जस्टर ने प्रातः 11 बजे जियारत की इस अवसर पर सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए। जियारत के बाद जस्टर को चिश्तियां सूफी मिशन की ओर से एक सर्टिफिकेट ल तसवीर भी भेंट कि गई
अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर अमरीका के राजदूत का ख्वाजा साहब की दरगाह में आकर जियारत करना मायने रखता है। जहां ख्वाजा साहब की दुनिया भर में मान्यता है,
9829072049 खादिम यासिर