राजकीय महाविद्यालय में सशस्त्र सेना दिवस मनाया

केकड़ी 7 दिसम्बर(पवन राठी)
राजकीय महाविद्यालय केकड़ी में आज राष्ट्रीय सेवा योजना एवं महिला प्रकोष्ठ के संयुक्त तत्वावधान में सशस्त्र सेना दिवस का आयोजन किया गया। कार्यक्रम के मुख्य वक्ता प्रो अनिल गुप्ता ने बताया कि देश के लिए जीना देश के लिए मरना सौभाग्य की बात है। राष्ट्रभक्ति सबसे बड़ा धर्म है। हम सेना के जवानों,उनके परिवार के प्रति जुड़े रहे ऐसा संदेश झंडा दिवस देता है,क्योंकि जवानों के कारण ही हम स्वतंत्र वातावरण में सांस ले पा रहे हैं। “राष्ट्रभक्ति ले हृदय में खड़ा यदि देश सारा, सब संकटों को मात कर विजयी राष्ट्र रहे हमारा” ऐसा भाव झंडा दिवस पर हम सबके मन में बना रहे। कार्यक्रम में डॉ नीता चौहान ने सशस्त्र सेना दिवस 7 दिसंबर को मनाए जाने की बात बताते हुए कहा कि 1949 से यह दिन 7 दिसंबर को ही मनाया जाता है और इस दिन मुख्य कार्य झंडे का वितरण और उससे प्राप्त धनराशि को सशस्त्र जवानों के पास भेजना होता है। युद्ध में आहत हुए परिवारों,सेना के कल्याण कार्यक्रमों एवं सेवानिवृत्त सेना के लोगों के लिए इस धन का प्रयोग किया जाता है। अगर सभी भारतवासी छोटी सी राशि भी इस कार्य हेतु देते हैं तो सेना के कल्याण एवं उनके मनोबल को ऊंचा उठाने में बहुत बड़ी मदद मिल सकती है । इस अवसर पर कार्यक्रम में पधारे एसआई पदम कुमार जी ने बताया कि लहराता हुआ तिरंगा इस बात का प्रतीक है कि हम सब देश के लिए समर्पित होकर काम करें। उन्होंने अपने अनुभव भी छात्र छात्रों के साथ साझा किए और बताया कि किस तरह से त्योहारों पर, कोरोना के समय उन्होंने परिवार को छोड़कर देश के नागरिकों को सुरक्षा व शांति प्रदान करने में अपनी भूमिका निभायी। अध्यक्षीय उद्बोधन में डॉ प्रताप पिंजानी ने युवाओं को सेना से जुड़ने के लिए प्रेरित किया और कहा कि सेना के जवानों को महाविद्यालय में कार्यक्रम हेतु आना चाहिए ताकि छात्र सेना में जाने,देश सेवा के लिए तत्पर होने के लिए मोटिवेट हो सके। इस अवसर पर कार्यक्रम प्रभारी डॉ अनीता रायसिंघानी ने बताया कि सैनिक कल्याण कोष के लिए राष्ट्रीय सेवा योजना के स्वयं सेवकों के द्वारा 1500/- रुपए की राशि एकत्र की गई जिसे भारत सरकार के निर्देशानुसार सैनिक कल्याण कोष में भिजवाया जाएगा कार्यक्रम छात्र उत्कर्ष, अंजलि,वीर,विशाल,भाग्येश्वरी आदि को सम्मानित किया गया। कार्यक्रम का संचालन डॉ अनीता रायसिंघानी के द्वारा किया गया। महिला प्रकोष्ठ के तत्वावधान में राजस्थान राज्य महिला नीति 2021 के अंतर्गत जारी कैलेंडर के अनुसार दिसंबर माह की गतिविधियों के अंतर्गत बागवानी पर वार्ता का भी आयोजन किया गया । कार्यक्रम में डाॅ देवेन्द्र, डॉ मनोज, बालकृष्ण,डाॅ हेमन्त,गणपत आदि उपस्थित थे।

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