मित्रता की मिसाल है कृष्ण-सुदामा : संत गोपालराम

ब्यावर, 14 जून। रामद्वारा में आयोजित श्रीमद भागवत कथा का शुक्रवार को विराम हुआ। संत गोपालराम रामस्नेही ने भगवान श्रीकृष्ण व सुदामा का चरित्र सुनाते हुए कहा कि कृष्ण व सुदामा मित्रता की मिसाल है। विपरित परिस्थिति में साथ निभाए वही सच्चा मित्र है।
संत ने कहा कि भागवत सभी वेदों का सार है। भागवत श्रवण से मनुष्य के विचार शुभ होते हैं। सकारात्मक विचारों से ही जीवन सुखमय होता है। उन्होंने नशामुक्ति का संदेश देते हुए कहा कि नशा नाश का कारण है। भागवत कथा औषधि के समान है। जो सभी पापों का नाश करती है। कथा में सिरोही से पधारे संत मनसुख रामस्नेही ने भी विचार रखे। सिमरन ने श्रीकृष्ण, काव्या ने रुक्मणि व रमेशचंद्र ने सुदामा का रूप धरकर प्रसंग का सजीव मंचन किया। गायक विष्णु चतुर्वेदी व गोपाल चतुर्वेदी ने भजनों की प्रस्तुति दी। एंकर सुमित सारस्वत ने मंच संचालन किया। आयोजक सीता देवी, अजय अग्रवाल, प्रेम जिंदल, रामद्वारा ट्रस्ट के रामप्रसाद मित्तल, राजेंद्र गर्ग, शिव रायपुरिया, मांगीलाल कंदोई ने महाराज का स्वागत कर आशीर्वाद लिया। कथा में निधि, सीमा, मोनिका, मनीषा, राधा चतुर्वेदी, अंजू गर्ग, आशा गोयल, निखिल जिंदल, सुनील जिंदल, रमेश चौहान सहित बड़ी संख्या में भक्तों ने धर्मलाभ लिया।

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