आयुर्वेद विभाग के कार्यों की शासन सचिव डॉ. वीणा प्रधान ने की समीक्षा

अजमेर,16 जुलाई। आयुर्वेद विभाग की शासन सचिव डॉ. वीणा प्रधान ने गुरूवार को आयुर्वेद विभाग के कार्यों की समीक्षा के दौरान मेडिकल ट्युरिज्म को बढ़ावा देने के निर्देश प्रदान किए।

आयुर्वेद विभाग की निदेशक श्रीमती सीमा शर्मा ने बताया कि प्रशासन सचिव डॉ. वीणा प्रधान द्वारा बैठक में मेडिकल टयूरिज्म को बढावा देने हेतु भूमि आंवटन की प्रगति की समीक्षा की। इसके लिए जिन जिलों में भूमि चिन्हित कर ली गयी है उन्हे शीघ्र भूमि आवंटन कराने एवं जिन जिलों में भूमि चिन्हित नहीं की गई है उन्हे भूमि चिन्हित कर आवंटन कराने हेतु जिला कलक्टर से सम्पर्क कर एक माह में भूमि आवंटन कराने के प्रयास किये जाने के लिए संबंधित उपनिदेशकों को निर्देश दिये गये । उन्होंने रसायनशाला का भी निरीक्षण किया गया एवं अतिरिक्त निदेशक को रसायशाला औषधि निर्माण एवं समय पर वितरण के सम्बन्ध में आवश्यक निर्देश प्रदान किये गये।

उन्होंने बताया कि डॉ. प्रधान ने चिकित्सालय एवं औषधालयों के किये गये निरीक्षणों, महालेखाकार अंकेक्षण प्रतिवेदनों में अंकित आक्षेपों की पालना, पंचकर्म, जरावस्था आचंल प्रसूता योजनाओं में आवंटित पथ्य एवं औषधि मद में आवंटित बजट के व्यय, आयुष मिशन के तहत कंटीजेन्सी मद में आवंटित बजट के व्यय एवं सी.एम.हेल्प लाईन सम्पर्क पोर्टल पर लम्बित प्रकरणों की विस्तार से चर्चा करते हुए सभी अधिकारियों को लक्ष्यों के अनुरूप निरीक्षण करने के लिए निर्देश दिए।

उन्होंने बताया कि बैठक में औषधालय समय पर खुलने की सुनिश्चितता , दवाईयॉं सभी चिकित्सालयों एवं औषधालयों को समय पर सप्लाई करने, सभी लम्बित पैराज का 10 दिवस में निस्तारण करने, आयुष मिशन द्वारा कंटिजेन्सी में उपलब्ध कराये गये बजट उपयोग करने एवं आयुष मिशन की भवन सम्बन्धी सूचनाऎं 7 दिवस में भिजवाने, कार्मिकों के अभाव अभियोग प्रकरणोें का तत्काल निस्तारण करने हेतु सभी अधिकारियों को निदेश दिये गये।

इस अवसर पर मुख्य लेखाधिकारी श्री गोपाल ओझा, अतिरिक्त निदेशक आयुर्वेद डॉ. आनन्द कुमार शर्मा, राजस्थान स्टेट मेडिसिनल प्लान्टस बोर्ड जयपुर के सदस्य सचिव, डॉ. मनोहर पारीक एवं संभाग के समस्त अतिरिक्त निदेशक तथा जिला स्तर के समस्त उपनिदेशक उपस्थित थे ।

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