केकड़ी 5 जून(पवन राठी) विश्व पर्यावरण दिवस में भागीदारी लेने हेतु संत निरंकारी चैरिटेबल फाउंडेशन संत निरंकारी मिशन की सामाजिक शाखा द्वारा 10,000 स्वयंसेवकों के साथ मिलकर देश के 7 राज्यों के 14 पर्वतीय स्थलों पर व्यापक स्वच्छता एवं वृक्षारोपण अभियान का आयोजन किया गया है जिसका उद्देश्य सभी को पर्यावरण संकट के प्रति जागरूक होने के लिए प्रेरित करना है।
केकड़ी ब्रांच मुखी अशोक कुमार रंगवानी ने बताया कि जिन स्थानों पर गर्मियों के मध्य पर्यटकों की भारी भीड़ होती है उन स्थानों पर इस अभियान का आयोजन किया गया है वर्तमान समय में हमारी पृथ्वी प्रोबल वार्मिंग के संकट से जूझ रही है ऐसे समय में हमें वृक्षारोपण जैसे अभियानों की नितांत आवश्यकता है ताकि पर्यावरण का संतुलन बनाया जा सके।
इस वर्ष संयुक्त राष्ट्र द्वारा स्वीडन शहर को ओन्ली वन अर्थ शीर्षक 2022 की वैश्विक मेजबानी के रूप में घोषित किया गया है। पर्यावरण संकट के मध्य जहां प्रदूषण से निपटने के लिए पूरी दुनिया एक साथ आ रही है वहां ऐसे समय में संत निरंकारी मिशन के हजारों स्वयंसेवक अपनी खाकी वर्दी और संत निरंकारी चैरिटेबल फाउंडेशन की नीली टी-शर्ट व टोपी में भक्तों एवं संबंधित शहरों के निवासियों के संग मिलकर वृक्षारोपण और स्वच्छता का अभियान चलाया गया है इसके साथ ही जागरूकता हेतु मानव श्रृंखला का भी निर्माण किया गया इन सभी 14 स्थानों में उत्तराखंड के मसूरी,ऋषिकेश, लैंसडाउन और नैनीताल में, शिमला हिमाचल प्रदेश में महाराष्ट्र महाबलेश्वर,पंचगनी, खंडाला,लोनावला और पन्हाला राजस्थान में माउंट आबू और सिक्किम गंगतोक जैसे स्थानों पर प्रातः 8:00 बजे से यह अभियान आरंभ हुआ जिसमें सभी स्वयंसेवक एकत्रित होकर दोपहर 12:30 बजे इस सेवा समापन किया गया अभियान से पूर्व कार्यक्रम की शुरुआत प्रार्थना से हुई।
केकड़ी मीडिया सहायक राम चंद टहलानी ने बताया कि मिशन के युवा स्वयंसेवक ने प्लास्टिक प्रदूषण की थीम पर नुक्कड़ नाटक का आयोजन किया। लोगों को पर्यावरण के प्रति जागरूक किया गया निरंकारी मिशन लगातार आध्यात्मिक जागृति के साथ-साथ मानवता की सेवा में स्वयं को प्रतिपल समर्पित कर रहा है।
वर्तमान में मिशन देश के अग्रणी रक्तदान करने वाले स्वयंसेवी संगठनों में से एक है सन 1986 से लेकर अब तक 7225 शिविर आयोजित किए जा चुके हैं और लगभग 12 लाख यूनिट रक्त प्रदान किया जा चुका है।
मानव कल्याण हेतु संत निरंकारी मिशन द्वारा देश भर में 4 अस्पताल 102 औषधालय और चार रोग प्रयोगशाला चल रही है जो धर्मार्थ के लिए कार्यरत हैं लोक कल्याण पर आधारित सेवाएं जैसे मोतियाबिंद,सर्जरी,स्वास्थ्य जांच, ह्रदय जांच,एनिमा नियंत्रण आदि के लिए शिविर आयोजित किए जाते रहे हैं जिसमें लगभग 20 लाख से अधिक लोग हर वर्ष इलाज करवा कर लाभान्वित हो रहे हैं महिला सशक्तिकरण को बढ़ावा देने के लिए विधवा और अन्य जरूरतमंद महिलाओं के लिए 45 सिलाई सेंटर और कढ़ाई प्रशिक्षण केंद्र चलाए जा रहे हैं युवाओं को संगीत कंप्यूटर और संचार कौशल जैसे विभिन्न पाठ्यक्रमों के माध्यम से सशक्त बनाया जा रहा है मिशन द्वारा प्रत्येक वर्ष 23 फरवरी को बाबा हरदेव सिंह जी के जन्म दिवस पर आयोजित करके अपना योगदान देता आ रहा है।