स्कूलों के प्रोजेक्ट्स को स्कूलों में ही बनवाने की मांग

अजमेर 24/01/2020 अजमेर जिला कांग्रेस कमेटी के सीए प्रकोष्ठ के जिलाध्यक्ष सीए विकास अग्रवाल व प्रदेश राजीव गाँधी यूथ फेडरेशन के प्रदेश संयोजक कमल गंगवाल ने केंद्रीय मानव संसाधन मंत्री श्री रमेश पोखरियाल व सीबीएसई बोर्ड के डायरेक्टर श्रीमती अनीता करवाल को अलग-अलग पत्र लिखकर स्कूलों में प्रोजेक्ट के नाम पर अभिभावकों को परेशान करने का आरोप लगाया है |
गंगवाल व अग्रवाल ने लिखे पत्र में बताया कि सीबीएससी स्कूलों द्वारा छात्रों को प्रोजेक्ट बनाने के लिए बाध्य किया जाता है, जबकि उक्त प्रोजेक्ट छात्र तो बना नहीं सकते अपितु अभिभावकों द्वारा, बाजार से सामग्री लेकर या सीधा तैयार खरीद कर स्कूलों में छात्रों द्वारा दिखाया जाता है जिसका अभिभावकों पर अनावश्यक अत्यधिक आर्थिक भार पड़ता है । गंगवाल व अग्रवाल ने लिखे पत्र में बताया कि इस तरह के प्रोजेक्ट स्कूलों में ही अध्यापकों द्वारा ही बनवाए जाने चाहिए ताकि छात्र की योग्यता का पता चल सके और प्रोजेक्ट का खर्चा स्कूलों द्वारा ही वहन किया जाना चाहिए क्यूंकि स्कूलों द्वारा वैसे ही भारी भरकम फीस वसूली जा रही है। इसके अतिरक्त छात्रों पर प्रोजेक्ट बनाने का इतना अधिक मानसिक दवाब होता है कि कई बार तो प्रोजेक्ट के चक्कर में छात्र अपनी परीक्षा की तैयारी भी अच्छी तरह से नहीं कर पाता है जिससे उसके परीक्षा प्रणाम पर बुरा असर पड़ता है | ऐसे में सभी सरकारी, गैर-सरकारी सीबीएसई स्कूलों को आवश्यक दिशा निर्देश देकर उपरोक्त व्यवस्था में सुधार करने का आदेश जारी करने व यह भी सुनिश्चित करें की यदि भविष्य में प्रोजेक्ट बनवाए जाएँ तो ये अध्यापकों द्वारा ही बनवाये जाएँ न की अभिभावकों को परेशान करें | इसके अतिरिक्त स्कूल के भरी भरकम बैग के भार को भी कम करने की मांग की है क्यूंकि भारी बैग की वजह से कम आयु के बच्चों को भी गर्दन व कमर में दर्द की शिकायत रहने लगी है |
मांग करने वालों में करने वालों में कमल गंगवाल, सीए विकास अग्रवाल, विजयश्री, राजकुमार गर्ग, विजय पांड्या, शैलेश गुप्ता, मनीष सेन, नीरू दोसाया, शरद कपूर, तनुज जैन, प्रहलाद माथुर, प्रेमसिंह गौड, संयम गंगवाल, संजय बाकलीवाल, सुदेश पाटनी आदि हैं |

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