निकाय चुनाव इस बार शहर को स्थाई सरकार दे पाएगा?

शहर की जनता को नये बोर्ड विकास की दरकार

नगर परिषद ब्यावर। फोटो:- नरेश बोहरा
नगर परिषद ब्यावर। फोटो:- नरेश बोहरा

ब्यावर, (हेमन्त साहू)। शहर के 45 वार्डो के मतदाता 22 नवंबर को अपनी सरकार का चुनाव करेंगे। मतदाता इस बार आने वाले नगरपरिषद बोर्ड से शहर के समुचित विकास की उम्मीद रखती है। पिछले लंबे समय से भ्रष्टाचार, बेपरवाही पिछड़ेपन का दंश झेल रही ब्यावर की जनता को अब सिर्फ विकास के मुद्दों पर खरा उतरने वाली सरकार की दरकार है। हर बार निकाय चुनाव में विकास के नाम पर वोट बटोरने के बाद आमजन के हित को ताक में रख दिए जाने से आहत जनता इस बार निकाय चुनाव में अपने शहर की ऐसी सरकार चुनने को आतुर है जो शहर हित में काम करते हुए सिर्फ प्रत्येक वार्ड का विकास करा सके, बल्कि चुनावी घोषणाओं को पूरा करके दिखा सके।
इस बार स्थाई सरकार दे पाएंगे जनप्रतिनिधि:- ब्यावर नगर परिषद प्रदेश की पहली नगर परिषद होने का गौरव रखती हो, लेकिन इसके साथ ही एक कार्यकाल में 5 बार सभापति बदले जाने का कलंक आज भी शहर के विकास में बाधक बना हुआ है। सन् 2004 के समय वार्ड में निर्वाचित पार्षदों के बीच ऐसा राजनीतिक खेल खेला गया कि शहरी सरकार के मुखिया का ताज 5 जनों को पहनना पड़ा। सन् 2009 में सरकार के मुखिया को चुनने का अधिकार मिलने पर जनता ने खुद अपना मुखिया चुना। लेकिन इस बार फिर से मुखिया को चुनने का अधिकार वार्ड पार्षदों के हाथों में चले जाने से आम जनता के जहन में इस सवाल को लेकर संकट बना हुआ है कि क्या यह निकाय चुनाव इस बार शहर को स्थाई सरकार दे पाएगा।

हेमन्त साहू
हेमन्त साहू

शहरवासियो ने बताया कि कोई भी पार्टी ऐसे उम्मीदवार को टिकिट देना चाहिए, जिसका वार्ड विकास के प्रति भावना हो और निरन्तर वार्र्ड समस्या के प्रति जागरुक रहा हो। भविष्य मे चुने जाने के बाद वार्डवासियों की समस्या समाधान के लिए तैयार रहे। ऐसा नहीं हो कि जीतने के बाद वार्ड में नजर ही आए। क्षैत्रवासियो ने बताया कि ऐसे व्यक्ति को टिकिट नहीं मिलना चाहिए जिसकी वार्ड में कोई छवि नहीं हो। यदि ऐसे होता है तो वार्डवासी उसके सामने यदि कोई स्पष्ट छवि वाला खड़ा है तो उसे पसंद करेंगे।

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