मृत व्यक्तियों के बैंक खातों का भुगतान वारिसों को जल्द हो

राहुल जी, हम आपके सामने मृत व्यक्ति यों के बैंक खातों से सम्बन्धित जनता के हित का एक मुद्दा पेश करते हैं, शायद ही आपने इस मुद्दे के बारे मे सोचा हो, इसे अपने घोषणा-पत्र का हिस्सा अवश्य बनाएंं: राष्ट्रीयकृत बैंक बड़ी ही प्रतिष्ठा की दृष्टि से देखे जाते हैं, इन्हें एक ट्रष्टी के रूप … Read more

बंगलादेश की मुक्तियुद्ध के दौरान पाक सेना ने किया था एक करोड़ हिंदुओं का कत्लेआम

1971 के बंगलादेश मुक्तियुद्ध से पहले पाकिस्तानी सेना ने तत्कालीन पूर्वी पाकिस्तान में बड़े पैमाने पर नरसंहार किया था। बंगाली हिंदुओं को इसका खास टार्गेट बनाया गया था। इसके चलते असहाय हालत में लगभग एक करोड़ हिंदुओं को अपनी जान गंवानी पड़ी थी।आश्चर्यजनक रूप से तत्कालीन भारत सरकार ने इस घटना को ज्यादा महत्व नहीं … Read more

जब डा. लोहिया, पण्डित दीनदयाल उपाध्याय की मुलाकात हुई

गत् रविवार, 23 मार्च, 2014 को मैं संसद के सेंट्रल हॉल में भारतीय स्वतंत्रता संग्राम और समाजवादी आंदोलन के प्रमुख सेनानी डॉ0 राम मनोहर लोहिया को पुष्पांजलि अर्पित करने गया था। स्वतंत्रता आंदोलन के दौरान वह कम से कम25 बार जेल गए थे।  सन् 1970 में राज्यसभा सदस्य के रुप में मैंने संसद में प्रवेश किया। डा. लोहिया का तीन वर्ष … Read more

हमरे बलमा बेईमान हमें पटीयाने आये हें… फिर आ गए चुनाव

एशियाड, ओलम्पिक्स, वर्ल्ड कप क्रिकेट, सुपर सॉकर और भारतीय राजीतिक चुनाव..? किसी परीक्षा में सवाल आ जाए कि इनमें समानता स्पष्ट करें, विद्यार्थी बेचारा क्या जवाब दे.. है भी उलझन भरी बात… मगर आसान है… इनमें समानता ये है कि ये सारे खेल कोई दो साल, कोई चार साल, कोई पांच साल में आयोजित होते … Read more

क्या सचमुच इतने लाचार हैं हमारे कलाकार …!!

-तारकेश कुमार ओझा- यह सचमुच विडंबना ही है कि एक अाइपीएल मैच खेल कर कोई क्रिकेट खिलाड़ी करोड़पति बन सकता है, और महज एक अंतरराष्ट्रीय मैच में भाग लेकर विख्यात। जबकि दूसरे कई खेलों के चैंपियन हमारे बगल में भी खड़े हों, तो शायद हम उन्हें पहचान न पाएं। इसी तरह बालीवुड की एक फिल्म में … Read more

झपट्टामार राजनीति और अयोध्या के उत्पाती बन्दर

आजकल जहाँ (लखनऊ) अपना ठिकाना है वहाँ से ऐतिहासिक-पौराणिक रामनगरी अयोध्या कोई 134 किलोमीटर है। लखनऊ-गोरखपुर के रपटीले हाई-वे पर यह नगर भी पड़ता है।  इस रास्ते अयोध्या जाने का पहला अनुभव था। गाड़ी चलाते समय मन में यह बात रह-रह कर उठ रही थी कि विकास की नई-नवेली पहचान (हाई-वे) में अयोध्या की पुरानी पहचान तो बरक़रार रखी  होगी लेकिन ऐसा था नहीं। आम … Read more

एक तत्काल टिकट मुझे भी चाहिए

वो क्या है कि एक तत्काल टिकट मुझे भी चाहिए था. किसी के कहने पर पहले मैं रेलवे स्टेशन के पास स्थित एक ट्रैवलिंग एजेन्सी के यहां चला गया. वहां मुझे बताया गया कि टिकट के अलावा तत्काल शुल्क के ढ़ाई सौ की बजाय 500 रू. और देने होंगे. मैंने मन में सोचा केजरीवाल के … Read more

मौत में उम्मीद…!!

मौत तो मनुष्य के लिए सदा – सर्वदा भयावह और डरावनी रही है। भला मौत भी क्या किसी में उम्मीद जगा सकती है… बिल्कुल जगा सकती है। इस बात का भान मुझे अपने पड़ोस में दारुण पीड़ा झेल रही एक  गाय का हश्र देख कर हुआ। हमारे देश में गौ  हत्या और गौ रक्षा शुरू … Read more

अब महिला श्रमिकों को भी मिलेंगे हमाल लाइसेंस

अब तक पुरूष व्यापारियों, हमालों, तोलने या मापने वालों को ही लाइसेंस दिए जा रहे थे। महिला श्रमिकों को लाइसेंस देने की दिषा में कभी काम ही नहीं किया गया। लाइसेंस नहीं होने से महिला हमाल श्रमिकों को मंडी में कई समस्याओं से दो-चार होना पड़ता था। लेकिन एक लंबी कोशिश के बाद आज 25 … Read more

कहानी – सोच और व्यवहार के प्रतिमान में अन्तर

स्टीफन आर. कवि एक दिन ट्रेन से यात्रा कर रहे थे. ट्रेन के डिब्बे में सभी यात्री शान्ति से बैठे थे, कुछ अखबार पढ़ रहे थे, कुछ सो रहे थे. माहौल शांत था. ट्रेन एक स्टेशन पर रुकी और एक आदमी कुछ बच्चों के साथ डिब्बे में दाखिल हुआ. उस आदमी के साथ आए बच्चे … Read more

क्यूँ भड़क रहे हैं मीडिया हाउस…?

आम आदमी पार्टी (AAP) के मुखिया अरविन्द केजरीवाल ने मीडिया को हिला के रख दिया है.. सिक्का हो, तस्वीर हो या आईना.. सभी के दो पहलू होते हैं.. कजरी बाबू ने मीडिया को बिका हुआ बताया तो मीडिया मालिकों के पेट में दर्द शुरू हो गया. दूसरों के कपडे उतारते रहो, कोई तुमको आईना दिखाए … Read more

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