अजमेर, 19 सितम्बर। अजमेर डेयरी के अध्यक्ष श्री रामचन्द्र चौधरी ने कहा कि दुग्ध उत्पादक को दिपावली/अक्टूबर तक 700 रू. प्रति किलो फैट की दरे से भुगतान किया जायेगा।
श्री चौधरी गुरूवार को पत्रकारों को यह जानकारी देते हुए बताया कि अजमेर डेयरी के संचालक मण्ड़ल की 130 वीं बैठक में यह निर्णय लिया गया। उन्होंने बताया कि गर्मी के मौसम में पशु पालको ने अपने पशुओं के पालन हेतु पानी, भुसा एवं कुट्टी का अधिक मूल्य दिया, ऎसी मंहगाई से त्रस्त पशुपालको को राहत प्रदान कराने के लिए 700 रू. प्रति किलो फैट रखने का निर्णय लिया गया जिससे गर्मी के मौसम में हुए घाटे की इन चार-पांच महिनों में भरपाई हो सकेगी।
उन्होंने बताया कि डेयरी के नवनिर्माणाधीन प्लांट के सम्बन्ध संघ ने अपने स्तर पर एक माह में 35 करोड़ रू. का अपने स्तर पर भुगतान करने का अनुमोदन किया गया। अजमेर डेयरी द्वारा उक्त प्लांट बनाने के लिए एनडीडीबी को 252 करोड़ रू. में टर्न-की बेसिस पर कार्य आदेश दिया हुआ है। जिससे एनसीडीसी द्वारा 164 करोड़ रू. का ऋण दिया जा चुका है। संघ द्वारा अपने हिस्से के 38 करोड़ रू. एवं एनसीडीसी से प्राप्त 15 करोड़ रू. के अनुदान के अतिरिक्त शेष 35 करोड़ रू. का अनुदान अभी तक नहीं मिलने से अजमेर डेयरी ने अपने स्तर पर स्वयं के पोते से भुगतान किया। इस प्रकार एनडीडीबी को प्लांट निर्माण पेटे लगभग 252 करोड़ रू. का भुगतान अजमेर डेयरी द्वारा कर दिया गया है। उक्त प्लांट का 70 प्रतिशत तक निर्माण कार्य लगभग पूरा हो चुका है। उन्होंने बताया कि भारत सरकार द्वारा जीएसटी लागू करने के अलावा प्लांट में गोदाम, चारदिवारी, ईटीपी प्लांट के पानी को नाले तक पहुंचाने हेतु विशेष सीवरेज लाईन डालने तथा प्लांट को आधुनिकरण करने हेतु सोलर सिस्टम लगाने तथा फरनेस ऑयल के स्थान पर लिक्वीड गैंस प्लांट लगाने, अन्य कई अत्याधुनिक मशीने फ्रांस, जर्मनी, जापान आदि देशों से खरीदने के कारण प्लांट की लागत मूल्य 340 करोड़ रू. होगी। इससे 252 करोड़ रू. के अतिरिक्त 88 करोड़ रू. एनडीडीबी को आगामी दिसम्बर माह तक भुगतान करना है, उसमें से 42 करोड़ रूपये सितम्बर के अंत में, 42 करोड़ रू. अक्टूबर के अंत में एवं 20 करोड़ रू. दिसम्बर माह के अंत तक भुगतान करना है। इसमें से संघ ने 20 करोड़ रू. का अग्रिम भुगतान एनडीडीबी को जारी कर दिया है, शेष राशि हेतु एनसीडीसी से 35 करोड़ रू. का ऋण और लिया जायेगा तथा 30 करोड़ रू. संघ द्वारा समितियों से हिस्सा राशि एकत्रित कर भुगतान किया जायेगा। नवनिर्माणाधीन प्लांट का कार्य आगामी फरवरी/मार्च माह में पूर्ण करने का निश्चित रूप से हर सम्भव प्रयास किया जायेगा ।
उन्होंने बताया कि आगामी 30 सितम्बर, 2019 को संघ की वार्षिक आमसभा प्रातः 11 बजे जवाहर रंममंच, अजमेर में आयोजित करने का निर्णय लिया गया है। तत्पश्चात् दोपहर 1.00 बजे जवाहर रंगमंच, अजमेर में ही अजमेर डेयरी द्वारा दुग्ध उत्पादको का खुला अधिवेशन आयोजित किया जायेगा। जिसमें भारत सरकार/राज्य सरकार द्वारा वर्तमान में चलाई जा रही विभिन्न योजनाओं को क्रियान्वयन करने की रणनीति बनाई जायेगी। उन्हाेंने बताया कि पशुओं के हरे चारे हेतु भारत सरकार/राज्य सरकार द्वारा रिजके का बीज 40 प्रतिशत अनुदान पर 20 हजार किलो बीज वितरण किया जायेगा। यदि और आवश्यकता हुई तो शेष वितरण किये जाने वाले बीज पर अजमेर डेयरी द्वारा 40 प्रतिशत अनुदान वहन करेगी।
उन्होंने बताया कि नस्ल सुधार कार्यक्रम हेतु पाडा क्रय करने हेतु संघ द्वारा 40 हजार रूपए अधिकतम अनुदान दिया जायेगा एवं शेष राशि पाडे को रखने वाले कस्टोडियन द्वारा भुगतान करनी होगी। यदि पशु पालक वर्तमान में प्रचलित भारत सरकार/राज्य सरकार के पशु पालन फार्म से पाडा लेना चाहते है, तो वर्तमान व्यवस्था जारी रहेगी।
इस मौके पर प्रबन्ध संचालक श्री गुलाब भाटिया भी उपस्थित थे।