अजमेर। भारतीय जनता पार्टी ने सम्भाग के सबसे बड़े अस्पताल जे.एल.एन. में चिकित्सा कर्मियों की घोर लापरवाही तथा शिशु रोग विभाग की गहन ईकाई में आवश्यक चिकित्सा उपकरणों के अभाव में आठ वर्षीय बालक जय कि मृत्यु होने पर गहरा दुख व्यक्त करते हुए, मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से सम्पूर्ण प्रकरण की गहन जांच के साथ ही मासूम बालक की मौत के लिये दोषीयों के विरूद्ध कड़ी कार्यवाही की मांग की है।
भा.ज.पा. जिलाध्यक्ष रासासिंह रावत, वरिष्ठ उपाध्यक्ष अरविन्द यादव, महामंत्री धर्मेन्द्र गहलोत, सोमरत्न आर्य, कैलाश कच्छावा के मुख्य मंत्री से शिशु रोग विभाग सहित ट्रोमा वार्ड व अन्य आपात सेवा वाले स्थानों पर वेंटिलेटर लगाकर शीघ्र ही इसके लिये तकनीकी स्टाफ को नियुक्त करने की मांग की है।
भा.ज.पा. ने कहा कि वह पिछले वर्षो से लगातार सम्भाग के सबसे बड़े चिकित्सालय जे.एल.एन. में सभी सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिये मांग करती रही है लेकिन सरकार ने शुरू से ही यहां की उपेक्षा की है।
भा.ज.पा. ने कहा कि यह अत्यन्त दुर्भाग्यपूर्ण स्थिती है कि एक ओर राज्य सरकार एवं जिला प्रशासन सरकार के चार साल पूर्ण होने का जश्न मना रहे है, लेकिन वहीं अजमेर में शिशु विभाग में चिकित्सकों सहित स्टाफ की संवेदनहीनता व साधनों के अभाव में अबोध बालक की मृत्यु ने सरकार के कामकाज पर सवालिया निशान लगा दिया है ?
भा.ज.पा. ने कहा है कि जे.एल.एन. अस्पताल में मरीजों को तत्काल उपचार मिलना चाहिये लेकिन यहां के चिकित्सा अधिकारियों द्वारा ही स्थिती गम्भीर होने पर निजी चिकित्सालयों में ले जाने की सलाह देना भी मरीजों के जीवन के साथ खिलवाड़ करने जैसा है। भा.ज.पा. नेताओं ने कहा है कि चिकित्सा कर्मियों की लापरवाही व संवेदनहीनता का आलम यह है कि इस बालक की आॅक्सीजन की नली तक हट गयी लेकिन किसी ने भी इसकी सुध नहीं ली जो कि अत्यंत गम्भीर विषय है।
प्रवक्ता
अरविन्द यादव
मो. 9414252930