केकड़ी में डॉक्टरों के 12 सहित 25 चिकित्सा कर्मियों के पद रिक्त

चिकित्सा सुविधाओं के लिए नए व पुराने अस्पताल के बीच भटक रहे हैं मरीज
भारतीय जनता पार्टी ने दी आंदोलन की चेतावनी

डॉक्टर के पास लगी मरीजों की भीड़।
डॉक्टर के पास लगी मरीजों की भीड़।

 

डॉक्टरों के अभाव में परेशान होते मरीज।
डॉक्टरों के अभाव में परेशान होते मरीज।

-तिलक माथुर- केकड़ी। केकड़ी मुख्यालय पर नवनिर्माणधीन अस्पताल भवन के गत दिनों मुख्यमंत्री द्वारा उद्घाटन के पश्चात जहां क्षेत्र के लोगों ने यह उम्मीद लगा रखी थी कि अब उन्हें बेहतर चिकित्सा सुविधाएं उपलब्ध हो सकेगी लेकिन ऐसा हो न सका। अस्पताल भवन के उद्घाटन को एक सप्ताह बीत जाने के बाद क्षेत्रवासियों को बेहतर चिकित्सा सुविधा मिलना तो दूर चिकित्सा सुविधाएं पाने के लिए कई प्रकार की परेशानियां उठानी पड़ रही है। इस नवनिर्माणाधीन अस्पताल भवन को विधिवत चलाने के लिए सरकारी दावे थोथे साबित हो रहे है वहीं दूर दराज के गांवों से आने वाले मरीजों को नए अस्पताल व पुराने अस्पताल के बीच चक्कर काटने पड़ रहे है। क्षेत्र के लोगों को अभी यह पत्ता नहीं है कि कौन से रोग का डॉक्टर किस अस्पताल भवन में बैठ रहा है। फिलहाल नए भवन में चिकित्सा सुविधाओं को सुचारू करने के लिए प्रशासन द्वारा चार डॉक्टर नेत्र रोग, दंत रोग, कनिष्ठ विशेषज्ञ मेडिसिन व एक चिकित्सा अधिकारी को बैठाया गया है लेकिन इस अस्पताल भवन में जांच सहित अन्य पर्याप्त चिकित्सा सुविधाएं उपलब्ध नहीं होने के कारण मरीजों को नए अस्पताल भवन व पुराने अस्पताल भवन के बीच तीन किलो मीटर की दूरी तय करनी पड़ रही है। वहीं दूसरी ओर राजकीय अस्पताल में डॉक्टरों की कमी के चलते अब भी मरीजों को ईलाज के लिए शहर से बाहर अन्यत्र या निजी अस्पतालों की शरण लेनी पड़ रही है। अस्पताल सूत्रों के मुताबिक केकड़ी मुख्यालय पर स्थित राजकीय अस्पताल मेें 22 डॉक्टरों के पद स्वीकृत है इनमें से इस माह 4 डॉक्टरों की सेवानिवृति के साथ ही महत्वपूर्ण रोगों से संबंधित 12 डॉक्टरों के पद खाली पड़े है, जिसके चलते अस्पताल मेें केवल 10 डॉक्टर ही अपनी सेवाएं दे रहे है। अस्पताल में लम्बे अर्सें से रिक्त पड़े डॉक्टरों सहित अन्य पदों पर शीघ्र नियुक्ति व नए अस्पताल भवन मेें पर्याप्त चिकित्सा सुविधाएं उलब्ध कराने की मांग को लेकर भारतीय जनता पार्टी ने उग्र आंदोलन छेडऩे का निर्णय लिया है। इस बारे में भाजपा नेता शत्रुध्न गौत्तम ने बताया कि अगर प्रशासन द्वारा एक सप्ताह में रिक्त पड़े पदों पर नियुक्तियां नहीं की गई और नए अस्पताल भवन में समूचित चिकित्सा सुविधाएं उलपब्ध नहीं कराई गई तो भाजपा नए अस्पताल भवन पर तालाबंदी करने तक का फैसला ले सकती है। भाजपा नेता शत्रुध्न गौत्तम का आरोप है कि क्षेत्रीय विधायक रघु शर्मा ने आचार संहिता लगने के पहले थोथी लोकप्रियता हांसिल करने के लिए आधे अधूरे अस्पताल भवन का मुख्यमंत्री के हाथों उदघाटन तो करवा दिया लेकिन उन्होंने क्षेत्र की जनता के परेशान होने का थोड़ा भी खयाल नहीं रखा जिसके कारण आज लोगों को ईलाज के लिए नए व पुराने अस्पताल के बीच तीन किलो मीटर का बिना वजह सफर तय करना पड़ रहा है। गौत्तम ने बताया कि विधायक द्वारा उदघाटन से पहले पत्रकार वार्ता में जानकारी दी गई थी कि चिकित्सा सुविधाएं बेहतर बनाने के लिए 6 डॉक्टरों की नियुक्ति कर दी गई है लेकिन विभाग ने उन्हें बताया कि उदघाटन केे दो दिन बाद ही क्षेत्र के उप स्वास्थ्य केन्द्रों से मुख्यालय पर लगाए डॉक्टरों को रिलीव कर दिया गया है। उन्होंने बताया कि मुख्यालय पर स्थित राजकीय अस्पताल में क्षेत्र के सैंकड़ों गांवों से मरीज ईलाज के लिए आते है लेकिन अस्पताल मेें वरिष्ठ विशेषज्ञ सर्जरी, वरिष्ठ विशेषज्ञ मेडिसिन, कनिष्ठ विशेषज्ञ रेडियोलॉजी, कनिष्ठ विशेषज्ञ पेथोलॉजी, कनिष्ठ विशेषज्ञ सर्जन, कनिष्ठ विशेषज्ञ शिशु रोग, कनिष्ठ विशेषज्ञ ईएनटी, कनिष्ठ विशेषज्ञ अस्थि रोग, कनिष्ठ विशेषज्ञ निश्चेतन, चिकित्सा अधिकारी निश्चेतन जैसे महत्वपूर्ण डॉक्टरों के पद खाली पड़े है वहीं चार मेल नर्स, तीन लेब टेक्नीशियन, एक नेत्र सहायक, एक दंत सहायक, पांच वार्ड बॉय व एक स्वीपर का पद लम्बे अर्से से खाली पड़ा है जिसकी वजह से लोगों को चिकित्सा सेवा के लिए भटकना पड़ रहा है।

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