बोर्ड परीक्षाओं में अनुचित साधनों से विहीन बनाने के लिए कटिबद्ध- मेघना चौधरी

मेघना चौधरी
अजमेर 14 जनवरी। राजस्थान माध्यमिक शिक्षा बोर्ड की सचिव श्रीमती मेघना चौधरी ने कहा कि राजस्थान बोर्ड परीक्षाओं में पवित्रता और अनुचित साधनों से विहिन बनाने के लिए कटिबद्ध है। बोर्ड दृढ़ प्रतिज्ञ है कि प्रायोगिक परीक्षा को लेकर कोई भी विद्यालय या परीक्षक परीक्षार्थियों पर अनुचित दबाव न बनाये। प्रायोगिक परीक्षाओं के लिए बोर्ड पूरे राज्य के परीक्षा केन्द्रों पर अपनी पैनी निगाह रखेगा। बोर्ड के उड़नदस्ते प्रायोगिक परीक्षाओं के दौरान प्रयोगशालाओं का निरीक्षण कर यह भी सुनिश्चित करेंगे कि इन परीक्षाओं का आयोजन निर्धारित मानकों के अनुरूप हो।
श्रीमती चौधरी मंगलवार को बोर्ड के सभाकक्ष में प्रायोगिक परीक्षाओं के लिए बनाये विशेष उड़नदस्तों के संयोजकों को संबोधित कर रही थी। उन्होंने कहा कि पिछले कुछ वर्षों से बोर्ड द्वारा प्रायोगिक परीक्षा के लिए विशेष उड़नदस्ते जिले की प्रत्येक तहसील में विद्यालयों में चल रही प्रायोगिक परीक्षाओं का औचक निरीक्षण कर उसकी रिपोर्ट से उसी दिन बोर्ड को अवगत करायेंगे। निरीक्षण दल के साथ विडियोग्राफर भी रहेगा जो सम्पन्न हो रही परीक्षा की विडियोग्राफी भी करेगा।
बोर्ड के विशेषाधिकारी (परीक्षा) अरविन्द सेंगवा ने विशेष उड़नदस्तों के संयोजकों से कहा कि उनकी भूमिका परीक्षाओं में वहीं है जो चुनाव के दौरान पर्यवेक्षकों की होती है। उड़नदस्ते परीक्षा आयोजन से जुडी छोटी से छोटी व्यवस्था की जाँच कर निष्पक्ष होकर अपने कार्य को अंजाम दे। उन्होंने कहा कि सीनियर सैकण्डरी के सूचना प्रौद्योगिकी एवं प्रोग्राम और गृहविज्ञान के प्रायोगिक परीक्षायें जिला शिक्षा अधिकारियों (माध्यमिक) द्वारा बाह्य परीक्षक नियुक्त कर सम्पन्न करायी जायेगी। शेष अन्य विषयों में बोर्ड स्तर पर परीक्षकों की नियुक्ति की जा चुकी है। उन्होंने कहा कि बोर्ड ने सभी विद्यालयों प्रधानों एवं परीक्षकों को निर्देश दिये है कि जिस दिन भी उनके विद्यालय में प्रायोगिक परीक्षा आयोजन की तिथि तय हो तो तत्काल उसकी सूचना आवश्यक रूप से जिला शिक्षा अधिकारी और बोर्ड को दी जाये ताकि परीक्षा व्यवस्था का निरीक्षण कराया जा सके।
बोर्ड के निदेशक (गोपनीय) जी.के. माथुर ने कहा कि ये उड़नदस्ते के सदस्य फील्ड में बोर्ड की आँख, नाक, और कान है। इसलिए इन पर महत्ती जिम्मेदारी है कि सैद्धांतिक परीक्षा के समान प्रयोगिक परीक्षाओं की विश्वसनीयता बनी रहे। बोर्ड की नियमित परीक्षार्थियों के लिए प्रायोगिक परीक्षायें 14 फरवरी तक पूरे राज्य में सम्पन्न होंगी। प्रायोगिक परीक्षा के दौरान विद्यालय में नियम तिथि को अनुपस्थित रहने वाले परीक्षार्थी की परीक्षा उसी परीक्षक द्वारा उसी विद्यालय में लिए जा रहे अन्य बैच में शाला प्रधान की विशेष अनुमति से कराई जा सकेगी। किसी भी स्थिति में अन्य परीक्षक अथवा अन्य विद्यालय में परीक्षा की अनुमति नहीं दी जायेगी तथा परीक्षार्थी को अनुपस्थित मानकर परिणाम जारी कर दिया जायेगा।
उन्होंने कहा कि प्रायोगिक परीक्षा से संबंधित वांछित जानकारी देने हेतु बोर्ड कार्यालय में नियंत्रण कक्ष की स्थापना की गई है। प्रयोगिक परीक्षा कन्ट्रोल रूम में दूरभाष नम्बर 0145-2620739 और 2623646 है। यह नियंत्रण कक्ष परीक्षा समाप्ति तक कार्यरत रहेगा। बैठक में वित्तीय सलाहकार-श्रीमती आनन्द आशुतोष और उप निदेशक – राजेन्द्र गुप्ता भी उपस्थित थे।

उप निदेषक (जनसम्पर्क)

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