लोकतंत्र की सुदृढ़ता कैसे संभव हो?
-गणि राजेन्द्र विजय – चुनाव भले ही गुजरात एवं हिमाचल प्रदेश में हो रहे हों, लेकिन माहौल देशभर में गरमा रहा है। इस वक्त मतदाता मालिक बन जाता है और मालिक याचक। यह हम देख भी रहे हैं और केवल इसी से लोकतंत्र परिलक्षित होता है। बाकी सभी मर्यादाएं, प्रक्रियाएं, मूल्य और आदर्श हम तोड़ने … Read more