‘‘अजमेर के युद्ध’’ विषय पर विचारगोष्ठी का आयोजन

स्मारक पर पुष्पाजंलि से तीन दिवसीय कार्यक्रमों का आगाज

अजमेर 27 मई। इतिहासकारों की राय में सम्राट पृथ्वीराज चौहान वीर योद्धा, प्रखर राष्ट्रीयवादी और युद्ध विद्या में प्रवीण थे। आज अजमेर क्षेत्र के युद्धों पर आयोजित परिचर्चा में भाग लेते हुए पदम्श्री डॉ. चन्द्रप्रकाश देवल ने कहा कि पृथ्वीराज चौहान ने अपने शौर्य और जननीति से भारतीय संस्कृति और जीवन पद्धति को महत्वपूर्ण योगदान देकर महत्वपूर्ण कार्य किया।
प्रो. एम.एम. रंगा ने अजमेर क्षेत्रों के युद्धों पर बोलते हुए कहा कि अजमेर के शासक अनराज ने तुर्कों के साथ भीषण युद्ध किया और वर्तमान आनासागर झील रक्त का कुंड बन गया था, उसे पवित्र करने के लिए आनासागर झील का निर्माण कराया।
इतिहास संकलन समिति के विद्धान श्री जितेन्द्र जोशी ने पुष्करणाय क्षेत्र में गऊ रक्षा के लिए मेडतिया राठौडो द्वारा मुगलों के साथ युद्ध कर गायों की रक्षा की। आपने ओरंगजेब व दारा शिकहो के मध्य अजमेर के निकट हुए युद्ध और उसके परिणामों पर प्रकाश डाला।
प्रो. अरविन्द पारीक ने गोष्ठी मेें बोलते हुए कहा कि अजमेर क्षेत्र में धर्म, गौवंश व संस्कृति के रक्षार्थ राष्ट्रवादी वीरों और ठिकानेदारों ने मुगलों से युद्ध किया और अपना बलिदान दे दिया जो इतिहास के स्वर्णिम पृष्ठों में अंकित है।
पूर्व सांसद ओंकार सिंह लखावत ने पुष्कर में मुगलों द्वारा वराह मंदिर को ध्वस्त करने और हिन्दू आस्था पर चोट करने पर क्षत्रिय शासकों द्वारा जो शौर्य दिखाया गया उस पर विस्तार से शौध कार्य होना चाहिए।
गोष्ठी में श्रीमती ध्वनि मिश्रा, प्रो. लता अग्रवाल, शिव प्रसाद गौतम ने अजमेर पर शासन करने वाले मराठों, सिसोदियों, राठौडों के शासनकाल में हुए संस्कृति रक्षा के कार्यों पर प्रकाश डाला। संगोष्ठी का संचालन दिलीप पारीक ने किया। अंत में सभी अतिथियों व वक्ताओं का आभार व धन्यवाद कंवल प्रकाश किशनानी ने दिया।
विचारगोष्ठी में पूर्व उपमहापौर संपत सांखला, डॉ. भरत छबलानी, सुरेश सिंधी, सम्मान सिंह, आर.एन.देवाकर, नरेन्द्र भारद्वाज श्याम बाबू वर्मा, प्रहलाद शर्मा, लक्ष्यपाल सिंह, शैलेन्द्र सिंह आदि उपस्थित थे।
पुष्पाजंलि कार्यक्रम
सम्राट पृथ्वीराज चौहान की 856वीं जयंती कृष्ण पक्ष की द्वादश व स्मारक के रजत जयंती के अवसर पर तीन दिवसीय कार्यक्रमों का शुभारंभ प्रातःकाल स्मारक पर सम्राट पृथ्वीराज चौहान के प्रतिमा के समक्ष पुष्पांजलि अर्पित की गई। इस अवसर पर पूर्व सांसद ओंकार सिंह लखावत, कंवल प्रकाश किशनानी, मुकेश खीचीं, राम धनवानी, मोहन लालवानी, गायत्री देवी, पार्षद हेमलता खत्री, महेन्द्र राव, दुर्गाप्रसाद शर्मा, श्याम बाबू वर्मा, प्रहलाद शर्मा, सहित समारोह समिति के कार्यकर्त्ता उपस्थित थे।
प्रहलाद शर्मा
समन्वयक
9414927244

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