#आदेश वापस लेने की मांग को लेकर मुख्यमंत्री व शिक्षा मंत्री को भेजा ज्ञापन
अजमेर: 01 अक्टूबर / राजस्थान शिक्षक संघ (सियाराम) के प्रदेश कार्यकारी अध्यक्ष शक्ति सिंह गौड़ व प्रदेश उपाध्यक्ष भगवत डांगी ने मुख्यमंत्री व शिक्षा मंत्री को ज्ञापन भेजकर शाला दर्पण शिक्षक मोबाइल एप्प पर विद्यार्थियों व शिक्षकों की ऑनलाइन उपस्थिति माड्यूल लागू करने का कड़ा विरोध करते हुए, इसे वापस लेने की मांग की है। संगठन के प्रदेश उपाध्यक्ष भगवत डांगी ने बताया कि निदेशक माध्यमिक शिक्षा बीकानेर द्वारा 21 सितंबर को जारी आदेश के अनुसार दो अक्टूबर से राजकीय विद्यालयों में विद्यार्थियों व शिक्षकों की ऑनलाइन उपस्थिति दर्ज करने हेतु शिक्षकों व संस्था प्रधानों को अपने मोबाइल में शाला दर्पण शिक्षक एप्प को डाउनलोड व इन्टॉल करना है। राजस्थान शिक्षक संघ (सियाराम) ने इस अव्यावहारिक एवं शिक्षकों की निष्ठा पर सवाल उठाने वाले आदेश का कड़ा विरोध किया है। एक तरफ शिक्षा विभाग द्वारा स्कूलों में मोबाइल फोन के उपयोग पर पूर्णयता रोक के आदेश है, वहीं दूसरी तरफ मोबाइल एप्प के उपयोग का आदेश जारी करना परस्पर विरोधाभासी है। कई शिक्षको के पास एन्ड्रायड स्मार्ट फोन नहीं है तथा कई विद्यालयों में नेटवर्क संबंधी समस्या है। विद्यार्थियों व शिक्षकों की उपस्थिति पहले से ही शाला दर्पण पोर्टल व रजिस्टरों में ऑफलाइन दर्ज की जा रही है ।ऐसे में तीसरी बार इस एप्प पर और उपस्थिति दर्ज करने का कोई औचित्य नहीं है। इस एप्प के उपयोग से शिक्षक प्रथम कालांश में शिक्षण भी नहीं करवा पायेगें। गैर शैक्षणिक कार्यों में लगाए जाने व स्टाफ की कमी से अधिकांश विद्यालयों में पहले ही विद्यार्थियों को पढाई का नुकसान हो रहा है, ऐसे में इस एप्प के कारण शिक्षण कार्य और अधिक बाधित होगा।संगठन ने विद्यालयों में शिक्षकों व संस्था प्रधानों के सभी रिक्त पद भरने एवं राज्य सरकार की ओर से सभी शिक्षकों को एन्ड्रायड स्मार्ट फोन या टेबलेट उपलब्ध कराकर प्रति माह 500/- रूपये नेटवर्क डाटा हेतु भत्ता देने तक शिक्षक मोबाइल एप्प के इस अव्यावहारिक आदेश को वापस लेने की मांग की है।