गेस्ट-रायटर
जागो ग्राहक जागो !
साथियों, उत्पाद निर्माता कंपनियों द्वारा किस प्रकार उपभोक्ताओ को भ्रमित कर अपना माल बेचा जाता है, इसकी एक जानकारी आपसे शेयर करना चाहता हूँ। समाचार पत्रों में विज्ञापन पढ़ते समय आपने देखा होगा कि निर्माता कंपनी / विक्रेता / विज्ञापनदाता विज्ञापन में एक स्टार * जिसे asterisk कहा जाता है, का इस्तेमाल करते हैं यह … Read more
व्यंगात्मक ग़ज़ल :- पति की अभिलाषा
सुन्दर डीपी लगा रखी है मोहतरमा अब तो चाय पिला दें सुबह उठते से ही देखो की है तारीफ़ अब तो चाय पिला दें सोच रखा है छुट्टी का दिन सारा आराम करके गुजार दूँगा चाय पीके सो जाऊंगा, कहीं वो शॉपिंग की याद न दिला दें हफ़्ते भर की थकान मीठी नींद, भीने सपनो … Read more
जवानी जो आई बचपन की हुड़दंगी चली गई
जवानी जो आई बचपन की हुड़दंगी चली गई दफ़्तरी से हुए वाबस्ता तो आवारगी चली गई शौक़ अब रहे न कोई ज़िंदगी की भागदौड़ में दुनियाँ के दस्तूर में मिरि कुशादगी चली गई ज़िम्मेदारियों का वज़न ज्यूँ बढ़ता चला गया ईमान पीछे छूट गया और शर्मिंदगी चली गई भागते भागते दौलतें न बटोर सके ज़माने … Read more
अर्थव्यवस्था की सुनहरी होती तस्वीर
भारत की अर्थव्यवस्था दुनिया में तेजी से आगे बढ़ती अर्थव्यवस्था है, जिसकी विकास गति ने चीन को पीछे छोड़ दिया है। कृषि क्षेत्र में अच्छे प्रदर्शन एवं विनिर्माण के कारण चालु वित्त वर्ष की प्रथम तिमाही में सकल घरेलू उत्पाद ( जीडीपी ) की वृद्धि दर 8.2 प्रतिशत रही है जबकि इसी तिमाही में चीन … Read more
मिशन मून से पहले नदियों को जोड़ना जरूरी
देश के कुछ राज्यों में बाढ़ से हुई तबाही ने यह सवाल खड़ा कर दिया कि क्या हमारे देश में विकास की प्राथमिकताएं तय होती है या नहीं ? उत्तराखंड ,यूपी, बिहार,बंगाल ही नहीं,राजधानी दिल्ली में भी बरसात के बाद जो हालत होती है ,वह यह सोचने पर मजबूर कर देती है कि मिशन मून … Read more
मैंने तो सिर्फ आपसे प्यार करना चाहा था
मैंने तो सिर्फ आपसे प्यार करना चाहा था ख़ाहिश-ए-ख़लीक़ इज़हार करना चाहा था धुएँ सी उड़ा दी आरज़ू पल में यार ने मिरि तिरा इस्तिक़बाल शानदार करना चाहा था भले लोगो की बातें समझ न आईं वक़्त पे मैंने तो हर लम्हा जानदार करना चाहा था तिरे काम आ सकूँ इरादा था बस इतना सा … Read more
आपबीती पर पेश है खांटी खड़गपुरिया तारकेश कुमार ओझा की चंद लाइनें
दास्तां सुन कर क्या करोगे दोस्तों …!! बचपन में कहीं पढ़ा था रोना नहीं तू कभी हार के सचमुच रोना भूल गया मैं बगैर खुशी की उम्मीद के दुख – दर्दों के सैलाब में बहता रहा – घिसटता रहा भींगी रही आंखे आंसुओं से हमेशा लेकिन नजर आता रहा बिना दर्द के समय देता रहा … Read more
संथारा आत्महत्या नहीं, आत्म समाधि की मिसाल है
जैन धर्म के छोटे-से आम्नाय तेरापंथ धर्मसंघ के वरिष्ठतम मुनि श्री सुमेरमलजी सुदर्शन का इनदिनों दिल्ली के ग्रीन पार्क इलाके में संथारा यानी समाधिमरण का आध्यात्मिक अनुष्ठान असंख्य लोगों के लिये कोतुहल का विषय बना हुआ है। मृत्यु के इस महामहोत्सव के साक्षात्कार के लिये असंख्य श्रद्धालुजन देश के विभिन्न भागों से पहुंच रहे हैं। … Read more
नोटबंदी की नाकामी का जवाब कौन देगा?
चुनाव जीतने के लिए भी जुमला और सरकार बनने के बाद भी जुमला।पहले कहा था कि बैंकों में इतना काला धन जमा है कि हर भारतीय के खाते में 15 -15 लाख रुपए जमा कराए जा सकते हैं । लेकिन बाद में इसे चुनावी जुमला बताकर खारिज कर दिया । भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने … Read more