मनाया आकाशवाणी अजमेर का 64वां स्थापना दिवस

अजमेर, 12 दिसंबर । आकशवाणी अजमेर का 64वां स्थापना दिवस उत्साह दिवस उत्साह एवं उमंग के साथ मनाया गया।
स्थापना दिवस समारोह के अवसर पर केन्द्राध्यक्ष एवं उप महानिदेशक श्री के.के.माथुर ने सभी सदस्यों को बधाई दी तथा कहा कि आकाशवाणी अपने ध्येय वाक्य बहुजन हिताय, बहुजन सुखाय के अनुरूप लोगों में शिक्षा का प्रसार करने, उन तक सूचनाएं पहुंचाने, उनमें जाग्रति फैलाने एवं उनका मनोरंजन करने के लिए सतत् प्रयास करता रहेगा तथा स्वच्छ एवं स्पष्ट प्रसारण लोगों तक पहुंचता रहेगा। सदस्यों ने भी अपनी प्रसन्नता व्यक्त की।

उन्होंने बताया कि आकाशवाणी का यह केन्द्र गगवाना स्थित परिसर में आज के ही दिन वर्ष 1955 में केवल 20 किलोवॉट की क्षमता के ट्रांसमीटर के साथ आरम्भ हुआ था। जिसे 603 किलो हर्टज पर सुना जा सकता था। वर्ष 1987 में ट्रांसमीटर बदला गया एवं उसकी क्षमता बढ़ा कर 200 किलोवॉट की गई थी। तत्पश्चात अक्टूबर 2015 में इस ट्रांसमीटर को 200 किलोवॉट के डिजीटल ट्रांसमीटर से बदल कर इस केन्द्र से डिजिटल प्रसारण आरम्भ किया गया। वर्तमान में भी उक्त डिजिटल प्रसारण को 603 किलो हटर््ज पर ही सुना जा सकता है।

उन्होंने बताया कि इस केन्द्र का स्टूडियो जयपुर में स्थित होने की वजह से इस केन्द्र को आकाशवाणी जयपुर अजमेर केन्द्र भी कहा जाता है। यह केन्द्र के प्रसारण को राजस्थान के लगभग 18 जिलो को पूर्णतया अथवा आंशिक रूप से सुना जा सकता है। यह केन्द्र मध्य राजस्थान के लगभग 1.60 लाख किमी के क्षेत्र तक को अपना प्रसारण पहुंचाता है तथा राजस्थान के 2.60 करोड़ से भी ज्यादा लोगों तक अपनी पहुंच रखता है व अपना प्रसारण सुनाता है। इसी वर्ष आकाशवाणी का एफएम ट्रांसमीटर की भ्ी स्थापना की गई एवं अगस्त माह से एफएम प्रसारण भी 103.30 मेगा हर्ट्ज पर आरम्भ कर दिया गया है।

इस अवसर पर केन्द्र के सहायक निदेशक श्री एस.सी.पालीवाल ने धन्यवाद ज्ञापित किया और उन्होंने कहा कि आकाशवाणी का कोई भी विकल्प नहीं हो सकता है। आकाशवाणी की पहुंच जन-जन तक है तथा प्रदेश के लगभग हर भाग तक इसकी पहुंच है। इसकी विज्ञापन सेवा भी बहुत ही लाभदायक और प्रभावशाली सिद्ध हो रही है साथ ही जन-जन तक स्वच्छ मनोरंजन भी पहुंचाता है।

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