लोकतंत्र की सुदृढ़ता कैसे संभव हो?

-गणि राजेन्द्र विजय – चुनाव भले ही गुजरात एवं हिमाचल प्रदेश में हो रहे हों, लेकिन माहौल देशभर में गरमा रहा है। इस वक्त मतदाता मालिक बन जाता है और मालिक याचक। यह हम देख भी रहे हैं और केवल इसी से लोकतंत्र परिलक्षित होता है। बाकी सभी मर्यादाएं, प्रक्रियाएं, मूल्य और आदर्श हम तोड़ने … Read more

दूध का कर्ज

पति ने चिंतित होकर पत्नी से कहा- बेटा हमेशा तुमसे कहता है -” माँ ? मै तेरे दूध का कर्ज उतार दूंगा ।” तुमने तो उसे साल भर ही दूध पिलाया वो भी बिना शकर का जबकि मैने तो पन्द्रह साल से सुबह शाम उसके शकर व मलाई युक्त दूध की बंदी लगा रखी है … Read more

कतार में जीवन … !!

आज कल मनः स्थिति कुछ ऐसी बन गई है कि यदि किसी को मुंह लटकाए चिंता में डूबा देखता हूं तो लगता है जरूर इसे अपने किसी खाते या दूसरी सुविधाओं को आधार कार्ड से लिंक कराने का फरमान मिला होगा। बेचारा इसी टेंशन में परेशान हैं। यह सच्चाई है कि देश में नागरिकों की … Read more

पुलिस की छवि एवं साख का दागी होना!

‘किसी भी कीमत पर’ कानून और व्यवस्था कायम रहे, इसमें भारतीय पुलिस अक्षरशः पालन करती नजर आती है और ज्यादातर मामलों में इसकी कीमत हमें और आपको ही चुकानी होती है। गुरुग्राम के रायन स्कूल के चर्चित प्रद्युम्न मर्डर केस में सीबीआई जांच में पता चला है कि केस को चंद घंटों में ‘सुलझाने’ की … Read more

भय

भृत्य ने बाबूजी से कहा– बधाई हो । आप हमेश टेबल पर सोते -सोते साहब बनने का ख्वाब देखते थे ना आप अधिकारी बन गए वो भी जिलाधीश महोदय के हस्ताक्षर से” पीठासीन अधिकारी ” । बाबूजी उठकर एक दम बैठते हुए बोले “मुझे नही बनना ऐसा अधिकारी ” और चिल्लाने लगे बचाओ बचाओ । … Read more

यही है मोदी के आर्थिक सुधारों का प्रयोजन

विश्व बैंक ने भारत में विदेशी व्यापार की संभावनाओं को नई ऊर्जा दे दी है। इससे आशा की जाती है कि आने वाले समय में भारत में देसी एवं विदेशी निवेश की बाढ़ आएगी, क्योंकि दूसरे देशों की तुलना में भारत में व्यापार करना आसान हो गया है। विश्व बैंक ने व्यापार में सुगमता की … Read more

अपने आपको खुश रखने हेतु प्रभाशाली और उपयोगी मन्त्र भाग 3

याद रक्खें कि हर आदमी-औरत एक हुनर लेकर पैदा होते हैं, जरूरत है उस हुनर को दुनिया के सामने लाने की | किसी की उपेक्षा नहीं करें एवं ना ही किसी से कोई अपेक्षा रक्खें |अपने सहकर्मियों को भी आगे बड़ने का अवसर दें यानि आपके पीछे खडे हुए आदमी को भी कभी कभी आगे … Read more

कहाँ है विकास ?

वो अबला नारीे , बैठी एक लाश के पास रो रोकर .तेरा सत्या नाश, कमिने, जालिमं , बेदर्द हाकिंमं , मेरी , तेरह साल की बेटी , मांग रही थी भात, मैं दे न सकी उसको एक मुठ्ठी भर भात मर गई ताडपकर भूख से वो नही था मेरे पास तेरी सारकार का आधार , … Read more

अपने आपको खुश रखने हेतु प्रभाशाली और उपयोगी मन्त्र भाग 2

हर व्यक्ति के भीतर हजारों सपने जन्म लेते हैं। इन्हें पलने-बढ़ने दें। कभी मरने दें। अपनी उपलब्धियों और लक्ष्यों पर ध्यान केंद्रित करें। इससे असुरक्षा की भावना दूर होती है, जो आमतौर पर ईर्ष्या की जनक होती है। दुनियामें सात अरब से ज्यादा स्त्री-पुरुषों में कई हमसे से ज्यादा चतुर-प्रतिभाशाली, सुंदर, बुद्धिमान, धनी, भाग्यशाली हो … Read more

अपने आपको खुश रखने हेतु प्रभाशाली और उपयोगी मन्त्र भाग 1

सच्चाई तो यही है कि हम सभी मूल रूप में प्रेम पूर्ण हैं क्योंकि स्नेह-प्रेम हमको जन्म से प्राप्त हो जाता है इसीलिए प्रेम को कभी भी जिंदगी से बाहर नहीं निकाला जा सकता है। लेकिन खुद के अहंकार के कारण हम अपने प्रेम को व्यक्त नहीं कर पाते हैं, इसलिए अपने भीतर मौजूद प्रेम … Read more

Mortal Man, Immortal Endeavours

-Dr. M.K. Sharma ‘Sumahendra’ (1943-2012)- Great artists are like an incense stick. While physically alive, they relentlessly burn their vital breath in pursuit of enriching their world with their work and when they are gone, posterity still basks in the fragrance of their immaculate creations for ages. If you are a true votary of art, … Read more

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