अत्यधिक मोबाइल उपयोग से कैंसर का खतरा

-शिव कुमार बंसल- एक ताजा अध्ययन से पता चला है कि मोबाइल फोन का अत्यधिक इस्तेमाल करने से कोशिकाओं में एक तरह का तनाव पैदा होता है, जो कोशिकीय एवं अनुवांशिक उत्परिवर्तन से संबद्ध है तथा इसके कारण कैंसर का खतरा पैदा हो जाता है. अध्ययन के मुताबिक मोबाइल फोन के इस्तेमाल से कोशिकाओं में उत्पन्न होने … Read more

सेनाध्यक्ष का अभिनन्दन

गत् सप्ताह 6 अगस्त को विदेश मंत्री सलमान खुर्शीद ने संसद में हमारे चार नेताओं -राजनाथ सिंह, सुषमा स्वराज, अरूण जेटली और मुझे सूचित किया कि प्रधानमंत्री हमसे उस विषय पर विचार-विमर्श करना चाहते हैं जिसका उन्होंने अपनी बंगलादेश यात्रा पर जाने से पूर्व संक्षिप्त रूप से संदर्भ दिया था। यानी दोनों देशों के बीच … Read more

संपादक मतलब कुतुब मीनार

-विकास कुमार गुप्ता- बहुत पहले संपादक की परिभाषा के परिप्रेक्ष्य में मास काॅम के कोर्स में एक जगह लिखा हुआ पढ़ा था कि ”हर सम्पादक अपने को कुतुब मीनार से कम नहीं समझता।“ अपने पुर्ववर्ती अनुभवों में मैंने इसे बहुधा सही भी पाया। एक जगह उप सम्पादक की परिभाषा लिखी थी कि ”उपसम्पादक युद्ध का बेनाम … Read more

काला उजाला

वह एक धोबिन अपनी ही दरिद्रता की गंदगी में अमीरी की मैल धोती है। उस बाहरी उजलेपन को देखने वाली आँखें उसके पीछे का मटमैलापन नहीं देख पातीं। काश अमीरी भेद पाती तो यक़ीनन देखती और महसूसती उस गंदगी की बदबू को जो वह ओढ़ती रहती है बार-बार सच मानिए, तब वह ज़रूर एक उजला … Read more

प्रिय ………..

प्यार के शाब्दिक अर्थ में तुम मुझे नहीं पाओगे विश्वास में पलने वाली मैं, कब तक आजमाओगे हंसने-रोने और पाने-खोने से मैं ऊपर आ गई हूँ इन सबके सितम से अब दिल को ना दुखा पाओगे जिस चिराग से रौशन है दिल का दरबार मेरा उम्मीद के इस शम्मा को हरगिज ना बुझा पाओगे भले … Read more

दो गजलें

  ग़ज़लः 1 हमें अपनी हिंदी ज़बाँ चाहिये सुनाए जो लोरी वो माँ चाहिये   कहा किसने सारा जहाँ चाहिये हमें सिर्फ़ हिन्दोस्ताँ चाहिये   जहाँ हिंदी भाषा के महकें सुमन वो सुंदर हमें गुलसिताँ चाहिये   जहाँ भिन्नता में भी हो एकता मुझे एक ऐसा जहाँ चाहिये   मुहब्बत के बहते हों धारे जहाँ … Read more

प्रधानमंत्री सीरियल में यह नहीं बताया…

-नरेन्द्र सिहं शेखावत भारीजा– आज कल ए बी पी न्यूज पर प्रधानमंत्री नाम से एक कार्यक्रम दिखाया जा रहा है परंतु उसमे यह नहीं बताया की 565 रियासतों को सरदार वल्लभ भाई पटेल ने एक कर दिया तो कश्मीर को भारत मे सम्मिलित होने मे इतनी कठिनाई क्यो आयी जबकि महाराजा हरी सिंह एक हिन्दू राजा … Read more

जमीनी हकीकत को भी समझे

-संजीव पांडेय- जो कुछ फिर एक बार फिर जम्मू सीमा पर हुआ, वो कम से कम यूपीए-2 के लिए चिंताजनक है। एक बार फिर हमारी सीमा में अंदर आकर हमारे पांच सैनिकों की हत्या दुश्मन मुल्क के सेना और आतंकियों ने मिलकर की। पाकिस्तानी सेना और सक्रिय आतंकी संगठनों की मिलीजुली कार्रवाई का यह परिणाम था। … Read more

राहुल गांधी! राजनीतिक मंत्र क्या है पार्टनर?

-पुण्य प्रसून बाजपेयी- देखने में खूबसूरत हैं। अंग्रेजी भी अच्छी बोल लेते हैं। हर जिम्मेदारी से भागते भी हैं। देश को सुधारने की बात भी लगातार करते हैं। और नारा पार्टी, पार्टी, पार्टी का लगाते रहते हैं। जी, यह राहुल गांधी हैं। नेहरु-गांधी परिवार की चौथी पीढ़ी। जिसकी राजनीति कांग्रेस में सुधार चाहती है। यानी तीन … Read more

मुसलमान भारत में दोयम दर्जे का नागरिक क्यों

-अमलेन्दु उपाध्याय- झाँसी के मूल निवासी अज़हर खान दक्षिण अफ्रीका में इंजीनियर हैं। कम उम्र के नौजवान हैं लेकिन राजनैतिक मसलों पर काफी सजग हैं और देश के बिगड़ते हालात पर काफी चिंतित भी रहते हैं। अक्सर मुझसे ऑनलाइन बतियाते रहते हैं और काफी गम्भीर सवाल उठाते हैं। हाल ही में उनसे लम्बा विचार विमर्श हुआ। … Read more

कहां है मसूद भाई, बब्बरभाई का ढाबा?

उस गरीब आदमी का नाम भोलिया था. उसे भूख लग रही थी. किसी ने उसे कहीं पढ़ कर बता दिया कि ‘अपने राजबब्बरजी का कहना है कि मुंबई में सिर्फ 12 रु. में भरपेट खाना मिल जाता है, इसलिए इस बहकावे में आकर वह मुंबई आ गया. जैसे फिल्म ‘जागते रहो में राजकपूर भूखा-प्यासा बम्बई … Read more

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