कर्ज चुकाया जा नहीं सकता हरदेव तेरे एहसानों का

केकड़ी :– निरंकारी बाबा हरदेव सिंह जी महाराज की पावन स्मृति में संत निरंकारी सत्संग भवन पर सजल नेत्रों से श्रद्धा सुमन अर्पित करते हुए समर्पण दिवस मनाया गया।
मीडिया सहायक राम चन्द टहलानी के अनुसार सत्संग की अध्यक्षता करते हुए बहन आशा ने कहा कि कर्ज चुकाया जा नहीं सकता हरदेव तेरे एहसानों का निरंकारी बाबा हरदेव सिंह महाराज ने सन 1980 से लेकर 2016 तक अनवरत 36 वर्ष मानव मात्र के कल्याण के लिए, ब्रहम ज्ञान की रोशनी प्रदान करने के लिए जन-जन तक पहुंचने का प्रयास किया। इस दौरान रक्तदान शिविर, वृक्षारोपण अभियान व स्वच्छता अभियान के प्रोग्राम प्रमुखता से आयोजित किए जाते रहे और आज भी वक्त की पैगंबर सतगुरु माता सुदीक्षा जी के छत्रछाया में भलीभांति सुचारू रूप से चल रहे हैं।
आज हमें बाबा जी की सिखलाईयों को जीवन में अपनाकर जीवन जीना है सबके जीवन में बस प्यार ही प्यार हो। बाबाजी भी अपने प्रवचनों के दौरान कहते थे कि एक उम्र भी कम है प्यार करने के लिए,लोग समय कहां से निकालते हैं नफरत के लिए। निंदा नफरत को त्यागना है प्यार नम्रता को अपनाना है मर्यादा की लक्ष्मण रेखा को कभी नहीं लांघना है। घृणा, नफरत करके वातावरण को दूषित नहीं करना है हरदम खिल खिलाकर शालीनता से सबका आदर सत्कार करना है।
इंसान पग-पग पर गुनहगार होता है सद्गुरु दयालु होते हैं वह हर समय,हर बार हमें क्षमा करते हैं। जो इंसान अच्छा-अच्छा, शुभ-शुभ बोल कर व्यवहार करता है उसका हर कारज अच्छा एवं शुभ होता है। सतगुरु के वचनों को हमें आज ग्रहण करके उसका अनुसरण करने की जरूरत है।मरने के बाद तो हर कोई शांत हो जाता है हमें जीते जी शांत होना है। भक्त हमेशा चेतन एवं जागरूक रहता है सद्गुरु दर पर हमें हमेशा तन मन कर के जवान रहना है। सद्गुरु द्वारा प्रदान की गई ब्रह्म ज्ञान की दात से हमें परमात्मा की इबादत में मशगूल रहना है।
सत्संग के दौरान अनेक वक्ताओं ने गीत वचनों से निरंकारी बाबा जी के जीवन पर प्रकाश डाला व उनके बताए मार्ग पर चलने हेतु प्रेरित किया।
वक्ताओं में संगीता,नमन,आरती,माया,निशा ,कालू राम निरंकारी,मुकेश, प्रशांत,रेणू,रतन चन्द, हर्षा,बालूराम,लक्ष्मण,गोपाल, अशोक रंगवानी,समृद्धि,रोहित, निर्मित,आदि थे एवं कार्यक्रम का संचालन नरेश कारिहा ने किया।

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