भाजपा राज के कामों का श्रेय ले रहे मुख्यमंत्री -देवनानी

प्रो. वासुदेव देवनानी
अजमेर, 18 नवम्बर। विधायक एवं पूर्व शिक्षा राज्य मंत्री वासुदेव देवनानी ने सोमवार को मुख्यमंत्री अशोक गहलोत द्वारा अजमेर में किये गये दो प्रमुख लोकार्पण पर सवाल उठाते हुए कहा कि गत भाजपा सरकार द्वारा कराये गये जनहित के कामों का लोकार्पण कर मुख्यमंत्री ने उनका झूठा श्रेय लेने का प्रयास किया है।
देवनानी ने पंचशील में सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र तथा लोहागल में राजकीय आचार्य संस्कृत महाविद्यालय के नवीन भवनों का मुख्यमंत्री द्वारा लोकार्पण किये जाने पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि इनके लोकार्पण के माध्यम से मुख्यमंत्री जी ने झूठा यश प्राप्त करने का जो प्रयास किया है उससे अजमेर की जनता भ्रमित होने वाली नहीं है क्योंकि यह सब जानते है कि इन दोनों ही कामों पर वर्तमान कांग्रेस सरकार ने एक रूपया भी खर्च नहीं किया है।
उन्होंने कहा कि अजमेरवासियों को यह भलीभांति मालूम है कि पंचशील में सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र के निर्माण के लिए गत भाजपा सरकार द्वारा 5 करोड़ की राशि स्वीकृत की गई थी जिसका 2017 में विधिवत शिलान्यास हुआ था तथा भवन को तैयार हुए लगभग 1 वर्ष हो चुका है। इसी प्रकार लोहागल में संस्कृत काॅलेज के भवन निर्माण हेतु भी भाजपा सरकार द्वारा 6.54 करोड की राशि स्वीकृत की गई थी जिसका विधिवत शिलान्यास 2017 में हुआ था तथा इसके भवन का निर्माण पूर्ण हुए भी लगभग 1 वर्ष हो चुका है तथा वर्तमान सत्र से काॅलेज का संचालन भी इस भवन में ही हो रहा है।
देवनानी ने कहा कि मुख्यमंत्री के हाथों लोकार्पण कराये गये जिन 2 कामों को अजमेरवासियों के लिए सौगात बताया जा रहा है तो साथ में यह भी बताना चाहिए कि उनके निर्माण में कंाग्रेस का क्या योगदान रहा है। उन्होने कहा कि कांग्रेस के 1 वर्ष के शासन में अजमेर ही नहीं सम्पूर्ण प्रदेश का विकास ठप्प हो गया है। गत भाजपा सरकार द्वारा स्वीकृत सड़क निर्माण के काम जिनके कार्यादेश तक जारी हो गये थे उनमें से कोई काम अभी तक शुरू नहीं हो पाया है। अजमेर की पेयजल समस्या के स्थाई समाधान हेतु गत भाजपा सरकार द्वारा स्वीकृत की गई ब्राह्मणी नदी योजना के लिए कोई बजट स्वीकृत नहीं किया गया।
जिनके प्रयासों से हुए काम, उन्हें ही नहीं बुलाया –
देवनानी ने कहा कि पंचशील में सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र तथा लोहागल में संस्कृत महाविद्यालय के भवन निर्माण के कार्य उनके प्रयासों से ही स्वीकृत हुए थे परन्तु मुख्यमंत्री द्वारा आज इनके लोकार्पण के अवसर पर ना तो उन्हें बुलाया गया और ना ही शिलापट्ट पर उनका नाम अंकित करवाया गया जबकि वे इस क्षेत्र से निर्वाचित विधायक है।
देवनानी ने आजाद पार्क में आयोजित सरकारी लोकार्पण कार्यक्रम का कांग्रेसीकरण करने का भी आरोप लगाया है तथा कहा कि एक ओर लोकार्पण समारोह के नाम पर सरकारी खर्चे पर कार्यक्रम की सारी व्यवस्थाएं करवाई गई दूसरी ओर कार्यक्रम का असली स्वरूप कांग्रेस कार्यकर्ताओं के सम्मेलन का था जो कि सरकारी संसाधनों के दुरूपयोग की श्रेणी में आता है।

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