कपालेश्वर महादेव मंदिर में कलश स्थापना

◆ *कपालेश्वर महादेव मंदिर में शिव पार्वती की प्रतिमाओं सहित धूमधाम से शिखर पर हुई कलश स्थापना , हजारो युवाओ ने निकाली भगवा वाहन रैली ••••*

◆ *मुख्य अतिथि किरोड़ीलाल मीणा ने महंत सेवानंद गिरी को राजनीति में उतरने का किया आग्रह , संत सुमेरपूरी ने भी महंत के लिए बीजेपी नेताओं से मांगा टिकिट ••••*

राकेश भट्ट
पुष्कर के अति प्राचीन कपालेश्वर महादेव मंदिर में कल महंत सेवानंद गिरी द्वारा आयोजित एक धार्मिक आयोजन में राजस्थान के दिग्गज नेता किरोड़ीलाल मीणा सहित संत समाज के कई बड़े महंतो एवं रावत समाज के प्रतिनिधियों का आना और इस अवसर पर हजारो युवाओ द्वारा भगवा रैली निकालना पुष्कर में चर्चा का विषय बन गया है । वैसे तो यह आयोजन मंदिर के नव निर्माण के पश्चात उसमे भगवान शिव , पार्वती , भगवान दत्तात्रेय और आदि जगद्गुरु शंकराचार्य की प्रतिमाओं को स्थापित करने और मंदिर के शिखर पर कलश की स्थापना करके सावन प्रदोष के अवसर पर भगवान शिव की सहस्त्रधारा आयोजित कर प्रसाद वितरण करने के लिए किया गया था । परंतु जिस तरह से इस कार्यक्रम के दौरान कई तरह के राजनैतिक संकेत मिले वो आने वाले समय मे संसदीय सचिव सुरेश सिंह रावत की परेशानी को और ज्यादा बढ़ाने वाले है ।

कार्यक्रम के मुख्य अतिथि और बीजेपी के दिग्गज नेता किरोड़ी लाल मीणा ने महंत सेवानंद गिरी की प्रसंशा करते हुए कहा कि महंत जी ने अपना पूरा जीवन आम आदमी की सेवा करने और संत समाज को एकजुट कर मजबूत बनाने में लगा दिया है । आज राजस्थान ही नही देश के कई शहरो में महंत सेवानंद जी के हजारो अनुयायी है । इसलिए अब वक्त आ गया है कि इन्हें भी सक्रिय राजनीति में आकर मालाएं पहनने की आदत डाल लेनी चाहिए । एक तरह से किरोड़ीलाल मीणा ने आने वाले विधानसभा चुनावों में महंत को पुष्कर क्षेत्र से दावेदारी करने के लिए आग्रह कर दिया । वही दूसरी और कार्यक्रम में शामिल होने आए अखिल भारतीय संत समिति के राजस्थान प्रदेशाध्यक्ष महंत सुमेर गिरी कुंडेश्वर धाम सहित कई अन्य संतो एवं रावत समाज के कई बड़े प्रतिनिधियों ने भी बीजेपी से इस बार धार्मिक नगरी पुष्कर से एक संत को टिकिट देने की मांग की । सुमेरगिरी महाराज का कहना था कि पुष्कर जैसे तीर्थ से यदि महंत सेवानंद गिरी जैसे संत को बीजेपी अपना उम्मीदवार बनाती है तो निश्चित रूप से यह रिकार्ड मतों से जीत का इतिहास बनाएंगे ।

आपकी जानकारी के लिए बता दें कि महंत सेवानंद गिरी पुष्कर क्षेत्र के रावत बाहुल्य इलाको में तो अपना जबरदस्त वर्चस्व रखते ही है साथ ही साथ अन्य जातियों में भी इनके शिष्यों की तादात बहुत ज्यादा है । साथ ही संत होने के चलते समूचे क्षेत्र में इनका हर कोई सम्मान भी करता है । खास बात यह रही कि भगवा रैली में आये हजारो युवाओ ने भी किरोड़ीलाल मीणा और संतो का समर्थन करते हुए महंत से इस बार चुनावी मैदान में उतरने की मांग की और विश्वास दिलाया कि वे उनके साथ कंधे से कंधा लगाकर काम करेंगे । यही वजह है कि कल हुए इस घटनाक्रम से पुष्कर के वर्तमान विधायक और संसदीय सचिव सुरेश सिंह रावत की नींद उड़ गई है । क्यों कि केवल रावत बाहुल्य क्षेत्र होने के कारण ही सुरेश सिंह रावत को 2013 में बीजेपी ने अपना उम्मीदवार बनाया था ।

*उम्मीदों पर खरे नही उतरे विधायक रावत – महंत •••*
महंत सेवानंद गिरी की माने तो बीते साढ़े चार सालों में सुरेश रावत जनता की उम्मीदों पर खरे नही उतरे है । कहने को तो वे कई हजार करोड़ रुपयों के विकास कार्य करवाने का दावा करते है लेकिन वह विकास धरातल पर कही नजर नही आता । रावत समाज के उत्थान के लिए भी विधायक कुछ नही कर पाए बल्कि उन्होंने राजनैतिक फायदे के लिए समाज मे फूट डालने का काम किया जिसके चलते आज समाज मे उनके प्रति जबरदस्त गुस्सा व्याप्त है । उन्होंने कहा कि यह रावत समाज के युवाओ , आम नागरिकों और संत समाज की इच्छा है कि में चुनाव लड़कर आम जनता की सेवा करू , यदि बीजेपी की और से मुझे चुनाव लड़ने का प्रस्ताव आता है तो में जरूर सोच विचारकर इस पर निर्णय लूंगा । फिलहाल यह एक धार्मिक आयोजन था जो बहुत ही धूमधाम से सम्पन्न हुआ । मंदिर की मूर्ति स्थापना और शिखर पर कलश स्थापना पंडित कमल नयन दाधीच के आचार्यत्व में सम्पन्न हुई और देश और प्रदेश की खुशहाली के लिए विशेष प्रार्थना की गई ।

*राकेश भट्ट*
*प्रधान संपादक*
*पॉवर ऑफ नेशन*
*मो 9828171060*

error: Content is protected !!