विद्यासागर तपोवन में आज भगवान पार्श्वनाथ पर कमठ का उपसर्ग नाटिका का मंचन किया गया तपोवन महिला मंडल द्वारा यह नाटिका का प्रसुतीकरण हुआ इस नाटिका में भगवान पार्श्वनाथ पर हुए तीन भव तक के उपसर्ग विषय में बताया गया नाटिका में सुंदर मंचन के लिए आशिमा जैन पूजा सेठी संतोष सेठी सुप्रिया जैन रैना जैन बिंदिया जैन स्वीटी जैन बुलबुल जैन पायल जैन आदि ने मुख्य भूमिका निभाई पिंकी सेठी एवं मानसी सेठी ने संचालन किया
त्याग ही जीवन का आधार होना चाहिए – मुनि सद्भाव सागर जी महाराज
आत्मशुद्धि के उद्देश्य से विकार भाव छोड़ना तथा स्व-पर उपकार की दृष्टि से धन आदि का दान करना त्यागधर्म है। अतः भोग में लाई गई वस्तु को छोड़ देना भी त्याग धर्म है आध्यात्मिक दृष्टि से राग द्वेष क्रोध मान आदि विकार भावों का आत्मा से छूट जाना ही त्याग है। उससे नीची श्रेणी का त्याग धन आदि से ममत्व छोड़कर अन्य जीवों की सहायता के लिये दान करना है।
विधान पूजन में श्रीफल अर्पित किए गए बादाम देवी गंगवाल परिवार ने विधान पर श्रीफल अर्पित किए और उत्तम त्याग धर्म की पूजन की गई पूजन अनुष्ठान में भक्तों ने श्रद्धा और भक्ति के साथ श्रीफल अर्पित किए
श्री दिगंबर जैन मुनि संघ सेवा जागृति मंच के तत्वाधान में चल रहे आयोजन में 27 सितंबर को देशभूषण कुलभूषण नाटिका का मंचन किया जाएगा